कर्नाटक में परिवहन यूनियनों की हड़ताल, जनजीवन प्रभावित
राज्य के चार सड़क परिवहन निगमों के एक लाख से अधिक कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल के कारण आईटी राजधानी सहित पूरे कर्नाटक में आज जनजीवन प्रभावित हुआ।
बेंगलूरू। वेतन बढ़ाने की मांग को लेकर राज्य के चार सड़क परिवहन निगमों के एक लाख से अधिक कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल के कारण यहां आईटी राजधानी सहित पूरे कर्नाटक में आज जनजीवन प्रभावित हुआ। कर्मचारियों के गत मध्यरात्रि से काम रोक देने के कारण पूरे शहर में बस अड्डों पर कार्यालय जाने वालों की प्रतीक्षा कर रही भीड़ देखने को मिली। राज्य के विभिन्न हिस्सों से बेंगलूरू आने वाले हजारों लोगों को शहर के मुख्य बस टर्मिनल केमपेगोवडा बस अड्डे पर खड़ा देखा गया।
चालकों और कंडक्टरों के काम पर नहीं आने के कारण रविवार शाम से दैनिक यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। राज्य के विभिन्न हिस्सों से भी इसी तरह की खबरें मिलीं। कई जिलों के अधिकारियों ने स्कूलों और कॉलेजों में एक दिन छुट्टी की घोषणा कर दी है। वेतन में 35 प्रतिशत बढ़ोतरी सहित करीब 41 मांगों को लेकर राज्य परिवहन निगम के एक लाख से अधिक कर्मचारी हड़ताल पर हैं। राज्य सरकार ने 10 प्रतिशत वेतन बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया है। राज्य परिवहन निगमों के प्रबंधन और यूनियनों के साथ ही परिवहन मंत्री रामलिंगा रेड्डी के स्तर पर कई दौर की समाधान बैठकों के बाद भी दोनों पक्षों के अपने रूख पर कायम रहने के कारण बातचीत बेनतीजा रही। रेड्डी ने कहा, ‘‘हम अब भी यूनियनों के साथ बात करने को तैयार हैं। उन्हें खुले दिमाग से बातचीत के लिए आना होगा। उन्हें वित्तीय स्थिति को भी समझना होगा और वेतन में 35 प्रतिशत बढ़ोतरी की अपनी मांग पर पुनर्विचार करना होगा। हम मुख्यमंत्री स्तर पर चर्चा के लिए तैयार हैं।’’
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