आरक्षण की मांग छोड़ देंगे हार्दिक पटले, केंद्र के सामने रखी ये शर्त

will-not-need-reservation-if-there-are-2-crore-jobs-for-the-youth-says-hardik-patel
[email protected] । Dec 18 2018 9:00AM

गुजरात के पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने आरक्षण की मांग छोड़ने का वादा किया लेकिन एक शर्त रखी। शर्त के मुताबिक अगर युवाओं के लिए दो करोड़ नौकरी के अवसर पैदा किये जाएं और किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिले तो वह आरक्षण की अपनी मांग को छोड़ देंगे।

नयी दिल्ली। गुजरात के पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने सोमवार को जोर देते हुये कहा कि अगर युवाओं के लिए दो करोड़ नौकरी के अवसर पैदा किये जाएं और किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिले तो वह आरक्षण की अपनी मांग को छोड़ देंगे। देश में युवाओं के समक्ष बेरोजगारी की समस्या और किसानों की खुदकुशी का हवाला देते हुये उन्होंने सरकार से इन दोनों वर्गों की परेशानियों का समाधान करने का अनुरोध किया। एजेंडा आज तक में उन्होंने कहा कि अगर युवाओं के लिए दो करोड़ नौकरी और किसानों को उनकी उपज के लिए उचित मूल्य का भुगतान किया जाता है तो हमें आरक्षण की जरूरत नहीं है।

इसे भी पढ़ें: हार्दिक पटेल की भाजपा को ललकार, विपक्षी पार्टी बनने के लिए हो जाओ तैयार

बेरोजगारी ‘बढ़ने’ और किसानों की खुदकुशी को लेकर मोदी सरकार की आलोचना करते हुये गुजरात में पाटीदार समुदाय के युवा नेता ने किसानों के लिए कर्ज की भी मांग की। उन्होंने कहा कि अगर सरकार अंबानी जैसे उद्योगपतियों का कर्ज माफ कर सकती है तो वह किसानों को कर्ज क्यों नहीं दे सकती है? पटेल के साथ मंच पर बैठे गुजरात के विधायक जिग्नेश मेवानी ने एक ‘दलित नेता’ कहने पर आपत्ति जताई।

इसे भी पढ़ें: अदालत ने देशद्रोह मामले में हार्दिक पटेल के खिलाफ आरोप तय किए

जातिविहीन समाज के लिए वकालत करते हुये मेवानी ने कहा, ‘मैंने आशा कार्यकर्ताओं, पुलिस कांस्टेबलों, अन्य कार्यकर्ताओं, दलितों और अल्पसंख्यकों के लिए गुजरात में लड़ाई लड़ी। आप मुझे एक युवा नेता कह कर क्यों नहीं बुलाते हैं? दलित नेता का टैग मुझे मीडिया ने दिया है।’ उन्होंने बताया कि सभी सरकार की प्राथमिकता किसानों की खुदकुशी को रोकना और युवाओं को रोजगार मुहैया कराना होना चाहिए। बेरोजगारी के कारण विभिन्न जातियों द्वारा आरक्षण की मांग की जाती है। 

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़