कौन उड़ा रहा था जनरल बिपिन रावत का हेलीकॉप्टर? बूढ़े माता-पिता ने बयां किया अपने इकलौते बेटे को खोने का दर्द
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत के निधन से जहां पूरा देश शोक में है, वहीं आगरा की जनता का दुख दुगना है। शहर ने अपना बेटा, विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान को खो दिया है, विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान जनरल बिपिन रावत और 12 अन्य लोगों के साथ तमिलनाडु में दुर्घटनाग्रस्त हुए हेलीकॉप्टर को उड़ा रहा था।
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत के निधन से जहां पूरा देश शोक में है, वहीं आगरा की जनता का दुख दुगना है। शहर ने अपना बेटा, विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान को खो दिया है, विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान सीडीएस जनरल बिपिन रावत और 12 अन्य लोगों के साथ तमिलनाडु में दुर्घटनाग्रस्त हुए हेलीकॉप्टर को उड़ा रहा था। 42 वर्षीय विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान कोयंबटूर में भारतीय वायु सेना स्टेशन में तैनात थे लेकिन उनका जन्म और पालन-पोषण आगरा में हुआ था। उसके माता-पिता अभी भी सारण नगर इलाके में रहते हैं। यह दुखद समाचार मिलते ही पृथ्वी सिंह चौहान के पुराने घर पर परिजन और पुराने दोस्त जमा होने लगे, परिवार इस खबर से सदमें में हैं। उनके रिश्तेदार दुख में डूब गये हैं। मां अपने बेटे के लिए तड़प रही हैं। पत्नी का मानों संसार खत्म हो गया हैं। परिवार पर दुखों का पहाड़ गिर गया हैं।
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अपने बेटे पृथ्वी सिंह चौहान के बारे में बात करते हुए सुरेंद्र सिंह की आंखों में आंसू आ गए। आगरा में प्रसिद्ध 'बीटा ब्रेड' बनाने वाले 72 वर्षीय ने कहा कि वायु सेना के अधिकारी उनके पांच बच्चों में सबसे छोटे और इकलौते बेटे थे। उन्हें अपने बेटे की मौत के बारे में तब पता चला जब उनके बेटे की पत्नी कामिनी ने उन्हें दुखद समाचार के साथ घर आने के लिए कहा।
मां सुशीला देवी ने कहा कि भारतीय वायुसेना ने अभी तक उन्हें अपने बेटे की मौत के बारे में व्यक्तिगत रूप से सूचित नहीं किया है। उन्होंने कहा कि मुंबई में रहने वाली उनकी सबसे बड़ी बेटी ने दोपहर में टीवी पर हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर देखी। उसने अपने भाई पृथ्वी को उसके मोबाइल फोन पर फोन किया लेकिन उसने कोई जवाब नहीं दिया। उसने अगली बार अपनी भाभी कामिनी से संपर्क किया। जिसने उनके सबसे बुरे डर की पुष्टि की। पृथ्वी की दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी।
विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान का सैन्य करियर कुलीन राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) में उनके चयन के साथ शुरू हुआ। उड़ते हुए रंगों के साथ पास आउट होने के बाद, वह 2000 में भारतीय वायु सेना में शामिल हो गए। उनकी पहली पोस्टिंग हैदराबाद में थी। इसके बाद वे गोरखपुर, गुवाहाटी, उधम सिंह नगर, जामनगर, अंडमान और निकोबार सहित अन्य वायुसेना स्टेशनों पर तैनात रहे। उन्हें एक साल के विशेष प्रशिक्षण के लिए सूडान भी भेजा गया था। वह 22 जून, 2002 को एक कमीशन अधिकारी बने और वर्ष 2015 में विंग कमांडर के रूप में पदोन्नत हुए। वर्तमान में, वह कोयंबटूर में वायु सेना स्टेशन में 109 हेलीकॉप्टर यूनिट के कमांडिंग ऑफिसर थे।
File pic of Wg Cdr Prithvi Singh Chauhan who lost his life in chopper crash involving CDS Gen Bipin Rawat in Tamil Nadu yesterday
— ANI (@ANI) December 8, 2021
He was the pilot of the Mi-17V5 chopper and also the commanding officer of the Sulur-based 109 helicopter squadron pic.twitter.com/GY8lhruLN9
भारत के पहले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य सैन्य कर्मियों की तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु हो गई। वायुसेना और प्रदेश के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने कहा कि तीनों सेनाओं के प्रमुख जनरल रावत (63) को इस महीने के अंत में नए पद पर रहते दो साल पूरे हो जाते। थल सेना प्रमुख की जिम्मेदारी संभाल चुके जनरल रावत दुर्घटनाग्रस्त हुए वायुसेना के एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर में सवार थे। वायुसेना की तरफ से बताया गया कि इस दुर्घटना में डीएसएससी के डायरेक्टिंग स्टाफ ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह एससी घायल हैं और फिलहाल सैन्य अस्पताल, वेलिंगटन में उनका उपचार चल रहा है। अपने मुखर बयानों से कई बार विवाद खड़े कर देने वाले जनरल बिपिन रावत वेलिंगटन (नीलगिरी पहाड़ी) स्थित डिफेंस सर्विसेज स्टॉफ कॉलेज (डीएसएससी) जा रहे थे जहां उन्हें शिक्षकों एवं छात्रों को संबोधित करना था।
वायुसेना ने कहा कि हादसे की जांच के लिये कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश दिया गया है। एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर एक उन्नत सैन्य परिवहन हेलीकॉप्टर है जोकि वर्ष 2012 से वायुसेना के बेड़े में शामिल है। रशियन हेलीकॉप्टर्स की सहायक कंपनी कजान द्वारा निर्मित एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर मौसम रडार के साथ ही नवीनतम पीढ़ी के नाइट विजन उपकरणों से लैस है। वायुसेना ने शाम करीब छह बजे ट्वीट कर बताया, “बहुत ही अफसोस के साथ इसकी पुष्टि हुई है कि दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में हेलीकॉप्टर सवार जनरल बिपिन रावत, श्रीमती मधुलिका रावत और 11 अन्य की मृत्यु हो गई है।” इससे पहले नीलगिरी के जिलाधिकारी एस. पी. अमृत ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि इस हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई जबकि एक व्यक्ति की जान बच गई है।
Wing Commander Prithvi Singh Chauhan was pilot of the Mi-17V5 which crashed with 14 personnel on board including CDS Gen Bipin Rawat. He is the Commanding Officer of the 109 Helicopter Unit: Sources
— ANI (@ANI) December 8, 2021
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