पुलिस अधिकारी को मार डालने के मामले में दो गिरफ्तार

[email protected] । Jun 23 2017 3:42PM

डीजीपी एसपी वैद ने मारे गए अधिकारी मोहम्मद अयूब पंडित को श्रद्धांजलि स्वरूप पुष्पचक्र चढ़ाने के लिए आयोजित सभा से अलग संवाददाताओं से कहा, ''अब तक दो को गिरफ्तार किया गया है।''

श्रीनगर। शहर की जामिया मस्जिद के बाहर भीड़ के हाथों एक पुलिस अधिकारी की मौत के मामले में दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। डीजीपी एसपी वैद ने जिला पुलिस लाइन्स में, मारे गए अधिकारी मोहम्मद अयूब पंडित को श्रद्धांजलि स्वरूप पुष्पचक्र चढ़ाने के लिए आयोजित सभा से अलग संवाददाताओं से कहा, 'अब तक दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। अधिकारी की जान लेने में शामिल सभी लोगों को कानून का सामना करना होगा।'

आज तड़के जामिया मस्जिद के समीप लोगों के एक समूह ने पुलिस उपाधीक्षक को तस्वीरें लेते हुए पकड़ा, जिसके बाद अधिकारी ने उन पर कथित तौर पर गोली चलाई। इस पर नाराज भीड़ ने अधिकारी के कपड़े उतरवाए और पत्थर मार मार कर उन्हें मार डाला। वैद ने बताया कि डीएसपी को मस्जिद के पहुंच नियंत्रण (एक्सेस कंट्रोल) पर इसलिए तैनात किया गया था ताकि वह असामाजिक तत्वों को माहौल खराब न करने दें और लोग शांतिपूर्वक नमाज पढ़ सकें। उन्होंने कहा 'लेकिन वह जिनकी सुरक्षा के लिए तैनात थे, उनमें से कुछ ने उनकी जान ले ली। यह अत्यंत दुखद है।' पुलिस प्रमुख ने कहा कि मानवीयता और अमानवीयता के बीच का अंतर तेजी से खत्म हो रहा है और लोगों को अच्छा तथा बुरा पहचानने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि मामले की जांच जारी है। प्राथमिक जांच का हवाला देते हुए वैद ने कहा कि भीड़ ने डीएसपी पर तब हमला किया जब वह पहुंच नियंत्रण (एक्सेस कंट्रोल) की जांच कर मस्जिद के बाहर आ रहे थे।

वैद ने कहा 'जब डीएसपी मस्जिद के पहुंच नियंत्रण क्षेत्र की जांच कर बाहर आ रहे थे तब नारे लगाते हुए कुछ असामाजिक तत्वों ने उन्हें पकड़ लिया और उन्हें पीटने लगे।' यह पूछे जाने पर कि क्या दिवंगत अधिकारी हुर्रियत कान्फ्रेंस के उदारवादी गुट के प्रमुख मीरवाइज उमर फारूक की सुरक्षा के लिए आये थे, तब डीजीपी ने कहा 'मीरवाइज यहां आते हैं। कल एक बहुत ही पवित्र अवसर था और हजारों लोगों के मस्जिद आने का अनुमान था इसलिए सुरक्षा के इंतजाम किए गए थे।' मीरवाइज अक्सर खुतबा (धार्मिक संबोधन) देने के लिए मस्जिद में आते हैं।

पुलिस अधिकारी के गोली चलाने से तीन व्यक्ति घायल हो गए। गोलीबारी का बचाव करते हुए वैद ने कहा 'डीएसपी के पास पिस्तौल थी और उन्हें आत्मरक्षा का अधिकार था।' कश्मीर में मुस्लिम शब ए कद्र मना रहे हैं और घाटी में मस्जिदों तथा दरगाहों के बाहर रात भर इबादत की गई एवं दुआ मांगी गई। प्रशासन ने ऐहतियात के तौर पर शहर के सात पुलिस थाना क्षेत्रों में लोगों की आवाजाही पर रोक लगा दी है।

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