Vinesh Phogat CAS Decision: विनेश फोगाट मामले में सुनवाई पूरी, Silver मेडल पर फैसला जल्द

Paris Olympics 2024 Vinesh Phogat
प्रतिरूप फोटो
ANI
Kusum । Aug 10 2024 3:30PM

विनेश फोगाट ने पेरिस ओलंपिक में 50 किलो फ्री स्टाइल वेट कैटेगरी में कुश्ती लड़ी थी। एक ही दिन में वो ओलंपिक चैंपियन समेत 3 रेसलर को हराने के बाद फाइनल में पहुंची थीं। हालांकि, फाइनल बाउट से पहले सुबह उनका वजन 100 ग्राम ज्यादा निकल गया था। जिस कारण से उन्हें आयोग्य घोषित किया गया और वो फाइनल बाउट नहीं लड़ सकीं।

विनेश फोगाट को पेरिस ओलंपिक 2024 में सिल्वर मेडल मिलेगा या नहीं इसका फैसला जल्द आ सकता है। इस मामले में कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स में सुनवाई पूरी हो गई। CAS ने कहा है कि पेरिस ओलंपिक खत्म होने से पहले फैसला दे देंगे। विनेश के पदक पर फैसला तो आ जाएगा लेकिन पूरे विवाद पर डिटेल ऑर्डर के लिए अभी भी इंतजार करना पड़ सकता है। 

बता दें कि विनेश फोगाट ने पेरिस ओलंपिक में 50 किलो फ्री स्टाइल वेट कैटेगरी में कुश्ती लड़ी थी। एक ही दिन में वो ओलंपिक चैंपियन समेत 3 रेसलर को हराने के बाद फाइनल में पहुंची थीं। हालांकि, फाइनल बाउट से पहले सुबह उनका वजन 100 ग्राम ज्यादा निकल गया था। जिस कारण से उन्हें आयोग्य घोषित किया गया और वो फाइनल बाउट नहीं लड़ सकीं। वहीं इस इवेंट में गोल्ड अमेरिकी रेसलर ने गोल्ड मेडल जीता था। इसके बाद विनेश ने खेल कोर्ट में अपील दाखिल की थी। इस पर शुक्रवार को सुनवाई पूरी हो गई। इस मामले में विनेश ने वर्चुअल पेश होकर अपना पक्ष रखा। 

बता दें कि, IOA ने एक बयान में कहा कि, उसे विनेश के मामले के सकारात्मक समाधान की उम्मीद है। आईओए के मुताबिक, मामला खेल कोर्ट में विचाराधीन है, इसलिए आईओए केवल ये कह सकता है कि एकमात्र मध्यस्थ डॉ एनाबेले बेनेट एसी एससी ने सभी पक्षों विनेश फोगाट, यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग और अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति के साथ-साथ आईओए के पक्ष को करीब तीन घंटे तक सुना। 

वहीं पूर्व सॉलिसिटर जनरल हरीश साल्वे और विदुष्पत सिंघानिया ने विनेश की तरफ से ये दलीलें रखीं...

  • विनेश ने 6 अगस्त को अपने वजन के साथ तीन मुकाबले जीते थे, और जिस कारण फाइनल में उनका प्रवेश वैध था। 
  • एक दिन में 3 मुकाबलों के बाद विनेश को अपने शरीर को ठीक रने के लिए पर्याप्त माक्षा में पानी और बोजन की जरूरत थी, इसलिए उनका जो वजन बढ़ा वो अतिरिक्त फायदा पहुंचाने वाला नहीं था, बल्कि रिकवरी प्रोसेस का हिस्सा था। 
  • विनेश के पक्ष में ये भी दलील दी गई कि खेल गांव और ओलंपिक गेम्स के एरीना के बीच की दूरी ज्यादा थी और पहले दिन व्यस्त शेड्यूल की वजह से विनेश को वजन कम करने का पूरा समय नहीं मिला। 
  • विनेश के मामले में कोई धोखाधड़ी जैसी बात नहीं। पहले सारे मुकाबले अपनी वेट कैटेगरी में सही से लड़ने और फाइनल के लिए योगदान देने से विनेश को सिल्वर मेडल से महरूम नहीं करना चाहिए। 

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