राष्ट्रपति पद पर अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाये थे डॉक्टर ज़ाकिर हुसैन

Doctor Zakir Hussain was unable to complete his term

भारत के तीसरे राष्ट्रपति डॉक्टर ज़ाकिर हुसैन का जन्म 8 फरवरी को हुआ था और उनका निधन 3 मई 1969 को हुआ। राष्ट्रपति के रूप में उनका कार्यकाल 13 मई 1967 से 3 मई 1969 तक था।

इनके नेतृत्व में जामिया मिलिया इस्लामिया का राष्ट्रवादी कार्यों तथा स्वाधीनता संग्राम की ओर झुकाव रहा। स्वतन्त्रता प्राप्ति के पश्चात वे अलीगढ़ विश्वविद्यालय के उपकुलपति बने तथा उनकी अध्यक्षता में ‘विश्वविद्यालय शिक्षा आयोग’ भी गठित किया गया। इसके अलावा वे भारतीय प्रेस आयोग, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, यूनेस्को, अन्तर्राष्ट्रीय शिक्षा सेवा तथा केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से भी जुड़े रहे।

1962 ई. में डॉ. हुसैन भारत के उपराष्ट्रपति बने। उन्हें वर्ष 1963 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया। 1969 में असमय देहावसान के कारण वे अपना राष्ट्रपति पद का कार्यकाल पूरा नहीं कर सके।

डॉ. जाकिर हुसैन भारत में आधुनिक शिक्षा के सबसे बड़े समर्थकों में से एक थे और उन्होंने अपने नेतृत्व में जामिया मिलिया इस्लामिया के नाम से एक केन्द्रीय विश्वविद्यालय नई दिल्ली में स्थापित किया, जहाँ से हजारों छात्र प्रत्येक वर्ष अनेक विषयों में शिक्षा ग्रहण करते हैं।

डॉ. जाकिर हुसैन ने बिहार के राज्यपाल के रूप में भी सेवा की थी और इसके बाद वे अपना राजनीतिक कॅरियर समाप्त होने से पहले देश के उपराष्ट्रपति रहे तथा बाद में वे भारत के तीसरे राष्ट्रपति भी बने।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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