विकास दुबे घटनाक्रम : पुलिसकर्मियों की हत्या से एनकाउंटर में मारे जाने तक

Vikas Dubey

चौबेपुर के थाना अध्यक्ष विनय तिवारी को पुलिस की दबिश के बारे में जानकारी विकास दुबे को देने के संदेह में निलंबित किया गया। पुलिस ने दुबे के बिकरू गांव स्थित घर को जमींदोज किया।

कानपुर (उप्र)।  कानपुर के बिकरू कांड का मास्टरमाइंड और पांच लाख रुपये का इनामी अपराधी विकास दुबे शुक्रवार को एसटीएफ के साथ कथित मुठभेड़ में मारा गया। बिकरू कांड और उसके बाद के घटनाक्रम की तिथिवार मुख्य बातें इस प्रकार हैं : 

इसे भी पढ़ें: विकास दुबे मामले में पत्रकारों का दावा, एनकाउंटर से पहले मीडिया के वाहनों को रोका गया, पुलिस ने सिरे से किया खारिज

3 जुलाई- कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र स्थित बिकरू गांव में विकास दुबे के साथियों द्वारा घात लगाकर किए गए हमले में पुलिस क्षेत्राधिकारी देवेंद्र मिश्रा, तीन सब इंस्पेक्टर और चार सिपाहियों की मौत। वारदात के चंद घंटे बाद दुबे के 2 साथी मुठभेड़ में मारे गए। 

4 जुलाई- चौबेपुर के थाना अध्यक्ष विनय तिवारी को पुलिस की दबिश के बारे में जानकारी विकास दुबे को देने के संदेह में निलंबित किया गया। पुलिस ने दुबे के बिकरू गांव स्थित घर को जमींदोज किया। 

5 जुलाई- विकास दुबे का गुर्गा दयाशंकर अग्निहोत्री कानपुर में एक मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार। 

इसे भी पढ़ें: संजय राउत ने पूछा, विकास दुबे के पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने पर सवाल क्यों

6 जुलाई- सरकार ने चौबेपुर थाने के तीन अन्य पुलिस कर्मियों को भी निलंबित किया। पुलिस ने कहा कि वह वारदात में मारे गए पुलिस उपाधीक्षक देवेंद्र मिश्रा के उस कथित पत्र में लगे आरोपों की जांच कर रही है जिनके तहत विकास दुबे और चौबेपुर के तत्कालीन थानाध्यक्ष विनय तिवारी के बीच संबंध होने की बात कही गई थी। 

इसे भी पढ़ें: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के ‘मुठभेड़ राज’ में न्याय की हत्या हुई है: तृणमूल

7 जुलाई- सरकार ने चौबेपुर थाने में तैनात सभी 68 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया। दुबे के तीन और साथी गिरफ्तार हुए। कानपुर के निवर्तमान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनंत देव तिवारी एसटीएफ के उपमहानिरीक्षक पद से हटाकर पीएसी मुरादाबाद स्थानांतरित किए गए। 

इसे भी पढ़ें: एनकाउंटर नहीं कर सकती पुलिस, सेल्फ डिफेंस का है अधिकार

8 जुलाई- विकास दुबे का एक और सहयोगी पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया और उसके छह अन्य साथी गिरफ्तार हुए। चौबेपुर के निलंबित थानाध्यक्ष विनय तिवारी और निलंबित किए गए बीट इंचार्ज केके शर्मा गिरफ्तार हुए। एसटीएफ ने विकास दुबे के रिश्तेदार राजू निगम को मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में गिरफ्तार किया। 

इसे भी पढ़ें: उमा भारती गैंगस्टर विकास दुबे को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा से पूछेगी सवाल

9 जुलाई-मध्य प्रदेश पुलिस ने विकास दुबे को उज्जैन के महाकाल मंदिर के बाहर से गिरफ्तार कर उत्तर प्रदेश पुलिस को सौंपा। दुबे के साथी प्रभात और प्रवीण अलग-अलग मुठभेड़ों में मारे गए। दुबे की पत्नी को गिरफ्तार किया गया। 

इसे भी पढ़ें: विकास दुबे का मुठभेड़ में मारा जाना फर्जी प्रतीत होता है: शरद यादव

10 जुलाई- उज्जैन से कानपुर लाया जा रहा विकास दुबे सचेंडी थाना क्षेत्र में एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में मारा गया।

 हुआ अंतिम संस्कार

दुर्दांत अपराधी विकास दुबे की शुक्रवार को एसटीएफ के साथ कथित मुठभेड़ में मौत के बाद तीन डॉक्टरों के एक पैनल ने उसके शव का पोस्टमार्टम किया। देर शाम दुबे के शव का भैरव घाटी स्थित विद्युत शवदाह गृह में अंतिम संस्कार कर दिया गया। पोस्टमार्टम करने वाले एक डॉक्टर ने बताया दुबे के अंत्यपरीक्षण की वीडियोग्राफी भी कराई गई है। उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम में जो भी सामने आया है, इस बारे में पुलिस को बता दिया गया है और पोस्टमार्टम की रिपोर्ट भी उसे जल्द सौंप दी जाएगी। पुलिस से कहा गया है कि वह बाकी औपचारिकताएं पूरी करें। दुबे के शव का पोस्टमार्टम पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच किया गया। इस बीच, पुलिस ने दुबे के रिश्तेदार दिनेश तिवारी को उसका शव लेने और उसका अंतिम संस्कार करने के लिए मनाया। बाद में सबको कड़ी सुरक्षा के बीच अंतिम संस्कार के लिए भैरव घाट ले जाया गया, जहां विद्युत शवदाह गृह में उसकी अंत्येष्टि की गई। इस दौरान घाट के आसपास बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़