मध्य प्रदेश में गाय विवाद में दो महिलाओं पर हमला
गोवंश के एक और विवाद में दो मुस्लिम महिलाओं पर मंदसौर रेलवे स्टेशन के पास पुलिस की उपस्थिति में हमला किया गया जो भैंस का मांस लेकर जा रही थीं।
मंदसौर। गोवंश के एक और विवाद में दो मुस्लिम महिलाओं पर यहां रेलवे स्टेशन के पास पुलिस की उपस्थिति में हमला किया गया जो भैंस का मांस लेकर जा रही थीं। गोमांस ले जाने के शक में उन पर हमला किया गया। पुलिस ने दोनों महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया है। गुजरात में दलित युवकों पर हमले को लेकर हुए विवाद के बाद यह घटना सामने आई है। बहरहाल मंदसौर के पुलिस अधीक्षक मनोज शर्मा ने कहा कि मंगलवार को उन्हें एक व्यक्ति से फोन पर सूचना मिली कि रेलवे स्टेशन के पास गोमांस ले जाने के शक में दो महिलाओं से मारपीट की जा रही है। उन्होंने कहा कि इसके बाद एक महिला सिपाही सहित दो सिपाही प्लेटफॉर्म पर पहुंचे और दोनों महिलाओं को साथ ले गए।
उन्होंने कहा कि इसके बाद मांस को जांच के लिए भेजा गया जिसमें पता चला कि यह भैंस का मांस है। उन्होंने कहा कि दो महिलाओं में से एक पर पहले भी अवैध तरीके से मांस ले जाने का मामला दर्ज किया गया था। दोनों महिलाओं की गिरफ्तारी के बाद उन्हें स्थानीय अदालत में पेश किया गया जिसने उन्हें पशु अत्याचार निवारण अधिनियम 1960 के तहत न्यायिक रिमांड में भेज दिया। पुलिस अधीक्षक ने कहा, ‘‘यह कानून व्यवस्था की स्थिति है और लोगों को धैर्य रखना चाहिए। किसी भी स्थिति में उन्हें कानून को अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए। हम इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए प्रयास कर रहे हैं।’’
दोनों महिलाओं पर हुए हमले के बारे में पूछे जाने पर मध्य प्रदेश के गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह ने इस बात से इनकार किया कि पुलिस हिरासत में दूसरी महिला यात्रियों ने दोनों महिलाओं को पीटा और कहा कि झड़प के दौरान घटनास्थल पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें बचा लिया। उन्होंने दावा किया कि दोनों महिलाओं की दूसरी यात्रियों के साथ बहस हुई और दोनों पक्षों के बीच तकरार हुई। मंत्री ने कहा, ‘‘अगर वे हमें कुछ आपत्तिजनक होने के संबंध में कोई अ5यावेदन देते हैं तो हम जांच करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि दोषियों को सजा मिले।’’ कोतवाली पुलिस थाना के प्रभारी एमपी सिंह परिहार ने कहा कि उन्हें ‘‘गुप्त सूचना’’ मिली थी कि दो महिलाएं गोमांस के साथ जाओरा से मंदसौर जा रही हैं जिसके बाद मंगलवार को करीब 30 किलोग्राम मांस के साथ उन्हें रेलवे स्टेशन के बाहर पकड़ लिया गया। उन्होंने कहा, ‘‘जांच करने पर पाया गया कि महिलाओं के पास गोमांस नहीं था बल्कि वह भैंसे का मांस था।’’ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘उन्होंने ऐसी कोई रिपोर्ट दायर नहीं की कि उन्हें स्टेशन में कट्टरपंथी तत्वों ने पीटा।’’
विपक्षी दल बसपा और कांग्रेस ने मामले को लेकर राज्यसभा में हंगामा किया। विपक्षी नेताओं ने भाजपा नेतृत्व वाली सरकार को दोबारा निशाने पर लिया। गुजरात की घटना के बाद विपक्षी नेताओं ने सरकार पर ‘‘दलित विरोधी’’ होने का आरोप लगाया था। बसपा अध्यक्ष मायावती ने भाजपा को घेरते हुए कहा कि एक तरफ वे कन्याओं की सुरक्षा करने और महिलाओं को गौरव एवं सम्मान देने की बात करते हैं लेकिन दूसरी तरफ उन पर गुंडे छोड़ते हैं। मायावती के भाषण पूरे करने के बाद बसपा के सदस्य सदन के आसन के पास पहुंच गए और कांग्रेस सांसदों के साथ मिलकर सरकार विरोधी नारेबाजी करने लगे।
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