निवेश का सबसे उपयुक्त स्थल है उत्तर प्रदेश, कानून व्यवस्था बेहतर: योगी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य की कानून व्यवस्था को ‘बेहतर’ बताते हुए निवेशकों को आश्वस्त किया कि देश में निवेश के लिये उत्तर प्रदेश सबसे उपयुक्त स्थल है।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य की कानून व्यवस्था को ‘बेहतर’ बताते हुए निवेशकों को आश्वस्त किया कि देश में निवेश के लिये उत्तर प्रदेश सबसे उपयुक्त स्थल है। योगी ने उत्तर प्रदेश इन्वेस्टर्स समिट—2018 के समापन समारोह में कहा, 'मैं निवेशकों को आश्वस्त करता हूं कि देश में उत्तर प्रदेश सबसे उपयुक्त निवेश स्थल है। यहां की कानून व्यवस्था देश में बेहतरीन है।' उन्होंने कहा, 'साथ ही जिस सिंगल विण्डो पोर्टल को प्रधानमंत्री ने कल लांच किया, यह देश के अंदर डिजिटल मंजूरी का पहला पोर्टल है। एक जगह बैठकर बिना लाल फीताशाही और नौकरशाही की चपेट में आये पालिसी के तहत सुविधा का लाभ पाया जा सकता है।'
योगी ने कहा कि 'कारोबार सुगमता' में उत्तर प्रदेश ने नयी छलांग लगायी है। उन्होंने कहा कि 24 जनवरी को उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस के मौके पर प्रदेश के परंपरागत उत्पादों को प्रोत्साहित करने के लिए 'वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट' योजना को लागू किया गया था। यह प्रयास राज्य के उन उद्यमियों के लिए था, जिन्हें कभी शासन के स्तर पर कोई प्रोत्साहन नहीं मिल पाया था।
मुख्यमंत्री ने कहा, 'आज उत्तर प्रदेश इन्वेस्टर्स समिट 2018 इसी की अगली कडी है। यह उत्तर प्रदेश की असीमित संभावनाओं को देश दुनिया के सामने प्रस्तुत करता है। उत्तर प्रदेश प्राचीन काल से ही भारत की धार्मिक, सांस्कृतिक, आर्थिक और सामाजिक अर्थव्यवस्था की रीढ रहा है। आज भी देश की अर्थव्यवस्था में उत्तर प्रदेश की भूमिका है। यह राज्य पर्यटन की व्यापक संभावनाएं समेटे है। उन्होंने कहा कि समिट का आयोजन इसलिए अपने आप में पहला अदभुत अनुभव है क्योंकि यह उत्तर प्रदेश की अलग अलग पहचान को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रस्तुत कर सकता है।
योगी बोले, 'प्रसन्नता है कि दस देशों के प्रतिनिधियों ने, 6000 से अधिक प्रतिभागियों ने .... 110 से अधिक कंपनियों ने विभिन्न प्रदर्शनियों के माध्यम से समिट में प्रतिभाग किया है। समिट में 32 से अधिक समानान्तर सत्रों में विचार रखे गये।' उन्होंने कहा कि कृषि, खाद्य प्रसंस्करण, डेयरी, हथकरघा, वस्त्र, सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई), आईटी एवं इलेक्ट्रानिक्स विनिर्माण, फिल्म, नवीनीकरणीय उर्जा पर व्यापक चर्चा हुई। राज्य सरकार ने रक्षा और एयरोस्पेस, इलेक्ट्रिक वाहन, फार्मा, लाजिस्टिक एवं वेयरहाउसिंग जैसे विकासशील क्षेत्रों को भी प्रोत्साहित करने का कार्य समिट के माध्यम से किया। उन्होंने कहा, प्रसन्नता है कि इस समिट के दौरान 1045 एमओयू को राज्य सरकार ने सहमति के साथ स्वीकार किया और हस्ताक्षर किये गये।योगी ने कहा कि इन प्रस्तावों पर जब आगे क्रियान्वयन होगा तो लगभग 35 लाख रोजगार और नौकरियां प्रदेश में प्राप्त होंगी। ।मुख्यमंत्री ने समिट के साझीदार देशों नीदरलैंडस, जापान, चेक गणराज्य, फिनलैंड, स्लोवाकिया, मारिशस और थाईलैंड का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश को ‘रक्षा उत्पादन गलियारे’ का तोहफा दिया है। इसके लिये राज्य में अच्छा माहौल है। उत्तर प्रदेश में कनेक्टिविटी काफी अधिक है। यहां एक्सप्रेसवे और हाईवे हैं। हम दिल्ली के पास जेवर में अंतरराष्ट्रीय हवाई अडडा बनाने जा रहे हैं। आगरा, कानपुर, लखनऊ, वाराणसी और गोरखपुर में पहले से एयरपोर्ट हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुशीनगर में भी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का काम अंतिम चरण में है। जल्द वहां परिचालन शुरू करेंगे। 'हमने क्षेत्रीय स्तर पर संपर्क साधन बढ़ाने की रीजनल कनेक्टिविटी प्रक्रिया को अंतिम चरण तक पहुंचाया है।' योगी ने भाजपा विधायक लोकेन्द्र सिंह चौहान के निधन की सूचना देते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि चौहान समिट कार्यक्रम के लिए बिजनौर से आ रहे थे। सीतापुर के निकट सडक दुर्घटना में उनकी दुखद मौत हो गयी। मुख्यमंत्री ने अंत में निवेशकों को आश्वस्त किया कि प्रदेश में इस समय जितना अनुकूल वातावरण है, आने वाले समय में और अनुकूल वातावरण बनाया जाएगा।
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