यमुना में उफान जारी, 10 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया
यमुना का जल स्तर बढ़ना जारी है और आज लगातार तीसरे दिन भी भी नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। वहीं, करीब 10,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
नयी दिल्ली। यमुना का जल स्तर बढ़ना जारी है और आज लगातार तीसरे दिन भी भी नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। वहीं, करीब 10,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अधिकारियों को प्रभावित लोगों के लिए समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। वहीं 10,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। अधिकारियों ने बताया कि नदी का जल आज शाम 205.78 मीटर पर पहुंच गया जबकि खतरे का निशान 204.83 मीटर पर है।
अधिकारियों ने बताया कि यमुना का पानी 206. 50 मीटर तक पहुंच सकता है। इसबीच, राजनीतिक आरोप प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया। लोगों के घरों में पानी घुस जाने के बाद उनके रहने के लिए लिए उचित इंजताम नहीं करने के आरोप लगाए गए। एक अधिकारी ने बताया कि नदी में जलस्तर बढ़ने के कारण कम से कम 10,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर लगाए गए तंबुओं में पुहंचाया गया है।
मुख्यमंत्री के आदेश के बाद राजस्व मंत्री कैलाश गहलोत ने प्रभावित इलाके का दौरा किया और अधिकारियों को समुचित इंतजाम करने का आदेश दिया। संयुक्त पुलिस आयुक्त (यातायात) आलोक कुमार ने कहा कि लोगों को सलाह दी जाती है कि वे अपने गंतव्त तक पहुंचने में लगने वाले समय से ज्यादा वक्त ले कर चलें। अधिकारियों ने बताया कि बारिश के कारण नदी के जल स्तर में वृद्धि को देखते हुए लोहा पुल को वाहनों के यातायात के लिए कल बंद कर दिया गया था।
इसबीच, केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन ने आज आप सरकार पर हमला बोला और आरोप लगाया कि दिल्ली में यमुना के बढ़ते जलस्तर से प्रभावित लोगों के पुनर्वास के लिए पहले से कोई योजना नहीं बनाई गई और वे लोग यहां की असंवेदनशील सरकार की दया पर निर्भर हैं। शहर में सीसीटीवी कैमरे लगाने के चुनावी वादे को पूरा नहीं करने के लिए भी उन्होंने आप को आड़े हाथों लिया। गौरतलब है कि एक दिन पहले ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उप राज्यपाल अनिल बैजल द्वारा गठित एक पैनल की रिपोर्ट को फाड़ दिया था। उक्त रिपोर्ट निगरानी कैमरों को लगाने और उन पर नजर रखने से संबंधित थी।
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