रामगोपाल के बयान पर योगी का पलटवार, कहा- घटिया राजनीति का उदाहरण
योगी ने गोरखनाथ मंदिर में बृहस्पतिवार की शाम रामगोपाल के बयान को घटिया राजनीति का भद्दा उदाहरण बताते हुए कहा, जवानों के शौर्य पर सवाल खड़ा करना बेहद शर्मनाक है। राम गोपाल यादव को देश से माफी मांगनी चाहिये।
गोरखपुर (उप्र)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलवामा हमले को लेकर समाजवादी पार्टी के महासचिव राम गोपाल यादव के बयान पर गहरी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा है कि रामगोपाल का बयान घटिया राजनीति का उदाहरण है। योगी ने गोरखनाथ मंदिर में बृहस्पतिवार की शाम रामगोपाल के बयान को घटिया राजनीति का भद्दा उदाहरण बताते हुए कहा, जवानों के शौर्य पर सवाल खड़ा करना बेहद शर्मनाक है। राम गोपाल यादव को देश से माफी मांगनी चाहिये।
UP CM Yogi Adityanath on Ram Gopal Yadav's (SP leader) statement: Ramgopal Yadav ka bayan ghatiya rajniti ka bhadda udharan hai, unhe CRPF ke jawano ki shahadat pe prashn khada karne, aur desh ke jawano ka manobal todne wale is bayan ke liye, janata se maafi maangni chahiye. pic.twitter.com/hC2lbg48yU
— ANI UP (@ANINewsUP) March 21, 2019
उन्होंने कहा, बहादुर जवानों की शहादत पर सपा महासचिव रामगोपाल यादव द्वारा प्रश्न खड़ा करना तुष्टीकरण की परकाष्ठा है । यह शर्मनाक बयान देश के जवानों के मनोबल को तोड़ने की एक साज़िश है। योगी ने कहा, हमारे बहादुर जवानों ने सदैव आतंकवाद और हर प्रकार के उग्रवाद का डटकर मुकाबला किया है और देश की सुरक्षा सुनिश्चित की। जवानों ने एयर स्ट्राइक से पीओके (पाक अधिकृत कश्मीर) स्थित बालाकोट में सारे आतंकी कैंपों को नष्ट करके शौर्य और पराक्रम का परिचय दिया । इस शौर्य पर सवाल खड़ा करना और आतंकियों के पक्ष में सहानुभूति प्रकट करना शर्मनाक है।
इसे भी पढ़ें: ''इस बार, मोदी बेरोजगार'' के नारे से चुनावी मैदान में उतरेगी माकपा
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि यह वही सपा है, जिसकी सरकार के समय 2012 से 2017 के बीच प्रदेश में एक हजार से भी अधिक दंगे हुए और हजारों निर्दोष लोग मारे गए। इस सरकार ने सत्ता में आते ही प्रदेश की विभिन्न आतंकी घटनाओं के मामलों को वापस लेने की कोशिश की थी। वोट बैंक की यह घटिया राजनीति देश को कहां लेकर जाएगी, यह एक बड़ा प्रश्न है। उल्लेखनीय है कि रामगोपाल ने कथित तौर पर कहा था कि अर्द्धसैनिक बल सरकार से दुखी हैं। वोट के लिए जवानों को मार दिया गया। जम्मू-श्रीनगर के बीच में चेकिंग नहीं थी। साधारण बसों से जवानों को भेज दिया गया। यह साजिश थी। जब सरकार बदलेगी तो इसकी जांच होगी और बड़े-बड़े लोग फंसेंगे।
अन्य न्यूज़