Paris Paralympics 2024: जैवलिन थ्रोअर सुमित अंतिल आज एक्शन में होंगे, भारत को दिलाएंगे गोल्ड मेडल?
आज रात 10.30 भारत को एक और गोल्ड मेडल मिल सकता है। जैवलिन स्टार सुमित अंतिल आज जैवलिन थ्रो फाइनल में एक्शन में होंगे। पहले टोक्यो पैरालंपिक में सुमित अंतिल ने भारत को गोल्ड मेडल दिलाकर इतिहास रचा दिया था। जिसके बाद वो पेरिस पैरालंपिक में अपने गोल्ड मेडल का बचाव करेंगे।
पेरिस पैरालंपिक 2024 का पांचवां दिन भारत के लिए अभी तक अच्छा रहा है। पांचवें दिन यानी 2 सितंबर को भारत ने दो मेडल गोल्ड और सिल्वर जीते हैं। अभी तक भारत की झोली में 9 मेडल हो गए हैं, इनमें दो गोल्ड, दो सिल्वर और 5 ब्रॉन्ज मेडल शामिल हैं। वहीं आज रात 10.30 भारत को एक और गोल्ड मेडल मिल सकता है। जी हां जैवलिन स्टार सुमित अंतिल आज जैवलिन थ्रो फाइनल में एक्शन में होंगे।
इससे पहले टोक्यो पैरालंपिक में सुमित अंतिल ने भारत को गोल्ड मेडल दिलाकर इतिहास रचा दिया था। जिसके बाद वो पेरिस पैरालंपिक में अपने गोल्ड मेडल का बचाव करेंगे। टोक्यो में भारत को जैवलिन में दो गोल्ड मेडल मिले थे, पहला गोल्ड नीरज चोपड़ा ने ओलंपिक में जीता था लेकिन पेरिस ओलंपिक में नीरज अपने गोल्ड का बचाव नहीं कर पाए और उन्हें सिल्वर से संतोष करना पड़ा।
वहीं टोक्यो ओलंपिक के बाद पैरालंपिक में सुमित ने भी गोल्ड मेडल जीता था। जिसके बाद सुमित अब पेरिस पैरालंपिक में अपने गोल्ड का बचाव करेंगे। उनके पास दोबारा गोल्ड मेडल जीतने का शानदार मौका है।
सुमित ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा था कि, मेरा टारगेट जैवलिन को 80 मीटर दूर फेंकने का है। लेकिन मैं पेरिस पैरालंपिक में 75 मीटर दूर थ्रो कर गोल्ड मेडल जीतने की कोशिश करुंगा। सुमित को जैवलिन का स्टार खिलाड़ी माना जाता है। वो तीन बार वर्ल्ड रिकॉर्ड बना चुके हैं और अब वह अगर पेरिस में जीत गए तो एक बार फिर वह नया रिकॉर्ड बना लेंगे।
सुमित F64 श्रेणी के एथलीट
सुमित एफ64 श्रेणी पैर के निचले हिस्से में विकार वाले खिलाड़ियों से संबंधित है। जो कृत्रिम पैर का इस्तेमाल करके खड़े होने की स्थिति वाले स्पर्धा पर भाग लेते हैं। सुमित अंतिल 17 साल की उम्र में एक सड़क दुर्घटना में अपना पैर गंवा बैठे थे।
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