Paralympics 2024: नारायण और अनीता से भारत को पैरालंपिक में मेडल की उम्मीद, बहुत मोटीवेशनल है दोनों एथलीट्स की कहानी
नारायण और अनीता पैरा रोइंग में 2024 पेरिस पैरालंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। ये दोनों ही एथलीट पैरा रोइंग में PR3 मिक्स्ड डबल स्कल्स में हिस्सा लेंगे। ये पहली बार होगा जब भारत पैरालंपिक में नए बोट क्लास में हिस्सा लेगा।
पैरालंपिक 2024 का आगाज 28 अगस्त से फ्रांस की राजधानी पेरिस में होने वाला है। इन खेलों में भारत की तरफ से 84 खिलाड़ियों का दल गया है जो कि अब तक का सबसे बड़ा दल है। वहीं इस दल में दो ऐसे खिलाड़ी भी हैं, जिनकी कहानी महज कहानी नहीं बल्कि उनके संघर्ष को बयां करती हुई एक दास्तान है। लैंडमाइन ब्लास्ट से बचे नारायण कोंगनापल्ले और रेल दुर्घटना में पैर गंवानी वाली अनीता की कहानी हर किसी को प्रेरणा देती है। खासकर उन लोगों के लिए ये दोनों एथलीट किसी हीरो से कम नहीं है जो शारीरिक कमी को अपनी लाचारी मान लेते हैं।
दरअसल, नारायण और अनीता पैरा रोइंग में 2024 पेरिस पैरालंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। ये दोनों ही एथलीट पैरा रोइंग में PR3 मिक्स्ड डबल स्कल्स में हिस्सा लेंगे। ये पहली बार होगा जब भारत पैरालंपिक में नए बोट क्लास में हिस्सा लेगा।
नारायण मूल रूप से आंध्र प्रदेश से हैं जो 2018 से प्रतिस्पर्धा रोइंग में हैं। जबक अनीता के साथ उनकी साझेदारी 2022 में ही शुरू हुई। उस दौरान 2023 एशियाई खेलों और 2024 पैरालंपिक के कार्यक्रम के कारण महिला टीममेट की तलाश करनी पड़ी, क्योंकि वहां PR3 पुरुष युगल स्पर्धा को शामिल नहीं किया गया था, लेकिन PR3 मिक्स्ड डबल्स को जगह दी गई थी। PR3 उन रोवर्स की श्रेणी है, जो रोइंग के लिए अपने पैर, धड़, हाथ के साथ-साथ स्लाइडिंग सीट का इस्तेमाल कर सकते हैं। नारायण ने इससे पहले 2022 में पोलैंड में अपने साथी कुलदीप सिंह के साथ वर्ल्ड रोइंग कप II में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था।
दरअसल, पुणे में उनके ट्रेनिंग सेंटर आर्मी रोइंग नोड में बहुत ज्यादा महिला पैरा रोअर नहीं थीं। फिर 2022 में एक दिन, पुणे में भारतीय सेना की ओर से संचालित संस्थान आर्टिफिशियल लिम्ब सेंटर में नारायण अनीता से मिले। जिसके बाद उन्होंने अनीता को अपना रोइंग पार्टनर बनने को कहा, हालांकि, अनीता को बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था कि आखिर खेल के रूप में रोइंग में क्या-क्या होता है।
फर्स्टपोस्ट के हवाले से नारायण ने कहा कि, मैं आर्टिफिशियल लिम्ब सेंटर में था। वहां मेरी मुलाकात अनीता से हुई, मैंने उससे कहा कि 10 महीने में एशियाई पैरा गेम्स होने वाले हैं। अगर वो इच्छुक हैं तो इसमें हिस्सा ले सकती हैं। हालांकि, अनीता को खेल के बारे में जानकारी नहीं थी, इसलिए मैंने उन्हें इसे बारे में विस्तार से बताया और जब वह तैयार हो गई, तो उन्होंने मुझे कहा कि परिवार से मंजूरी लेनी होगी। वहीं ये मौका अनीता के लिए जिंदगी में एक नया अध्याय लिखने का मौका था।
अनीता और नारायण ने अक्टूबर 2023 में एशियाई पैरा गेम्स में 8:50.71 के समय के साथ सिल्वर मेडल जीता। ये अविश्वसनीय ही था? संयोग से हुई मुलाकात के सिर्फ 10 महीने बाद अनीता और नारायण दोनों ही एशिया की टॉप खेल प्रतियोगिता में सिल्वर मेडलिस्ट बनने में कामयाब हुए।
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