KCR ने ममता से की मुलाकात, गैर-भाजपाई और गैर कांग्रेसी गठबंधन के प्रयास में जुटे
ओडिशा के मुख्यमंत्री और बीजू जनता दल (बीजद) के अध्यक्ष नवीन पटनायक से भुवनेश्वर में बैठक करने के एक दिन बाद टीआरएस प्रमुख ने ममता से मुलाकात की।
कोलकाता। तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के अध्यक्ष और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के.चन्द्रशेखर राव ने सोमवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की और कहा कि गैर-भाजपा और गैर-कांग्रेस गठबंधन के लिए बातचीत जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए वे बहुत जल्द ही एक ठोस योजना के साथ आएंगे। राव ने राज्य सचिवालय में तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष के साथ बैठक की और इसे बहुत ही सुखद बताया। उन्होंने कहा कि (संघीय मोर्चा पर) चर्चा जारी रहेगी।
ओडिशा के मुख्यमंत्री और बीजू जनता दल (बीजद) के अध्यक्ष नवीन पटनायक से भुवनेश्वर में बैठक करने के एक दिन बाद टीआरएस प्रमुख ने ममता से मुलाकात की। अपने गृह राज्य तेलंगाना में फिर से जीत हासिल करने वाले राव 2019 के चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस और भाजपा का विकल्प उपलब्ध कराने के लिए नेताओं के साथ बैठक कर रहे है। राव ने कहा कि दीदी के साथ चर्चा हमेशा होती है। जब दो राजनीतिक नेता मिलते हैं, तो वे निश्चित रूप से आपसी हित और राष्ट्रीय हित के मामलों पर चर्चा करते हैं।
Hon’ble CM Sri K Chandrashekar Rao meets Hon’ble West Bengal CM @MamataOfficial in Kolkata.
— TRS Party (@trspartyonline) December 24, 2018
పశ్చిమ బెంగాల్ సీఎం మమతా బెనర్జీతో భేటి అయిన ముఖ్యమంత్రి శ్రీ కేసీఆర్. pic.twitter.com/7wAPdEhlLM
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उन्होंने पत्रकारों से कहा कि हमारी बहुत सुखद चर्चा हुई। हम अपनी चर्चा जारी रखेंगे। एक संवाद है जो मैंने कल शुरू किया था। मैं कल ओडिशा के मुख्यमंत्री से मिला और आज मैं दीदी से मिला। उन्होंने कहा कि हमारी बातचीत जारी रहेगी। बहुत जल्द ही हम एक ठोस योजना के साथ आयेंगे। उन्होंने कहा कि मैं कालीघाट (कोलकाता में प्रसिद्ध काली मंदिर) आया और मैंने दीदी से मिलने और उनका आशीर्वाद लेने के बारे में सोचा। गैर-भाजपा और गैर-कांग्रेस गठबंधन पर उनके मिशन के बारे में पूछे जाने पर केसीआर ने कहा, ‘मैं अपने प्रयास जारी रखूंगा। यह केसीआर का मिशन है, मैं अपना मिशन जारी रखूंगा।’
राव ने कहा कि यह अभी केवल बातचीत की शुरूआत है...हम फिर मिलेंगे और इस बात पर चर्चा करेंगे कि चीजों को कैसे आगे ले जाया जायेगा। टीआरएस के अध्यक्ष के. चंद्रशेखर राव की संघीय मोर्चा बनाने की कवायद की पृष्ठभूमि में कांग्रेस ने सोमवार को उन पर ‘अलगाव की राजनीति’ करने का आरोप लगाया और दावा किया कि वह केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा की मदद कर रहे हैं। कांग्रेस ने यह भी कहा कि टीआरएस प्रमुख के ‘झांसे’ में कोई नहीं आने वाला है। कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने विश्वास जताया कि अगले चुनावों के बाद कांग्रेस विजेता बनकर उभरेगी।
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सिंघवी ने टीआरएस प्रमुख के प्रस्ताव के बारे में पूछे जाने पर दिल्ली में पत्रकारों से कहा कि यदि आप बहिष्कार की बात करते हैं और कांग्रेस के साथ सहयोगी बनने की इच्छा रखने वाले के सहयोगी नहीं बनना चाहते हैं तो आप ‘अलगाव की राजनीति’ कर रहे है और आप सत्ताधारी पार्टी की मदद करना चाहते है। मेरा मानना है कि अन्य पार्टियां इस झांसे में नहीं आयेगी। भाजपा ने सोमवार को कहा कि कांग्रेस और उसके अध्यक्ष राहुल गांधी राजग के बाहर कई दलों को अगुवा के तौर पर स्वीकार्य नहीं हैं और उन्होंने ‘तथाकथित’ विपक्षी एकता को ‘फर्जी दावे’ के रूप में करार दिया।
भाजपा के प्रवक्ता जी वी एल नरसिम्हा ने हैदराबाद में कहा, ‘गैर-राजग दलों द्वारा कई मोर्चे बनाये जाने से स्पष्ट है कि भाजपा के खिलाफ तथाकथित विपक्षी एकता एक फर्जी दावा है।’ भाजपा नेता टीआरएस के प्रमुख के. चन्द्रशेखर राव द्वारा क्षेत्रीय पार्टियों का एक गैर-कांग्रेसी, गैर-भाजपा संघीय मोर्चा बनाने के लिए प्रयास तेज किए जाने के संबंध में पूछे गये एक सवाल का जवाब दे रहे थे। नरसिम्हा राव ने कहा कि टीआरएस प्रमुख केसीआर (चंद्रशेखर राव) के प्रयासों और कुछ क्षेत्रीय दलों के स्पष्ट हितों से पता चलता है कि कांग्रेस और उसके अध्यक्ष राहुल गांधी राजग के बाहर कई दलों को अगुवा के रूप में स्वीकार्य नहीं हैं।
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