पश्चिम बंगाल में खुलेंगे धार्मिक स्थल, आठ जून से सरकारी कार्यालयों में कामकाज : ममता बनर्जी

dd

कोविड-19 लॉकडाउन के जारी रहने का संकेत देते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक जून से धार्मिक स्थलों को खोलने और जून के दूसरे हफ्ते से 70 प्रतिशत कर्मचारियों की उपस्थिति के साथ राज्य सरकार के कार्यालयों में कामकाज शुरू करने जैसे कई तरह की छूट देने की शुक्रवार को घोषणा की।

कोलकाता। कोविड-19 लॉकडाउन के जारी रहने का संकेत देते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक जून से धार्मिक स्थलों को खोलने और जून के दूसरे हफ्ते से 70 प्रतिशत कर्मचारियों की उपस्थिति के साथ राज्य सरकार के कार्यालयों में कामकाज शुरू करने जैसे कई तरह की छूट देने की शुक्रवार को घोषणा की। लॉकडाउन के चौथे चरण के दो दिन पहले की गयी घोषणा का मकसद प्रमुख संस्थानों में रोजाना के कामकाज को सामान्य बनाने का है।

इसे भी पढ़ें: दिग्विजय सिंह को भाजपा मीडिया प्रभारी ने कहा निर्लज्ज, दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री पर साधा था निशाना

 हालांकि, राज्य में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के कारण विपक्षी भाजपा और माकपा ने आलोचना करते हुए फैसले पर पुनर्विचार करने की मांग की है। बनर्जी ने शाम में बयान में कहा कि राज्य सरकार के कार्यालय 70 प्रतिशत उपस्थिति के साथ काम करेंगे जबकि निजी क्षेत्र को कामकाज पर खुद फैसला लेना होगा। इससे पहले बनर्जी ने आठ जून से निजी और सरकारी कार्यालयों को पूरी उपस्थिति के साथ खोलने की घोषणा की थी।

इसे भी पढ़ें: भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 1.68 लाख तक पहुंची, 81 हजार लोग ठीक हुए

अपने फेसबुक पेज पर एक बयान में बनर्जी ने कहा कि जरूरी असर के लिए लॉकडाउन जारी रहेगा। कर्नाटक के बाद पश्चिम बंगाल ऐसा दूसरा राज्य होगा जो धार्मिक स्थलों के द्वार को खोलने की अनुमति देगा। कर्नाटक ने सोमवार से धार्मिक स्थलों को खोलने के लिए केंद्र से अनुमति मांगी है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़