उन्नाव बलात्कार मामला: घायल पीड़िता से मिलीं मालीवाल, इलाज के लिए दिल्ली भेजने की मांग

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[email protected] । Jul 29 2019 8:44PM

उन्होंने यह भी कहा कि पीड़िता के परिवार का मानना है कि यह घटना हादसा नहीं, बल्कि ‘‘साजिश’’ है। उन्होंने कहा कि लड़की और उसके परिवार को न्याय मिले, यह सुनिश्चित करने के लिए आयोग लड़ाई लड़ेगा।

लखनऊ/दिल्ली। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने उन्नाव बलात्कार कांड की पीड़िता से लखनऊ स्थित एक अस्पताल में मुलाकात की, जहां सड़क दुर्घटना के बाद उसे भर्ती कराया गया है। मालीवाल ने कहा कि पीड़िता को बेहतर इलाज के लिए विमान से दिल्ली ले जाया जाना चाहिए क्योंकि उसकी हालत ‘‘गंभीर’’ है। पुलिस ने बताया कि भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर पर बलात्कार का आरोप लगाने वाली लड़की रविवार को रायबरेली के गुरबख्श गंज क्षेत्र में एक ट्रक और कार के बीच टक्कर में घायल हो गई थी। इस घटना में उसकी मौसी और चाची की मौत हो गई थी। दुर्घटना में पीड़िता के वकील महेंद्र सिंह भी घायल हो गए थे। हादसे के समय पीड़िता परिवार के सदस्यों और अपने वकील के साथ कार में सवार होकर रायबरेली की जेल में एक मामले में बंद अपने चाचा से मिलने जा रही थी। मालीवाल ने बातचीत में कहा कि उन्होंने पीड़िता से मुलाकात की है और उसने तथा उसके परिजनों ने उसकी हत्या की साजिश के तहत यह हादसा कराए जाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि वह उस लड़की को न्याय दिलाने की लड़ाई लड़ेंगी।

मालीवाल ने ट्विटर पर पोस्ट किया, ‘‘मैं उन्नाव पीड़िता, वकील और डॉक्टर से मिली। डॉक्टर ने बताया कि लड़की और वकील की स्थिति बहुत नाजुक है और बचने के आसार कम हैं। डॉक्टरों का मानना है कि उन्हें इलाज के लिए तुरंत विमान से दिल्ली के सबसे बेहतर अस्पताल में ले जाया जाना चाहिए। परिवार भी यही चाहता है। अस्पताल से मैं बात कर रही हूँ। यह ज़िम्मेदारी हम उठाएंगे।’’ उन्होंने यह भी दावा किया कि उत्तर प्रदेश की आदित्यनाथ सरकार से कोई भी पीड़िता से अब तक मिलने नहीं आया है। उन्होंने ट्विटर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को टैग करते हुए लिखा, ‘‘योगी आदित्यनाथ सरकार से अब तक परिवार से मिलने के लिए कोई नहीं आया। डीजीपी कह रहे हैं कि यह दुर्घटना थी। योगी आदित्यनाथ जी अस्पताल आकर देखिये। कुलदीप सेंगर की विधायकी छीनी जानी चाहिए। मामला उच्चतम न्यायालय में स्थानांतरित किया जाना चाहिए और 15 दिन के अंदर सेंगर को फांसी दी जानी चाहिए। आज वह बच गया तो देशभर की निर्भया हताश हो जाएंगी।’’ पत्रकारों से बात करते हुए दिल्ली महिला आयोग की प्रमुख ने आरोप लगाया कि राज्य में ‘‘गुंडाराज’’ है।

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उन्होंने यह भी कहा कि पीड़िता के परिवार का मानना है कि यह घटना हादसा नहीं, बल्कि ‘‘साजिश’’ है। उन्होंने कहा कि लड़की और उसके परिवार को न्याय मिले, यह सुनिश्चित करने के लिए आयोग लड़ाई लड़ेगा। सेंगर को पिछले साल 13 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था और फिलहाल वह जेल में है। आदित्यनाथ को लिखे पत्र में डीसीडब्ल्यू प्रमुख ने पीड़ितों से मुलाकात नहीं करने या उनका हालचाल जानने के लिए अपने किसी मातहत को नहीं भेजने को लेकर उतर प्रदेश के मुख्यमंत्री की आलोचना की। उन्होंने अपनी नाराजगी जताते हुए कहा कि सभी सबूत साजिश की ओर इशारा करते हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश पुलिस इस मामले को महज ‘हादसा’ बताने की कोशिश में जुटी है और घटना की जांच के लिए कोई कदम नहीं उठा रही है। पत्र में मालीवाल ने मुख्यमंत्री से अपील की कि मानवता के हित में 24 घंटे के अंदर सेंगर की पार्टी और विधानसभा सदस्यता खत्म कर दी जानी चाहिए।

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