गुजरात में मॉब लिंचिंग का शिकार हुआ BSF जवान, सात लोगों ने पीट-पीट कर दी हत्या, वेटी के अश्लील वीडियो से जुड़ा है मामला
बीएसएफ जवान मेलाजी वाघेला, उसकी पत्नी और बेटा जिले के नडियाद तालुक के चकलासी गांव में दिनेश जादव के घर गए थे। वे वाघेला की बेटी की आपत्तिजनक वीडियो प्रसारित किए जाने को लेकर विरोध जताने के लिए उनके घर गए थे। पीड़ित परिवार ने दावा किया कि जादव के बेटे ने उनकी बेटी की आपत्तिजनक वीडियो प्रसारित की।
गुजरात के खेड़ा जिले में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक 42 वर्षीय जवान की कथित रूप से एक परिवार के सात सदस्यों द्वारा पीट-पीट कर हत्या कर दी गई। बेटी के आपत्तिजनक वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित किए जाने का विरोध करने पर गुजरात के खेड़ा जिले में एक परिवार के सात सदस्यों ने एक बीएसएफ जवान की कथित तौर पर हत्या कर दी। पुलिस के अनुसार, सातों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने मंगलवार को बताया कि बीएसएफ जवान अपनी नाबालिग बेटी की आपत्तिजनक वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित करने का विरोध करने के लिए आरोपियों के घर गया था। पुलिस बताया कि यह घटना शनिवार रात करीब 10 बजे हुई और सात आरोपियों को रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया।
बीएसएफ जवान की हत्या
बीएसएफ जवान मेलाजी वाघेला, उसकी पत्नी और बेटा जिले के नडियाद तालुक के चकलासी गांव में दिनेश जादव के घर गए थे। वे वाघेला की बेटी की आपत्तिजनक वीडियो प्रसारित किए जाने को लेकर विरोध जताने के लिए उनके घर गए थे। पीड़ित परिवार ने दावा किया कि जादव के बेटे ने उनकी बेटी की आपत्तिजनक वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित की। नडियाद के पुलिस उपाधीक्षक वी आर बाजपेयी ने पत्रकारों से कहा, ‘‘इस मुद्दे पर तीखी बहस होने के बाद जादव और उनके परिवार के छह अन्य सदस्यों ने वाघेला तथा उनके परिवार पर डंडों और धारदार हथियारों से हमला किया।’’ उन्होंने बताया कि वाघेला को सिर तथा शहरी के अन्य अंगों पर चोटें आयीं तथा मौके पर ही उसकी मौत हो गयी। उसके बेटे नवदीप को भी सिर पर गहरी चोटें आयी तथा उसकी पत्नी भी जख्मी हो गयी।
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बेटी की आपत्तिजनक वीडियो प्रसारित करने का लगा था आरोप
अधिकारी ने बताया कि भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या), 307 (हत्या का प्रयास), 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), 504 (जानबूझकर अपमान करना) और 143 (गैरकानूनी रूप से एकत्रित) होने के तहत रविवार रात को एक प्राथमिकी दर्ज की गयी। उन्होंने बताया कि सभी सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्हें सोमवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। उन्होंने बताया कि घटना की जांच की जा रही है। फॉरेंसिक टीम सबूत एकत्रित कर रही है। पुलिस अधीक्षक राजेश गढ़िया ने बताया कि यह घटना तब हुई, जब वाघेला मेहसाणा में अंबासन से राजस्थान के बाड़मेर में अपने तबादले से पहले छुट्टी पर परिवार से मिलने आया था।
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क्या है पूरा मामला?
पुलिस अधीक्षक राजेश गढ़िया ने बताया कि घटना शनिवार रात करीब 10 बजे हुई और सातों आरोपियों को रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया। बीएसएफ जवान मेलाजी वाघेला, उनकी पत्नी और बेटा वाघेला की बेटी के आपत्तिजनक वीडियो के विरोध में जिले के नदियाद तालुका के चकलासी गांव में दिनेश जादव के घर गए, उन्होंने दावा किया कि जादव के बेटे द्वारा सोशल मीडिया पर प्रसारित किया गया था। नडियाद के पुलिस उपाधीक्षक वीआर बाजपेयी ने संवाददाताओं से कहा, मामले पर गरमागरम बहस के बाद, जादव और उनके छह अन्य परिवार के सदस्यों ने वाघेला और उनके परिवार के सदस्यों पर लाठी और धारदार हथियारों से हमला किया। उन्होंने कहा कि वाघेला के सिर और शरीर के अन्य हिस्सों में चोटें आईं और उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
जवान की पत्नी भी घायल
अधिकारी ने कहा कि उनके बेटे नवदीप को भी सिर में गंभीर चोटें आईं और उनकी पत्नी भी घायल हो गईं। कलासी थाने में रविवार की रात भारतीय दंड संहिता की 302 (हत्या), 307 (हत्या का प्रयास), 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), 504 (जानबूझकर अपमान) और 143 (गैरकानूनी सभा) सहित विभिन्न भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी। सभी सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। अधिकारी ने कहा कि उन्हें सोमवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। घटना की जांच चल रही थी। उन्होंने कहा कि फोरेंसिक टीम सबूत जुटाने की प्रक्रिया में है। पुलिस अधीक्षक राजेश गढ़िया ने बताया कि यह घटना तब हुई जब वाघेला मेहसाणा के अंबासन से राजस्थान के बाड़मेर में तबादले से पहले छुट्टी के दिन अपने परिवार से मिलने गए थे।
बीएसएफ ने बढ़ाया समर्थन
बीएसएफ ने एक बयान में 56 बीएन बीएसएफ के मेलाजी भाई का उल्लेख किया, जो अपने गृहनगर सूर्यनगर, खेड़ा जिले, गुजरात में छुट्टी पर थे, उनकी हत्या कर दी गई थी। बीएसएफ ने कहा कि घटना के बारे में तथ्यों का पता लगाने के लिए गुजरात पुलिस और परिवार के सदस्यों से तुरंत संपर्क किया गया। आईजी बीएसएफ गुजरात ने गुजरात पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क किया और मामले की जांच में उनका शीघ्र सहयोग मांगा। “राज्य पुलिस ने तेजी से कार्रवाई की और इस मामले में अब तक सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है। बीएसएफ और राज्य पुलिस मिलकर काम कर रहे हैं और तथ्यों को सामने लाने और दिवंगत बीएसएफ जवान और उनके परिवार को न्याय सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। बीएसएफ मृतक जवान के परिवार के सदस्यों के साथ लगातार संपर्क में है और उन्हें तत्काल वित्तीय सहायता जारी करने और उचित चिकित्सा उपचार सहित सभी सहायता प्रदान कर रहा है। बल बीएसएफ जवान के परिवार की भलाई सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और उन्हें हर तरह से समर्थन दे रहा है।
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