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पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू होते ही DM के अधिकार IPS को मिले, जानें क्या कुछ बदला
- संजय सक्सेना
- जनवरी 13, 2020 16:32
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यूपी के लखनऊ और नोएडा में कमिश्नरेट प्रणाली लागू वाली नई पुलिस व्यवस्था के लागू होते ही भारतीय पुलिस अधिनियम 1861 के भाग 4 के अंतर्गत आईएएस रैंक के अधिकारी डीएम के पास पुलिस पर नियत्रंण के जो अधिकार हुआ करते थे अब वह अधिकार पुलिस अफसर को मिल गए हैं, जो एक आईपीएस होता है।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ और दिल्ली से सटे नोएडा में कमिश्नरेट प्रणाली लागू वाली नई पुलिस व्यवस्था के लागू होते ही भारतीय पुलिस अधिनियम 1861 के भाग 4 के अंतर्गत आईएएस रैंक के अधिकारी डिस्ट्रिक्ट मैजिस्ट्रेट(डीएम) के पास पुलिस पर नियत्रंण के जो अधिकार हुआ करते थे अब पुलिस कमिश्नरी सिस्टम लागू हो जाने के बाद ये अधिकार पुलिस अफसर को मिल गए हैं, जो एक आईपीएस होता है।
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नई व्यवस्था वाली कमिश्नर प्रणाली लागू होने के बाद जिले के डीएम के पास अटकी रहने वाली तमाम अनुमति की फाइलों का झंझट खत्म हो जाएगा। अर्थात अपराध की धाराओं वाली सीआरपीसी की मैजिस्ट्रियल पावर वाली जो कार्रवाई अब तक जिला प्रशासन के अफसरों के पास थी वे सभी ताकतें पुलिस कमिश्नर को मिल गई हैं।अब पुलिस कमिश्नर को मिल जाएगी। सीआरपीसी की धारा 107−16, 144, 109, 110, 145 का क्रियान्वयन पुलिस कमिश्नर कर सकेंगे। कमिश्नर सिस्टम से शहरी इलाकों में भी अतिक्रमण पर अंकुश लगेगा। अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाने का आदेश सीधे तौर पर कमिश्नर दे सकेगा और नगर निगम को इस पर अमल करना होगा। पुलिस कमिश्नर को गैंगस्टर, जिला बदर, असलहा लाइसेंस देने जैसे अधिकार होंगे। कमिश्नरी सिस्टम में धरना प्रदर्शन की अनुमति देना और न देना भी पुलिस के हाथों में आ जाएगा। जमीन संबंधी विवादों के निस्तारण में भी पुलिस को अधिकार मिलेगा। पुलिस कमिश्नर सीधे लेखपाल को पैमाइश का आदेश दे सकता है। कानूनविदों की मानें तो इससे जमीन से संबंधित विवाद का निस्तारण जल्दी होगा। दंगे के दौरान लाठीचार्ज होना चाहिए या नहीं, अगर बल प्रयोग हो रहा है तो कितना बल प्रयोग किया जाएगा इसका निर्णय भी पुलिस ही करेगी, अब तक यह फैसला जिला प्रशासन के पास होता था। अभी तक ये सभी अधिकार जिलाधिकारी के पास थे।
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उम्मीद यही की जा रही है कि इस बड़े बदलाव से कानून−व्यवस्था में सुधार आएगा। पुलिस के साथ ही जनता को भी बड़ी राहत मिलेगी। इस व्यवस्था के तहत जिन महाननगरों लखनऊ−नोयडा में यह व्यवस्था लागू होगी, वहां पुलिस कमिश्नर का मुख्यालय बनेगा। अब नई व्यवस्था लागू होने के बाद दोनों महानगर को कई जोन में बांट जाएगें। हर जोन में डीसीपी की तैनाती होगी, जो वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) की तरह उस जोन को डील करेगा। इसके अलावा 2 से 4 थानों पर सीओ की तरह एक एसीपी तैनात होंगे। नई पुलिस व्यवस्था के तहत लखनऊ को लखनऊ नगर एवं लखनऊ ग्रामीण नामक पुलिस जिलों में बांटा गया है। लखनऊ नगर में कुल 40 थाने और लखनऊ ग्रामीण में 5 थाने शामिल होंगे।
उत्तर प्रदेश कैबिनेट की बैठक के बाद प्रेसवार्ता करते मा. मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी https://t.co/gwMA1kUJEj
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) January 13, 2020
पन्ना में बनेगा नवीन श्रमोदय आवासीय विद्यालय, 130 करोड़ रुपये का बजट प्रावधान: श्रम मंत्री
- दिनेश शुक्ल
- जनवरी 19, 2021 23:13
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मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने मण्डल द्वारा संचालित औजार/उपकरण योजना में संशोधन का अनुमोदन किया। बैठक में श्रमोदय आवासीय विद्यालयों में मैस संचालन के लिए निविदा प्रक्रिया किये जाने, मण्डल कार्यालय एवं श्रम कार्यालयों में आउटसोर्स पर हाउसकीपिंग, सिक्योरिटी एवं अन्य स्टाफ रखने की स्वीकृति प्रदान की गई।
भोपाल।मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में जल्द ही नवीन श्रमोदय आवासीय विद्यालय का निर्माण किया जाएगा। राज्य के श्रम मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि पन्ना में श्रमिकों के बच्चों के लिए नवीन श्रमोदय आवासीय विद्यालय का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए वर्ष 2020-21 में राशि 130 करोड़ रुपये का बजट प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि पन्ना जिले में शिक्षा की उचित व्यवस्था न होने के कारण बेहतर शिक्षा प्राप्त करने के लिए विद्यार्थियों को पन्ना जिले से बाहर अन्य बड़े शहरों में जाकर शिक्षा ग्रहण करने जाना पड़ता है, पन्ना जिले में पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के बच्चों को पन्ना में ही उच्च शिक्षा प्राप्त हो, इसके लिए शीघ्र ही नवीन श्रमोदय आवासी विद्यालय का निर्माण किया जायेगा।
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यह बातें उन्होंने मंगलवार को मध्य प्रदेश भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार कल्याण मण्डल की 32वीं. बैठक को संबोधित करते हुए कहा। उन्होंने कहा कि निर्माण श्रमिक पंजीयन तथा मण्डल की कल्याणकारी योजनाओं का प्रचार-प्रसार किया जाये। इसके लिए 10 करोड़ रुपये का बजट प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि पंजीकृत निर्माण श्रमिकों को परिचय पत्र (स्मार्ट कार्ड) प्रदाय किये जायें। उन्होंने निर्देश दिये कि मण्डल की विभिन्न योजनाओं में समय-समय पर वांछित संशोधन, संचालन तथा पर्यवेक्षण में परामर्श के लिए कन्सलटेंट की सेवायें ली जायें। उन्होंने पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के लिए संचालित कौशल प्रशिक्षण योजना 2012 में संशोधन प्रस्ताव का अनुमोदन किया।
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मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने मण्डल द्वारा संचालित औजार/उपकरण योजना में संशोधन का अनुमोदन किया। बैठक में श्रमोदय आवासीय विद्यालयों में मैस संचालन के लिए निविदा प्रक्रिया किये जाने, मण्डल कार्यालय एवं श्रम कार्यालयों में आउटसोर्स पर हाउसकीपिंग, सिक्योरिटी एवं अन्य स्टाफ रखने की स्वीकृति प्रदान की गई। इसके अलावा श्रमोदय आवासीय विद्यालयों में अध्ययनरत श्रमिकों के बच्चों कों गणवेश उपलब्ध करवाने एवं अन्य महत्वपूर्ण प्रस्तावों का अनुमोदन किया। बैठक में श्रम विभाग के प्रमुख सचिव उमाकांत उमराव, श्रमायुक्त आशुतोष अवस्थी, श्रम विभाग के उप सचिव छोटे सिंह एवं अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
मध्य प्रदेश में कोरोना के 304 नये मामले, 07 लोगों की मौत
- दिनेश शुक्ल
- जनवरी 19, 2021 22:54
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बुलेटिन के अनुसार, मंगलवार को प्रदेशभर में 22,690 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 304 पॉजिटिव और 22,386 रिपोर्ट निगेटिव आईं, जबकि 112 सेम्पल रिजेक्ट हुए। पाजिटिव प्रकरणों का प्रतिशत 1.3 रहा। इसके बाद राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 2,51,882 से बढ़कर 2,52,186 हो गई है।
भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना के नये मामलों में लगातार कमी देखने को मिल रही है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 304 नये मामले सामने आए हैं, जबकि 07 लोगों की मौत हुई है। इसके बाद राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या दो लाख 52 हजार 186 और मृतकों की संख्या 3763 हो गई है। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग द्वारा मंगलवार देर शाम जारी कोरोना से संबंधित हेल्थ बुलेटिन में दी गई। नये मामलों में इंदौर-35, भोपाल-74, बैतूल-27 के अलावा अन्य जिलों में 20 से कम मरीज मिले हैं। इनमें 08 जिले ऐसे भी हैं, जहां आज नये प्रकरण शून्य रहे।
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बुलेटिन के अनुसार, मंगलवार को प्रदेशभर में 22,690 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 304 पॉजिटिव और 22,386 रिपोर्ट निगेटिव आईं, जबकि 112 सेम्पल रिजेक्ट हुए। पाजिटिव प्रकरणों का प्रतिशत 1.3 रहा। इसके बाद राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 2,51,882 से बढ़कर 2,52,186 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 57,097, भोपाल-41,707, ग्वालियर 16,312, जबलपुर 16,057, खरगौन 5343, सागर 5289, उज्जैन 4883, रतलाम-4622, रीवा-4069, धार-4040, होशंगाबाद 3782, शिवपुरी-3618, विदिशा-3575, नरसिंहपुर 3488, सतना-3432, बैतूल 3484, मुरैना 3226, बालाघाट-3124, नीमच 3004, शहडोल 2968, देवास-2892, बड़वानी 2863, मंदसौर 2811, छिंदवाड़ा 2796, सीहोर-2766, दमोह-2729, झाबुआ 2480, रायसेन-2445, राजगढ़-2383, खंडवा 2313, कटनी 2227, छतरपुर-2089, अनूपपुर 2083, हरदा 2107, सीधी 1992, सिंगरौली 1900, दतिया 1884, शाजापुर 1769, सिवनी 1561, गुना-1536, भिण्ड-1494, श्योपुर 1466, टीकमगढ़ 1293, अलीराजपुर 1283, उमरिया 1295, मंडला-1214, अशोकनगर-1125, पन्ना 1110, डिंडौरी 972, बुरहानपुर 862, निवाड़ी 674 और आगरमालवा 652 मरीज शामिल हैं।
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राज्य में आज कोरोना से 07 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। मृतकों में इंदौर-ग्वालियर के दो-दो और भोपाल, छिंदवाड़ा व दमोह के एक-एक मरीज शामिल हैं। इसके बाद राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या 3756 से बढ़कर 3763 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 920, भोपाल 599, ग्वालियर-219, जबलपुर-249, खरगौन-102, सागर-149, उज्जैन 104, रतलाम-79, धार-58, रीवा-35, होशंगाबाद-61, शिवपुरी-30, विदिशा-71, नरसिंहपुर-30, सतना-42, मुरैना-29, बैतूल-73, बालाघाट-14, शहडोल-30, नीमच-37, देवास-27, बड़वानी-28, छिंदवाड़ा-44, सीहोर-48, दमोह-82, मंदसौर-35, झाबुआ-27, रायसेन-46, राजगढ़-63, खंडवा-63, कटनी-17, हरदा-35, छतरपुर-32, अनूपपुर-14, सीधी-13, सिंगरौली-26, दतिया-20, शाजापुर-22, सिवनी-10, भिण्ड-10, गुना-26, श्योपुर-14, टीकमगढ़-27, अलीराजपुर-15, उमरिया-17, मंडला-10, अशोकनगर-17, पन्ना-04, डिंडौरी-01, बुरहानपुर-27, निवाड़ी-02 और आगरमालवा-10 व्यक्ति शामिल है।बुलेटिन में राहत की खबर यह है कि राज्य में अब तक 2,42,691 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच चुके हैं। इनमें 725 मरीज मंगलवार को स्वस्थ हुए। अब प्रदेश में कोरोना के सक्रिय प्रकरण 5,732 हैं।
मध्य प्रदेश के बैतूल में 13 वर्षीय किशोरी के साथ दुष्कर्म का आरोपी गिरफ्तार
- दिनेश शुक्ल
- जनवरी 19, 2021 22:28
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पीड़ित किशोरी जब देर रात तक घर नहीं पहुंची तो उसके परिजन उसे ढूंढते हुए अपने खेत पर पहुंचे। ढूंढते हुए बड़ी बहन जब नाले के पास पहुंची तो उसे पत्थरों के नीचे से कराहने की आवाज आई। उसने अपने पापा को आवाज दी। दोनों ने मिलकर जब पत्थरों पर रखे कांटे ओर बड़े-बड़े पत्थरों को हटाया तो नीचे नाबालिग किशोरी मिली।
बैतूल। मध्य प्रदेश के बैतूल जिले की घोड़ाडोंगरी तहसील अंतर्गत सारणी पुलिस थाना क्षेत्र में सोमवार शाम को 13 साल की अनुसूचित जाति की किशोरी से बलात्कार कर उसे नाले में जिंदा दफनाने का मामला सामने आया था। पीड़ित किशोरी के परिजन उसे तलाश करते हुए जब नाले के पास पहुंचे तो वह पत्थरों के नीचे दफन मिली। परिजन उसे तुरंत घोड़ाडोंगरी अस्पताल लेकर पहुंचे और पुलिस को मामले की जानकारी दी। सूचना मिलने पर घोड़ाडोंगरी पुलिस भी अस्पताल पहुंची साथ ही सारणी एसडीओपी अभय राम चौधरी, सारणी थाना प्रभारी महेंद्र सिंह चौहान, एसआई अलका राय एवं घोडाडोंगरी चौकी प्रभारी रवि शाक्य अस्पताल पहुंचे। जिसके बाद पुलिस ने पीड़िता के बयान लिए। वही इस मामले के आरोपित को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
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पुलिस अधीक्षक बैतूल सिमाला प्रसाद ने मंगलवार को मामले की जानकारी देते हुए बताया कि पीड़ित किशोरी ने पुलिस को बताया कि वह सोमवार शाम को अपने खेत में मोटर बंद करने गई हुई थी। वहां उसके खेत से लगे हुए खेत के मालिक सुनील वर्मा (38) ने उसको अकेला पाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। आरोपित की हैवानियत इतने पर ही खत्म नहीं हुई। दुष्कर्म करने के बाद आरोपित ने किशोरी को नाले में जिंदा दफना कर पत्थरों से ढंक दिया और उस पर कांटे की झाड़ियां भी डाल दी।
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पीड़ित किशोरी जब देर रात तक घर नहीं पहुंची तो उसके परिजन उसे ढूंढते हुए अपने खेत पर पहुंचे। ढूंढते हुए बड़ी बहन जब नाले के पास पहुंची तो उसे पत्थरों के नीचे से कराहने की आवाज आई। उसने अपने पापा को आवाज दी। दोनों ने मिलकर जब पत्थरों पर रखे कांटे ओर बड़े-बड़े पत्थरों को हटाया तो नीचे नाबालिग किशोरी मिली। जिसे बाहर निकाला गया और घोड़ाडोंगरी अस्पताल में उपचार के लिए ले जाया गया। किशोरी की हालत गंभीर होने पर प्राथमिक उपचार के बाद उसे जिला अस्पताल रेफर किया गया। वहीं पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने थाना सारणी में धारा 376 (3), 323, 324 पॉस्को एक्ट, एससीएसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

