जेड-मोड़ सुरंग से सोनमर्ग को गुलमर्ग जैसा शीतकालीन खेल स्थल बनाने में मदद मिलेगी : Omar Abdullah

Omar Abdullah
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मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि जेड-मोड़ सुरंग के खुलने से गांदरबल जिले में सोनमर्ग रिसॉर्ट को प्रसिद्ध गुलमर्ग स्कीइंग रिसॉर्ट शहर की तरह शीतकालीन खेल स्थल के रूप में विकसित करने में मदद मिलेगी। प्रधानमंत्री 6.5 किलोमीटर लंबी जेड-मोड़ सुरंग का उद्घाटन करेंगे, जिससे सोनमर्ग शहर तक पूरे वर्ष आवागमन सुलभ हो जाएगा।

श्रीनगर । जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि जेड-मोड़ सुरंग के खुलने से गांदरबल जिले में सोनमर्ग रिसॉर्ट को प्रसिद्ध गुलमर्ग स्कीइंग रिसॉर्ट शहर की तरह शीतकालीन खेल स्थल के रूप में विकसित करने में मदद मिलेगी। अब्दुल्ला ने यहां से 52 किलोमीटर दूर गुलमर्ग में संवाददाताओं से कहा, “कल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जेड-मोड़ सुरंग का उद्घाटन करेंगे। इससे सोनमर्ग को शीतकालीन खेल स्थल के रूप में विकसित करने में मदद मिलेगी।” प्रधानमंत्री 6.5 किलोमीटर लंबी जेड-मोड़ सुरंग का उद्घाटन करेंगे, जिससे सोनमर्ग शहर तक पूरे वर्ष आवागमन सुलभ हो जाएगा।

अब्दुल्ला उत्तरी कश्मीर के खूबसूरत शहर गुलमर्ग में शीतकालीन खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए आये हैं। उन्होंने कहा, “अगले पांच वर्षों में हम सोनमर्ग को शीतकालीन खेल स्थल के रूप में विकसित करने के लिए पूरा प्रयास करेंगे, ठीक उसी तरह जैसे हमने गुलमर्ग को विकसित किया है।” अब्दुल्ला ने कहा कि वह पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक कार्यक्रम की रिकॉर्डिंग करने के लिए गुलमर्ग आए थे।

उन्होंने कहा, “यदि अधिक पर्यटक यहां आएंगे तो इसका मतलब स्थानीय लोगों के लिए अधिक आय होगी, चाहे वे स्की गाइड हों, स्की प्रशिक्षक हों, स्लेज संचालक हों, एटीवी और स्नोमोबाइल ऑपरेटर हों या रेस्तरां और ढाबा जैसे छोटे व्यवसाय हों।” मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि खेलो इंडिया शीतकालीन खेल इस वर्ष फरवरी में गुलमर्ग में आयोजित किए जाएंगे और केंद्र शासित प्रदेश इस आयोजन की मेजबानी की तैयारी कर रहा है।

उन्होंने कहा, “खेलो इंडिया शीतकालीन खेलों से पहले हमारे पास अभी कुछ समय है। मुझे उम्मीद है कि उससे पहले और अधिक बर्फबारी होगी।” जब उनसे पूछा गया कि क्या गुलमर्ग अंतरराष्ट्रीय शीतकालीन खेल आयोजन की मेजबानी के लिए तैयार है, तो अब्दुल्ला ने जवाब दिया, “हम इस समय इसके बारे में सोच भी नहीं सकते। हमारे ढलान अभी उस स्तर के नहीं हैं। अंतरराष्ट्रीय आयोजनों की मेजबानी करने से पहले हमें अपने ढलानों में सुधार करना होगा।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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