एएफआई को तोक्यो ओलंपिक में तीन पदक जीतने की उम्मीद

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[email protected] । Jul 20 2019 3:33PM

एएफआई की वार्षिक आम सभा में नायर ने दावा किया कि अगले साल ओलंपिक में में ट्रैक एवं फील्ड स्पर्धा में एक रजत और दो कांस्य पदक जीत सकते हैं। उन्होंने उम्मीद जतायी की 2024 पेरिस ओलंपिक में भारतीय एथलीट एक स्वर्ण, दो रजत और दो कांस्य पदक जीत सकते हैं।

आगरा। भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) ने अगले साल तोक्यो में होने वाले ओलंपिक खेलों में एथलेटिक्स से देश को तीन पदक मिलने की उम्मीद जतायी। भारतीय एथलेटिक्स के उप मुख्य कोच राधाकृष्णन नायर ने शुक्रवार को कहा कि भाला फेंक के स्टार खिलाड़ी नीरज चोपड़ा और लंबी कूद के खिलाड़ी मुरली श्रीशंकर से पदक की सबसे ज्यादा उम्मीदें है। एएफआई की वार्षिक आम सभा में नायर ने दावा किया कि अगले साल ओलंपिक में में ट्रैक एवं फील्ड स्पर्धा में एक रजत और दो कांस्य पदक जीत सकते हैं। उन्होंने उम्मीद जतायी की 2024 पेरिस ओलंपिक में भारतीय एथलीट एक स्वर्ण, दो रजत और दो कांस्य पदक जीत सकते हैं। उनसे जब पूछा गया कि भारत किन स्पर्धाओं में पदक जीत सकता था तो उन्होंने कहा, ‘‘हमें पुरूषों के भालाफेंक, पुरूषों की लंबी कूद, मिश्रित चार गुणा 400 मीटर रिले दौड के अलावा पुरूष और महिलाओं के चार गुणा 400 मीटर रिले दौड में भी उम्मीदें है।’’

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एएफआई के योजना आयोग के अध्यक्ष ललित भनोट ने कहा कि पदक की यह उम्मीदें तभी पूरी हो सकती है जब राज्य महासंघ एथलीटों को ढूंढना और संवारने में एएफआई पर निर्भर रहने के बजाय खुद अधिक जिम्मेदारी लेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘राज्य इकाइयों को काफी सक्रिय होना होगा। आपको प्रतिभा की खोज कर उसे निखारना होगा। आपके पास योग्य कोच होने चाहिए। एएफआई यह सब नहीं कर सकता, हर चीज के लिए एएफआई पर आश्रित नहीं होना चाहिए।’’

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इस मौके पर जर्मनी के नवनियुक्त ‘हाई परफोरमेन्स’ निदेशक वोल्कर हेरमैन ने वैज्ञानिक प्रशिक्षण तरीके, एथलीटों की मजबूत नींव तैयार करने, एथलीटों की उम्र के अनुसार सही कोचिंग प्रदान करने, शुरुआती विशेषज्ञता से बचने और पौष्टिक आहार प्रदान करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय एथलीट कच्चे हीरे की तरह हैं और यह हमारी जिम्मेदारी है कि उन्हें सही तरीके से तराशा जाए।’’

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