मजदूरों की सेवा में रोड़ा अटका रही है यूपी सरकार: लल्लू

लल्लू

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि दो दिन पूर्व सभी बसें गोवर्धन से आगे डीग रोड पर राजस्थान सीमा से लौट गईं और अब हमारी बसें फतेहपुर सीकरी बॉर्डर पर तैयार हैं लेकिन आगरा जिला प्रशासन बसों को यहां से गुजरने ही नहीं दे रहा।

मथुरा। उत्तर प्रदेश के प्रवासी मजदूरों को घर लौटने के लिये 1000 बसें उपलब्ध कराने की कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की पेशकश पर उप्र सरकार और कांग्रेस पार्टी में जारी गतिरोध के बीच पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार ‘लल्लू’ ने मंगलवार को यहां योगी सरकार पर मजदूरों की सेवा में रोड़ा अटकाने का आरोप लगाया है। मथुरा में पत्रकारों से बातचीत में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, “सरकार जानबूझ कर बसों के नंबरों में हेरफेर करके गुमराह कर रही है। हमने बसों के नंबर ही दिए हैं।” प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि दो दिन पूर्व सभी बसें गोवर्धन से आगे डीग रोड पर राजस्थान सीमा से लौट गईं और अब हमारी बसें फतेहपुर सीकरी बॉर्डर पर तैयार हैं लेकिन आगरा जिला प्रशासन बसों को यहां से गुजरने ही नहीं दे रहा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने शुरू से ही मजदूरों के लिए भेजी जाने वाली बसों को नोएडा और गाजियाबाद भेजने का प्रस्ताव रखा था। इसके लिए प्रदेश सरकार ने दो दिन तक तो अनुमति ही नहीं दी। बाद में अनुमति दी भी तो बसों को लखनऊ भेजने को कहा गया है, जो कि अमानवीय है। 

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प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि वह मजदूरों के मुद्दे पर सरकार के साथ खड़े हैं, परंतु सरकार खुद इस कार्य में रोड़ा बन रही है। जो मजदूर गाजियाबाद और नोएडा बॉर्डर पर फंसे हुए हैं, उनकी मदद नहीं हो पा रही है। पहले उन्होंने हमें अनुमति ही नहीं दी और जब रात 12 बजे बसों की अनुमति दी तो इस शर्त पर कि बसों को लखनऊ लाया जाए। उन्होंने कहा कि रात के 12 बजे पत्र जारी करके बसों को लखनऊ बुलाने का क्या औचित्य है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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