अमरनाथ यात्रा के लिए इस साल की जा रही अभूतपूर्व सुरक्षा व्यवस्था : अधिकारी

Amarnath Yatra

अधिकारी ने बताया कि यात्रा के दौरान आतंकवादियों द्वारा हमला किए जाने की विश्वसनीय सूचना मिलने के मद्देनजर इस बार पहले से तीन से चार गुना अधिक सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की जा रही है। उन्होंने कहा, ‘‘इस साल अमरनाथ यात्रा को खतरा अधिक है।

श्रीनगर। इस साल अमरनाथ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को अधिक खतरा होने की आशंका के मद्देनजर सुरक्षा बलों ने सुरक्षा की अभूतपूर्व व्यवस्था की है। थलसेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि यात्रा के दौरान आतंकवादियों द्वारा हमला किए जाने की विश्वसनीय सूचना मिलने के मद्देनजर इस बार पहले से तीन से चार गुना अधिक सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की जा रही है। उन्होंने कहा, ‘‘इस साल अमरनाथ यात्रा को खतरा अधिक है। आम तौर पर हमें हर साल यात्रा को आतंकवादियों द्वारा निशाना बनाए जा सकने की सूचना मिलती है, लेकिन इस बार ऐसी जानकारी अधिक है।’’

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अधिकारी ने बताया कि प्रशासन को इस बार श्रद्धालुओं की संख्या अधिक रहने की उम्मीद है क्योंकि गत चार साल में यह पहली यात्रा हो रही है। उन्होंने बताया कि इससे पहले वर्ष 2019 में अमरनाथ यात्रा केंद्र द्वारा जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद-370 को हटाने की वजह से बीच में ही रोक दी गई थी जबकि वर्ष 2020 और 2021 में कोविड-19 महामारी की वजह से यात्रा स्थगित कर दी गई थी। उन्होंने बताया कि इन तथ्यों पर भी गौर करने के बाद सुरक्षा तैयारियां की जा रही हैं। अधिकारी ने कहा, ‘हमे उम्मीद है कि यात्रियों की संख्या दो से तीन गुना तक अधिक होगी। इसके मद्देनजर बहुत सारी तैयारियां की गई हैं। यात्रा को सुचारु तरीके से संपन्न कराने के लिए जमीन पर सुरक्षा कर्मियों की तैनाती पूर्व के मुकाबले तीन से चार गुना अधिक की गई है।’’

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अमरनाथ यात्रा के लिए सुरक्षा, हाल के दिनों में आतंकवादियों द्वारा की गई लक्षित हत्याओं की पृष्ठभूमि में भी बढ़ाई गई है क्योंकि केंद्र शासित प्रदेश में खासतौर पर अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को निशाना बनाया गया है। अधिकारी ने कहा कि प्रशासन द्वारा सुरक्षित यात्रा संपन्न कराने की तमाम कोशिशों के बावजूद ‘‘ हम नहीं कह सकते हैं कि हमने यात्रा को शत प्रतिशत सुरक्षित बना दिया है।’’ उन्होंने बताया कि सुरक्षाकर्मियों की तैनाती, ड्रोन से निगरानी के साथ-साथ आरएफआईडी चिप भी श्रद्धालुओं की त्री स्तरीय सुरक्षा का हिस्सा होगा।

उल्लेखनीय है कि कश्मीर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने 14 जून को बताया था कि लश्कर ए तैयबा के मारे गए तीन आतंकवादियों को पाकिस्तान से वार्षिक अमरनाथ यात्रा पर हमला करने के लिए भेजा गया था। उन्होंने बताया कि मारे गए तीन आतंकवादियों में दो पाकिस्तानी और एक स्थानीय आतंकी था। गौरतलब है कि 10 जुलाई 2017 को श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर अमरनाथ यात्रियों को ले जा रही बस को आतंकवादियों ने निशाना बनाया था जिसमें सात लोग मारे गए थे और 11 अन्य घायल हुए थे। इस साल अमरनाथ यात्रा 30 जून को शुरू होगी और 11 अगस्त को संपन्न होगी।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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