केंद्रीय विद्यालय की स्थापना को लेकर केंद्रीय मंत्री कुशवाहा ने किया अनशन
केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने औरंगाबाद में केंद्रीय विद्यालय की स्थापना के लिए जमीन मुहैया करा पाने में बिहार की नीतीश कुमार सरकार की ‘‘नाकामी’’ के खिलाफ यहां शनिवार को अनशन किया।
औरंगाबाद (बिहार)। केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने औरंगाबाद में केंद्रीय विद्यालय की स्थापना के लिए जमीन मुहैया करा पाने में बिहार की नीतीश कुमार सरकार की ‘‘नाकामी’’ के खिलाफ यहां शनिवार को अनशन किया। मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री कुशवाहा ने आरोप लगाया कि जिले के देवकुंड में केंद्रीय विद्यालय की स्थापना के लिए जमीन देने का अनुरोध चार महीने पहले बिहार सरकार से किया गया था, लेकिन अब तक इस मामले में कोई प्रगति नहीं हुई।
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अपनी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के समर्थकों के साथ मौजूद कुशवाहा ने कहा, ‘‘राज्य सरकार के असहयोगात्मक रवैये के कारण यहां केंद्रीय विद्यालय परियोजना फंसी हुई है। नवादा जिले में भी यही हाल है, जहां हम रविवार को अनशन करेंगे।’’
#नवादा केंद्रीय विद्यालय हेतु उपलब्ध जमीन के आवंटन में #बिहार सरकार द्वारा विलंब व उदासीनता के विरोध में आज #उपवास_सत्याग्रह। भारी संख्या में भाग लेने वाले सभी स्थानीय साथियों को हार्दिक धन्यवाद। #शिक्षा_सुधार pic.twitter.com/RMtoTLsNGt
— Upendra Kushwaha (@UpendraRLSP) December 9, 2018
उन्होंने कहा कि बिहार सरकार ने जमीन की मंजूरी के लिए ‘‘बहुत ही अव्यावहारिक मांग’’ की थी। उसने कहा था कि ऐसे प्रावधान होने चाहिए कि ऐसे स्कूलों में 75 फीसदी छात्र-छात्राएं राज्य के भीतर के ही हों। कुशवाहा ने कहा, ‘‘यदि हम यहां ऐसे प्रावधान पर सहमत हो जाते तो हमें दूसरे राज्यों में भी ऐसी ही सहमति देनी होती।
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बिहार सरकार को समझ नहीं है कि पटना को छोड़कर कहीं और के केंद्रीय विद्यालयों में दूसरे राज्यों के छात्र बमुश्किल ही होंगे।’’ मंत्री ने कहा, ‘‘दूसरी तरफ, बिहार के छात्र बड़ी संख्या में दूसरे राज्यों के केंद्रीय विद्यालयों में पढ़ते हैं। लिहाजा, उनकी शर्त मानने पर हमारे ही बच्चों को नुकसान होता।’’
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