आज नर्वस था लेकिन लॉस एंजिलिस 2028 में Lakshya स्वर्ण पदक के प्रबल दावेदारों में से एक होगा: Axelsen

Lakshya
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लक्ष्य सेन को पेरिस ओलंपिक के सेमीफाइनल में हराने के बाद गत चैंपियन विक्टर एक्सेलसन ने कहा कि वह आज नर्वस था लेकिन उन्होंने यह भी भविष्यवाणी की कि भारतीय युवा खिलाड़ी चार साल बाद लॉस एंजिलिस 2028 खेलों में स्वर्ण पदक जीतने के प्रबल दावेदारों में से एक होगा।

पेरिस । लक्ष्य सेन को ओलंपिक सेमीफाइनल में हराने के बाद गत चैंपियन विक्टर एक्सेलसन ने कहा कि वह आज नर्वस था लेकिन उन्होंने यह भी भविष्यवाणी की कि भारतीय युवा खिलाड़ी चार साल बाद लॉस एंजिलिस 2028 खेलों में स्वर्ण पदक जीतने के प्रबल दावेदारों में से एक होगा। एक्सेलसन ने लक्ष्य को 22-20, 21-14 से हराया और प्रतिभाशाली भारतीय खिलाड़ी के खिलाफ दोनों गेम में पिछड़ने के बाद वापसी करने में सफल रहे। लक्ष्य अब सोमवार को कांस्य पदक के लिए खेलेंगे। 

एक्सेलसन ने रविवार को जीत के बाद ‘जियो सिनेमा’ से कहा, ‘‘लक्ष्य एक अद्भुत खिलाड़ी हैं। उन्होंने इस ओलंपिक में दिखाया है कि वह एक बहुत ही मजबूत प्रतिद्वंद्वी हैं और मुझे यकीन है कि अब से चार साल बाद वह स्वर्ण पदक जीतने के प्रबल दावेदारों में से एक होंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘एक शानदार प्रतिभा और एक बेहतरीन खिलाड़ी और मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं। वह दोनों गेम में अधिकांश समय बहुत अच्छा खेल रहा था लेकिन मैं शांत रहने और सही खेल खेलने से मैच जीतने में कामयाब रहा। लेकिन पूरा श्रेय उसे भी जाता है।’’ 

एक्सेलसन को दबाव से निपटने के बारे में कुछ बातें पता हैं और उन्होंने कहा कि उनके अनुभव ने उन्हें लक्ष्य की कड़ी चुनौती का सामना करने में मदद की जो सेमीफाइनल मुकाबले के अधिकांश समय बेहतर खिलाड़ी दिखने के बावजूद नर्वस लग रहे थे। अल्मोड़ा के 22 वर्षीय लक्ष्य ने पहले गेम में तीन गेम प्वाइंट और दूसरे गेम में 7-0 की बढ़त बनाने के बावजूद 54 मिनट में मैच गंवा दिया। एक्सेलसन ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि आज अनुभव ने अंतर पैदा किया। मुझे लगता है कि लक्ष्य खेल के अधितकर हिस्से में मेरे से बेहतर खेला। इसलिए वह मैच जीत सकता था।’’ एक्सेलसन दो बार के ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता के रूप में चीन के दिग्गज लिन डैन की बराबरी करने से एक जीत दूर हैं। लक्ष्य पहले गेम में 17-11 से आगे चल रहे थे और उन्होंने तीन गेम प्वाइंट हासिल किए लेकिन उसके बाद वह लड़खड़ा गए और उनकी कई गलतियों का फायदा उठाकर एक्सेलसन ने गेम जीत लिया। 

डेनमार्क के खिलाड़ी ने कहा, ‘‘अगर आप सोचना शुरू करते हैं तो आपको समस्या होती है और मुझे लगता है कि लक्ष्य ने इस बारे में बहुत सोचा होगा। यह उनके लिए बहुत बड़ी बात थी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘वह शायद सोचने लगा था, ‘ओह, अगर मैं यह गेम जीत लेता हूं तो मेरे पास लय होगी, मेरे पास बड़ा मौका है’। लेकिन फिर, ऐसा सोचना बहुत स्वाभाविक है। मैं खुद भी उस स्थिति से गुजरा हूं और मुझे लगता है कि वह थोड़ा नर्वस हो गया था।’’ एक्सेलसन ने कहा, ‘‘और जब आप नर्वस होते हैं तो मुझे पता है कि मुझे हमला करना है और मुझे शॉट को कोर्ट पर रखना है और सही शॉट खेलना है क्योंकि तब वह शायद नर्वस होने के कारण कोई गलती कर सकता है।’’ एक्सेलसन का सामना फाइनल में थाईलैंड के मौजूदा विश्व चैंपियन कुनलावुत वितिदसार्न से होगा जबकि लक्ष्य कांस्य पदक के प्ले ऑफ में मलेशिया के ली जी जिया से भिड़ेंगे।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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