चुनाव आते ही खुद को पीड़ित के तौर पर पेश करने लगते हैं PM मोदी: कांग्रेस
कांग्रेस के प्रवक्त मनीष तिवारी ने संवाददाताओं से कहा, ''छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश से जो रुझान और जानकारी मिली है उससे जाहिर होता है कि यह वक्त बदलाव का है।
नयी दिल्ली। कांग्रेस ने मंगलवार को आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी 'नाकामियों' से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए मौजूदा विधानसभा चुनावों में 'खुद को पीड़ित के तौर पर पेश करने की राजनीति' कर रहे हैं। पार्टी ने यह भी दावा किया कि देश की जनता बदलाव चाहती है और इस बदलाव का रुझान कांग्रेस की तरफ है। कांग्रेस के प्रवक्त मनीष तिवारी ने संवाददाताओं से कहा, 'छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश से जो रुझान और जानकारी मिली है उससे जाहिर होता है कि यह वक्त बदलाव का है। चुनाव वाले पांचों राज्यों में जनता बदलाव चाहती है और बदलाव का झुकाव कांग्रेस की तरफ है।'
LIVE: Congress President @RahulGandhi addresses a public gathering in Jodhpur, Rajasthan. #हम_बदलेंगे_राजस्थान https://t.co/zac0L2IOpd
— Congress (@INCIndia) November 26, 2018
उन्होंने कहा, 'पहले गुजरात के चुनाव और अब पांच राज्यों के चुनाव के दौरान विचित्र संवाद देखने को मिला है। वो यह है कि प्रधानमंत्री खुद को पीड़ित के तौर पर पेश करने की राजनीति कर रहे हैं।' तिवारी ने कहा, ' वास्तविकता यह है कि मोदी जी इस देश के हुक्मरान है। भारत की चुनौतियों और समस्याओं से निपटने की जिम्मेदारी उनकी है। लेकिन अपनी नाकामियों से ध्यान भटकाने के लिए पीड़ित होने की राजनीति करते हैं।'
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उन्होंने सवाल किया, 'प्रधानमंत्री जी को यह बताना चाहिए कि जब कच्चे तेल की कीमत करीब 58 डॉलर प्रति बैरल हो गयी है तो फिर पेट्रोल की कीमत 80-90 रुपये क्यों है?' उन्होंने पूछा, 'गैस का सिलेंडर 1000 रुपये का क्यों मिल रहा है? प्रधानमंत्री जी क्यों नहीं बताते कि रुपये में गिरावट क्यों आ रही है? 10 करोड़ नौकरियों का क्या हुआ?'
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कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, ' हम प्रधानमंत्री जी से यह पूछना चाहते हैं कि 2014 में लोगों ने जनादेश दिया था, उस जनादेश पर खरा उतरने की बजाय पीड़ित होने की राजनीति क्यों कर रहे हैं?" उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि देश की मौजूदा राजनीति में सार्वजनिक विमर्श के स्तर में गिरावट के लिए प्रधानमंत्री मोदी जिम्मेदार हैं क्योंकि वह खुद ऐसी भाषा का इस्तेमाल करते हैं जो उनके पद को शोभा नहीं देती है।
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