जलवायु संबंधी मुद्दों के समाधान में दुनिया का नेतृत्व कर रहा है भारत

Jitendra Singh
ISW

पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय से सम्बद्ध राष्ट्रीय मध्यम अवधि मौसम पूर्वानुमान केंद्र (एनसीएमआरडब्ल्यूएफ) संख्यात्मक मॉडलिंग और डेटा एसिमिलेशन में उत्कृष्टता का केंद्र है, और दुनिया के शीर्ष ऐसे केंद्रों में से एक है, जो डेटा एसिमिलेशन करते हैं।

केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) विज्ञान और प्रौद्योगिकी; राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पृथ्वी विज्ञान; पीएमओ, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत जलवायु संबंधी मुद्दों के समाधान में दुनिया का नेतृत्व कर रहा है। बृहस्पतिवार को उत्तर प्रदेश के नोएडा में स्थित भारत के प्रमुख और दुनिया के सबसे उन्नत संस्थानों में से एक "नेशनल सेंटर फॉर मीडियम रेंज वेदर फोरकास्ट" (राष्ट्रीय मध्यम अवधि मौसम पूर्वानुमान केंद्र) के दौरे के दौरान डॉ जितेंद्र सिंह ने यह बात कही है। 

डॉ जितेंद्र सिंह ने राष्ट्रीय मध्यम अवधि मौसम पूर्वानुमान केंद्र परिसर का भ्रमण किया, और संस्थान की गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की। केंद्र के प्रमुख डॉ आशीष के. मित्रा ने केंद्रीय मंत्री को संस्थान में स्थापित सुविधाओं, कामकाज और विभिन्न गतिविधियों के बारे में बताया। इस दौरान पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय और राष्ट्रीय मध्यम अवधि मौसम पूर्वानुमान केंद्र के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव डॉ एम. रविचंद्रन उपस्थित थे।

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पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय से सम्बद्ध राष्ट्रीय मध्यम अवधि मौसम पूर्वानुमान केंद्र (एनसीएमआरडब्ल्यूएफ) संख्यात्मक मॉडलिंग और डेटा एसिमिलेशन में उत्कृष्टता का केंद्र है, और दुनिया के शीर्ष ऐसे केंद्रों में से एक है, जो डेटा एसिमिलेशन करते हैं। यह केंद्र राष्ट्रीय ज्ञान नेटवर्क (एनकेएन) के शीर्ष उपयोगकर्ताओं में से एक है। राष्ट्रीय मध्यम अवधि मौसम पूर्वानुमान केंद्र के वैज्ञानिकों ने नवीनतम कंप्यूटिंग सुविधा और भारत के पहले सुपर कंप्यूटर CRAY X-MP के बारे में भी डॉ सिंह को जानकारी प्रदान की, जो वर्ष 1988 में इस केंद्र में स्थापित किया गया था, और वर्ष 1999 तक संचालित हो रहा था। 

इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने समय-समय पर हर वैश्विक मंच पर जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर भारत की आवाज को मजबूती से उठाया है। उन्होंने कहा कि देश के विशाल भूभाग एवं विविधता के साथ आपदा प्रबंधन में अग्रणी होने के नाते दुनिया जलवायु परिवर्तन जैसी वैश्विक चुनौतियों से लड़ने के लिए भारत की ओर देखती है। डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि अगले 25 वर्षों के बाद जब देश अपनी स्वतंत्रता का शताब्दी वर्ष मनाएगा, तो भारत के अनुसंधान, विकास और नवाचार क्षमताओं में वैज्ञानिक कौशल को श्रेय देते हुए दुनिया भारत की शीर्ष स्थिति को स्वीकार करेगी।

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डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि भारत मौसम की भविष्यवाणी के क्षेत्र में अग्रिम पंक्ति में खड़ा है, और विशाल और विविध आबादी की आवश्यकताओं की पूर्ति करने में विश्व में अग्रणी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विज्ञान और प्रौद्योगिकी को उच्च प्राथमिकता देतें हैं, और देश के वैज्ञानिकों को अधिक से अधिक सफलता प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारतीय युवाओं में स्वाभाविक वैज्ञानिक दृष्टिकोण है, और भारत सरकार व्यापक एक्स्पोजर देकर उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश ज्ञान-विस्फोट के दौर से गुजर रहा है, जिसमें भारतीय युवा वैज्ञानिक नवाचार में नई संभावनाएं तलाश रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत में वैज्ञानिक प्रगति की गति आश्चर्यजनक है, जिसका फल दुनिया को देखने को मिल रहा है। 

(इंडिया साइंस वायर)

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