ग्राहम रीड के लिए 2020 तोक्यो ओलंपिक क्वालीफायर पहली बड़ी चुनौती: मार्सेलस गोम्स
गोम्स ने यहां डॉन बास्को स्कूल में सिंथेटिक हाकी टर्फ के उद्घाटन के मौके पर कहा, ‘‘रीड के लिए सबसे महत्वपूर्ण बात यह सुनिश्चित करना है कि टीम क्वालिफाई (2020 तोक्यो ओलंपिक के लिए) करें और क्वालिफाइंग राउंड काफी अहम है।’’
मुंबई।पूर्व हॉकी ओलंपियन मार्सेलस गोम्स का मानना है कि राष्ट्रीय पुरुष टीम के नये कोच ग्राहम रीड के लिए पहली बड़ी चुनौती 2020 तोक्यो ओलंपिक के क्वालीफायर मुकाबले होंगे।पिछले साल भुवनेश्वर में विश्व कप में टीम के क्वार्टर फाइनल में बाहर होने पर जनवरी में हरेंद्र सिंह की बर्खास्तगी के बाद आस्ट्रेलिया के ग्राहम रीड भारतीय पुरूष हॉकी टीम के कोच की कमान संभालने जा रहे है।
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गोम्स ने यहां डॉन बास्को स्कूल में सिंथेटिक हाकी टर्फ के उद्घाटन के मौके पर कहा, ‘‘रीड के लिए सबसे महत्वपूर्ण बात यह सुनिश्चित करना है कि टीम क्वालिफाई (2020 तोक्यो ओलंपिक के लिए) करें और क्वालिफाइंग राउंड काफी अहम है।’’
इस मौके पर महिंद्रा टीम के उनके पूर्व सहयोगी और भारत के पूर्व कप्तान एमए सोमाया ने कहा कि रीड के कार्यभार संभालने के साथ ही ऑस्ट्रेलियाई खेल शैली प्रभावी हो सकती है जिससे राष्ट्रीय टीम को मदद मिलेगी।
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मास्को में 1980 के ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाली टीम के सदस्य सोमाया ने कहा, ‘‘ग्राहम रीड एक अनुभवी कोच हैं और वह शायद ऑस्ट्रेलियाई शैली को लागू करेंगे जो टीम के लिए फायदेमंद हो सकता है।’’ सोमाया के मुताबिक, खिलाड़ियों के लिए पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलने के साथ अंतिम पास पर सटीक स्ट्रोक खेलने के क्षेत्र में सुधार करने की जरूरत है।
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