उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना मामलों में वृद्धि देखते हुए कर्फ्यू की अवधि दो और बढ़ाई

Uttar Pradesh

सूचना विभाग के अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल ने को बताया कि सरकार ने पिछले शुक्रवार रात आठ बजे से मंगलवार सुबह सात बजे तक लागू किए गए कोरोना कर्फ्यू को सोमवार को दो और दिनों के लिए बढ़ा दिया है।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने सप्ताहांत पर लगाए गए कोरोना कर्फ्यू की अवधि सोमवार को दो और दिनों के लिए बढ़ा दी। अब बृहस्पतिवार सुबह सात बजे तक यह कर्फ्यू लागू रहेगा। सूचना विभाग के अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल ने को बताया कि सरकार ने पिछले शुक्रवार को रात आठ बजे से मंगलवार सुबह सात बजे तक लागू किए गए कोरोना कर्फ्यू की अवधि सोमवार को दो और दिनों के लिए बढ़ा दी है और अब यह व्यवस्था छह मई सुबह सात बजे तक जारी रहेगी। उन्होंने बताया कि फिलहाल यह व्यवस्था इसी हफ्ते के लिए की गई है और इस अवधि में आवश्यक तथा अनिवार्य सेवाएं जैसे दवा, सब्जी की दुकानें, औद्योगिक इकाइयां वगैरह जारी रहेंगी।

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सहगल ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई टीम-9 की बैठक में यह फैसला लिया गया है। यह प्रदेश में कोरोना संक्रमण की श्रंखला को तोड़ने के अपने प्रयासों के तहत लिया गया है। अपर मुख्य सचिव ने बताया कि मुख्यमंत्री ने बैठक में महामारी के इस दौर में पूरे समर्पण के साथ काम कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों, सफाईकर्मियों तथा आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को तोहफा देने का ऐलान किया है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि कोविड से संबंधित कार्यों में संलग्न सभी स्वास्थ्यकर्मियों, चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टाफ, हाउसकीपिंग स्टाफ, स्वच्छता कर्मी, आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं आदि की सेवाएं सेवाभाव और कर्तव्यपरायणता का उत्कृष्ट उदाहरण है। सरकार ऐसे कार्मिकों को प्रोत्साहन स्वरूप अतिरिक्त मानदेय प्रदान करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अस्पतालों में सेवारत चिकित्सकों, नर्सिंग स्टाफ को कोविड सेवा के दिवसों के लिए वर्तमान वेतन या मानदेय का 25 फीसद अतिरिक्त देय होगा। इसी प्रकार अन्य कोरोना वॉरियर्स को भी अतिरिक्त मानदेय प्रदान किया जाएगा।

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यह अतिरिक्त मानदेय ड्यूटी के बाद उनके पृथकवास की अवधि के लिए भी दिया जाएगा। योगी ने बैठक में यह भी आदेश दिया कि कोविड पर प्रभावी नियंत्रण और आवश्यक रणनीति के लिए राज्य स्तर पर स्वास्थ्य विशेषज्ञों का एक सलाहकार पैनल तैयार किया जाए। यह पैनल राज्य स्तरीय टीम-09 को समय-समय पर आवश्यक परामर्श देगी। मुख्यमंत्री ने कोविड-19 महामारी के बेहतर प्रबंधन के लिए मेडिकल/नर्सिंग अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राओं की सेवाएं भी लेने का फैसला करते हुए कहा कि सेवानिवृत्त स्वास्थ्य कर्मियों, अनुभवी चिकित्सकों और पूर्व सेना कर्मियों के अनुभवों का भी लाभ लिया जाए, उन्हें भी कोविड कार्य से जोड़ा जाए। सभी को नियमानुसार मानदेय प्रदान किया जाएगा। इस बारे में जल्द से जल्द आदेश जारी कर दिया जाए। योगी ने ग्रामीण क्षेत्रों में आगामी 5 मई को शुरू हो रहे विशेष टेस्टिंग अभियान का जिक्र करते हुए कहा कि इस मुहिम के तहत निगरानी समितियां घर-घर जाकर लोगों का इंफ्रारेड थरमामीटर से जांच करेंगी, पल्स ऑक्सीमीटर से लोगों का ऑक्सीजन लेवल चेक किया जाएगा। उसके बाद कोविड लक्षण युक्त अथवा संदिग्ध लोगों की एंटीजन जांच कराई जाएगी। टेस्ट की रिपोर्ट और मरीज की स्थिति के आधार पर उसे घर में पृथकवास, संस्थागत पृथकवास अथवा अस्पताल में इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई जाए। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि घर में पृथकवास में रह रहे उपचाराधीन लोगों को जरूरत के अनुसार ऑक्सीजन जरूर उपलब्ध कराई जाए।

यह व्यवस्था सभी जिलों में प्रभावी ढंग से लागू की जाए। अगर किसी मरीज के परिजन सिलिंडर रीफिलिंग के लिए प्रयासरत हों तो उसकी मदद की जाए। योगी ने कहा कि प्रदेश में ऑक्सीजन की आपूर्ति बेहतर करने के लिए सभी जरूरी प्रयास किये जा रहे हैं। बरेली और मुरादाबाद तथा आसपास के क्षेत्रों में सुचारु आपूर्ति के लिए कल ट्रेन संचालित की गई। आगरा में वायु सेवा से ऑक्सीजन पहुंचायी गयी है। अगले एक-दो दिवस के भीतर जामनगर (गुजरात) से 40 टन ऑक्सीजन के साथ ऑक्सीजन एक्सप्रेस आएगी। इसी प्रकार, जमशेदपुर से 10 टैंकरों वाली एक ट्रेन आज चलेगी। पश्चिम बंगाल से भी टैंकर से ऑक्सीजन की आपूर्ति हो रही है। सभी जिलों में आक्सीजन की जरूरत पर नजर रखी जाए।

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