वीवीआईपी हेलीकॉप्टर घोटाला: फर्जी कंपनियों को लेकर मिशेल से पूछताछ करेगा ED

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[email protected] । Dec 5 2018 8:33PM

सीबीआई के साथ इस मामले की जांच कर रहे ईडी ने 2016 में मिशेल के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया था और आरोप लगाया था कि मिशेल को अगस्ता वेस्टलैंड से 225 करोड़ रुपये मिले।

 नयी दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) 3,600 करोड़ रुपये के वीवीआईपी हेलीकॉप्टर सौदे में कथित बिचौलिए क्रिश्चियन मिशेल से उसके तथा अन्य द्वारा भारत और विदेश में ‘‘फर्जी कंपनियां’’ बनाने तथा रिश्वत के रूप में मिले काले धन को वैध बनाने के आरोपों पर पूछताछ करेगी। केंद्रीय जांच एजेंसी मिशेल की हिरासत मांग सकती है या धन शोधन निरोधक कानून (पीएमएलए) के तहत सीबीआई के साथ आरोपी से पूछताछ के लिए एक अर्जी दे सकती है। एजेंसी अन्य आरोपियों की भूमिका के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए इस मामले में ताजा आरोप पत्र भी दाखिल कर सकती है।

सीबीआई के साथ इस मामले की जांच कर रहे ईडी ने 2016 में मिशेल के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया था और आरोप लगाया था कि मिशेल को अगस्ता वेस्टलैंड से 225 करोड़ रुपये मिले। उसे यह धन राशि कंपनी को 12 हेलीकॉप्टर का सौदा दिलाने के लिए मिली। भारत ने 57 वर्षीय मिशेल को संयुक्त अरब अमीरात से प्रत्यर्पित किया और उसे मंगलवार देर रात दिल्ली लाया गया। उसे औपचारिक तौर पर सीबीआई ने गिरफ्तार किया और बुधवार को यहां एक विशेष अदालत के समक्ष पेश किया जहां उसे एजेंसी की पांच दिन की हिरासत में भेज दिया गया। उन्होंने बताया कि मिशेल से उन दस्तावेजों के बारे में पूछताछ की जाएगी जो एजेंसी ने इस जांच में अभी तक जब्त किए या बरामद किए। उससे उस समय सत्ता में बैठे नेताओं और नौकरशाहों तथा उसके द्वारा किए गए कथित संदिग्ध लेनदेन या रिश्वत के बारे में भी पूछा जाएगा।

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सूत्रों ने बताया कि ईडी खासतौर से वीवीआईपी हेलीकॉप्टर सौदे के दौरान भारतीय वायु सेना के अधिकारियों के साथ उसके ‘‘लेनदेन’’ के बारे में पूछेगी। उन्होंने बताया कि एजेंसी के पास इस बात के सबूत है कि गैरकानूनी धन विदेश भेजा गया या विदेशी कंपनी से भारत में आया और मिशेल के धन के इस पूरे लेनदेन के बारे में जांचकर्ताओं को बताने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि भारत और विदेश में इस कथित रिश्वत की रकम के लेनदेन के लिए कुछ कंपनियां है और ऐसी कंपनियां कुछ नहीं बल्कि फर्जी कंपनियां हैं। क्रिश्चियन मिशेल इस सौदे में शामिल तीन बिचौलियों में से एक है। इसके अलावा ग्यूडो हैशके और कार्लो गेरोसा है। 

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ईडी ने अपने आरोप पत्र में कहा था कि ये तीन बिचौलिए साल 2005 में हेलीकॉप्टर की उड़ान भरने की ऊंचाई 6,000 मीटर से 4,500 मीटर तक कराने के संबंध में वायु सेना के रुख को बदलने के लिए भारतीय वायु सेना में पहुंच बनाने में कामयाब रहे। जिसके बाद अगस्ता वेस्टलैंड इस सौदे में बनी रही।।एजेंसी ने यह भी पाया कि दिल्ली में दो भारतीयों के साथ मिशेल द्वारा चलाई जा रही मीडिया कंपनी कुछ नहीं बल्कि ‘‘अपराध में रिश्वत के रूप में मिले काले धन को वैध बनाने’’ के लिए एक ‘‘फर्जी कंपनी’’ है। ।।सीबीआई ने इस मामले में सितंबर 2017 में आरोप पत्र दाखिल किया था और इसमें मिशेल को आरोपी के रूप में नामजद किया था। सीबीआई ने नौ अन्यों के साथ भारतीय वायु सेना के पूर्व प्रमुख एस पी त्यागी को भी आरोप पत्र में नामजद किया।

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