TMC की सरकार सिर्फ बंगाल की 30 प्रतिशत आबादी के लिये काम करती है: विजयवर्गीय
प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क । Sep 16 2020 5:11PM
कोलकाता पुलिस ने हाल ही में कोरोना वायरस महामारी के कारण बनी स्थिति के मद्देनजर भाजपा को ‘शहीद तर्पण’ कार्यक्रम करने से रोका था और उत्तरी कोलकाता के बागबाजार घाट में कार्यक्रम के लिये बनाया गया मंच भी हटा दिया था। इस घटना के बाद विजयवर्गीय का यह बयान आया है।
कोलकाता। भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय ने बुधवार को पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस सरकार पर राज्य की 30 प्रतिशत आबादी के फायदे के लिये काम करने का आरोप लगाया जो अल्पसंख्यक समुदाय से आते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश प्रशासन हिंदुओं से जुड़े किसी भी कार्यक्रम या रीति-रिवाज में अड़चन खड़ी करने की कोशिश करता है। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा, “प्रदेश सरकार सिर्फ राज्य की 30 प्रतिशत आबादी (अल्पसंख्यकों) के लिये काम करती है। बचे हुए 70 प्रतिशत (हिंदू आबादी) को उनके हाल पर छोड़ दिया गया।” उन्होंने कहा, “यह सरकार हिंदूधर्म और उसके रीति-रिवाजों के खिलाफ क्यों है? हमारे पार्टी कार्यकर्ताओं को पुलिस द्वारा ‘तर्पण’ करने से रोका गया। बाद में हमें इसे कहीं और करना पड़ा।”
कोलकाता पुलिस ने हाल ही में कोरोना वायरस महामारी के कारण बनी स्थिति के मद्देनजर भाजपा को ‘शहीद तर्पण’ कार्यक्रम करने से रोका था और उत्तरी कोलकाता के बागबाजार घाट में कार्यक्रम के लिये बनाया गया मंच भी हटा दिया था। इस घटना के बाद विजयवर्गीय का यह बयान आया है। भगवा दल ने हालांकि कार्यक्रम का आयोजन स्थल बागबाजार से बदलकर पास के गोलाबाड़ी घाट पर कर दिया और वहां महालया से एक दिन पहले मारे गए पार्टी कार्यकर्ताओं की याद में ‘शहीद तर्पण’ कराया।हम बाघ बाजार उत्तर कोलकाता में गंगा किनारे पर देश के लिए आहुति देने वाले 4000 सैनिकों और 112 BJP कार्यकर्ताओं के तर्पण के लिए इकट्ठा हुए थे! लेकिन,ममता सरकार की पुलिस ने ये तर्पण नहीं होने दिया
— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) September 16, 2020
घुसपैठियों के साथ रहते हुए क्या ममताजी हिंदू परंपरा भी भूल गईhttps://t.co/PDf1qW168Y
इसे भी पढ़ें: येदियुरप्पा सरकार के दो और मंत्री कोरोना वायरस से संक्रमित, बोले- संपर्क में आए लोग कराएं टेस्ट
‘तर्पण’ एक संस्कार है जो मृतकों की आत्मा की शांति के लिये पितरों को जल अर्पित किया जाता है। पुलिस द्वारा बागबाजार में प्रवेश से रोके जाने पर उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “अगले साल जब हम पश्चिम बंगाल में सत्ता में आएंगे, तो हम राज्य की समूची आबादी के लिये काम करेंगे न कि किसी समुदाय विशेष के लिये।” पश्चिम बंगाल में अगले साल अप्रैल-मई में चुनाव होने की संभावना है।
डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।
We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:
अन्य न्यूज़