किसने बनाया Aarogya Setu एप? सरकार ने दिया ये जवाब

Aarogya Setu
अभिनय आकाश । Oct 28 2020 8:29PM

सरकारी वेबसाइटों को डिजाइन करने वाले नेशनल इन्फॉर्मेटिक्स सेंटर ने कहा है कि आरोग्य सेतु ऐप को किसने बनाया, यह उसे पता ही नहीं है। सरकार की तरफ़ से जारी किए गए बयान में कहा गया है कि आरोग्य सेतु एप को 21 दिन के अंदर रिकॉर्ड टाइम में तैयार किया गया था।

कोरोना काल में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सात सूत्र देश को दिए। इनमें से एक आरोग्य सेतु एप भी था जिसे की डाउनलोड करने की बात कही। इस एप के लांच होते ही करोड़ों लोगों ने इसे इंस्टाल किया था। इस एप की खासियत ये थी कि ये बताता था कि आप जहां मौजूद हैं वे एरिया कोरोना के लिहाज से कितना सुरक्षित है। आपके आसपास कितनी दूरी पर कोरोना के केस मिले हैं। आप रेड जोन में हैं या ग्रीन जोन में, कुल मिलाकर कहे तो ये एप सुरक्षा के लिहाज से काफी बेहतर रहा। लेकिन एक बार फिर से ये एप सुर्खियों में है। सरकारी वेबसाइटों को डिजाइन करने वाले नेशनल इन्फॉर्मेटिक्स सेंटर ने कहा है कि आरोग्य सेतु ऐप को किसने बनाया, यह उसे पता ही नहीं है। इसे लेकर चीफ इन्फॉर्मेशन कमिशन ने एनआईसी  को फटकार लगाया है और तमाम चीफ पब्लिक इन्फॉर्मेशन ऑफिसरों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। एनआईसी  मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स के तहत आती है।

इसे भी पढ़ें: PM मोदी ने इन देसी Apps का किया था जिक्र, Google play store के टॉप 10 में हुआ शामिल

क्या है पूरा मामला

सौरव दास नाम के एक शख्स ने मुख्य सूचना आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी। जिसमें दास ने ये दावा किया कि उन्होंने आरोग्य सेतु ऐप को बनाने वाले के बारे में जानकारी के लिए एनआईसी, नेशनल ई-गवर्नेंस डिविजन और मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स ऐंड इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी से संपर्क किया था। किसी रेस्ट्रॉन्ट, सिनेमा हॉल्स, मेट्रो स्टेशन जैसी जगहों पर जाने के लिए मोबाइल में इस ऐप का डाउनलोड होना जरूरी है। दास ने अपनी शिकायत में कहा कि न एनआईसी और न ही मंत्रालय ने उन्हें इस बारे में कोई जानकारी दी. सीआईसी ने नेशनल इन्फॉर्मेटिक्स सेंटर से यह भी पूछा है कि वह बताए कि उसकी वेबसाइट पर आरोग्य सेतु ऐप का नाम क्यों हैं, जबकि उसके पास इसके बारे में जानकारी ही नहीं है।

इसे भी पढ़ें: स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन बोले, आयुष्मान भारत योजना के तहत 1.26 करोड़ लोगों का हुआ मुफ़्त इलाज

सरकार ने दिया स्पष्टीकरण 

सरकार की तरफ़ से जारी किए गए बयान में कहा गया है कि आरोग्य सेतु एप को 21 दिन के अंदर रिकॉर्ड टाइम में तैयार किया गया था, ताकि लॉकडाउन की पाबंदियों में इससे कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग का काम लिया जा सके। इस ऐप को इंडस्ट्री के बेस्ट माइंड, एकेडमिया और सरकार ने मिल कर बनाया है’ सरकार द्वारा जारी किए गए इस स्टेटमेंट में कहा गया है कि 26 मई 2020 को आरोग्य सेतु ऐप को सोर्स कोड पब्लिक किया गया है।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़