Prabhasakshi's Newsroom। क्या ओमीक्रोन के खिलाफ कारगर नहीं हैं मौजूदा वैक्सीन ? LNJP में भर्ती कराए गए 12 संदिग्ध

Omicron

कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमीक्रोन को लेकर दुनिया का तकरीबन हर एक देश अलर्ट पर है। साउथ अफ्रीका से निकले इस वेरिएंट के सबसे ज्यादा मामले बोत्सवाना में हैं। इसके बाद पुर्तगाल और नीदरलैंड प्रभावित हुए हैं। हालांकि मामले साउथ कोरिया, यूके, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, जर्मनी, जापान, इजराइल, यूएसए, साउदी अरेबिया में भी हैं।

देश में कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन स्वरूप के दो मामले आने के बाद केंद्र सरकार ने स्पष्ट कर दिया कि अभी ऐसा कोई भी साक्ष्य नहीं मिला है कि मौजूदा वैक्सीन नए वेरिएंट पर कारगर नहीं है। इतना ही नहीं विशेषज्ञों के वैज्ञानिक मार्गदर्शन के आधार पर बूस्टर डोज दिए जाने को लेकर जल्द ही विचार किया जा सकता है। हम बात लोकनायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल में भर्ती हुए 12 संदिग्ध मरीजों की भी बात करेंगे।

LNJP में 12 संदिग्ध कराए गए भर्ती

कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमीक्रोन को लेकर दुनिया का तकरीबन हर एक देश अलर्ट पर है। साउथ अफ्रीका से निकले इस वेरिएंट के सबसे ज्यादा मामले बोत्सवाना में हैं। इसके बाद पुर्तगाल और नीदरलैंड प्रभावित हुए हैं। हालांकि मामले साउथ कोरिया, यूके, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, जर्मनी, जापान, इजराइल, यूएसए, साउदी अरेबिया में भी हैं और कर्नाटक में भी 2 केस मिले थे। जिनमें से एक नेगेटिव होने के बाद वापस अपने देश लौट गया और दूसरा स्थानीय नागरिक है।

इसी बीच खबर मिली की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के एलएनजेपी हॉस्पिटल में ओमीक्रोन के 12 संदिग्ध मरीजों को भर्ती कराया गया है। ये सभी मरीज 'जोखिम वाले देश' की सूची में शामिल देशों से आए थे। प्राप्त जानकारी के मुताबिक 12 में से 8 लोगों का कोविड टेस्ट पॉजिटिव आया है। जबकि 4 लोगों को बुखार, गले में खराश जैसी समस्या है।

एक अधिकारी ने बताया कि सभी संदिग्धों के सैंपल कलेक्ट कर लिए गए हैं और उन्हें जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया है। एलएनजेपी अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉ. सुरेश कुमार ने बताया कि 4 ब्रिटेन से, 4 फ्रांस से, 2 नीदरलैंड से, एक-एक बेल्जियम और तंजानिया से आए हैं। जबकि दो मरीज विदेशी नागरिक हैं।

विदेश से लौटे लोगों ने दी गलत जानकारी

ओमीक्रोन के बढ़ते खतरे के बीच तमाम राज्य सरकारें अलर्ट पर हैं। इसी बीच उत्तर प्रदेश के मेरठ में विदेश से लौटे 279 लोगों में से 13 ने गलत जानकारी दी है। जिसके बाद प्रशासन उन्हें ट्रेस करने की कोशिश कर रहे हैं। मेरठ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अखिलेश मोहन ने बताया कि 13 लोगों की जानकारी स्थानीय खुफिया इकाई को दी है। ताकि उनके ठिकानों की जानकारी मिल सके।

क्या कम होगा वैक्सीन का प्रभाव ?

वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि ओमीक्रोन पर मौजूदा वैक्सीन के काम नहीं करने के बारे में कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं। हालांकि कुछ म्यूटेशन वैक्सीन के प्रभाव को कम कर सकते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इसे चिंता पैदा करने वाला वेरिएंट बताया है। नए वेरिएंट के दो मामले कर्नाटक में सामने आए थे। मंत्रालय ने इस सूची के जरिए मौजूदा वैक्सीन के ओमीक्रोन स्वरूप के खिलाफ काम करने से जुड़े प्रश्न के उत्तर में कहा है ऐसा कोई साक्ष्य नहीं है, जो यह बताता हो कि मौजूदा वैक्सीन ओमीक्रोन पर काम नहीं करती है, हालांकि स्पाइक जीन पर पाए गए कुछ उत्परिर्वतन मौजूदा वैक्सीन असर को कम कर सकते हैं।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़