बाकू विश्व कप: दीपा करमाकर का लक्ष्य 2020 ओलंपिक के लिए स्वर्ण की दौड़
इस चोट के कारण जकार्ता एशियाई खेलों में वह वाल्ट फाइनल में नहीं खेल पायी थीं और उन्हें टीम स्पर्धा से हटना पड़ा था। हालांकि उन्होंने समय पर उबरते हुए कोटबस में तीसरा स्थान हासिल कर ओलंपिक क्वालीफिकेशन की उम्मीद बनाये रखीं।
नयी दिल्ली। भारत की दीपा करमाकर गुरूवार से बाकू और दोहा में शुरू हो रहे कलात्मक जिमनास्टिक्स विश्व कप में लगातार अच्छा प्रदर्शन कर ओलंपिक स्थान हासिल करने की कोशिश करेंगी। दीपा ने नवंबर 2018 में जर्मनी के कोटबस में कलात्मक जिमनास्टिक्स विश्व कप की वाल्ट स्पर्धा में कांस्य पदक जीतकर ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने का मजबूत दावा पेश किया था। घुटने की चोट से वापसी के बाद यह दीपा का पहला टूर्नामेंट था। इस चोट के कारण जकार्ता एशियाई खेलों में वह वाल्ट फाइनल में नहीं खेल पायी थीं और उन्हें टीम स्पर्धा से हटना पड़ा था। हालांकि उन्होंने समय पर उबरते हुए कोटबस में तीसरा स्थान हासिल कर ओलंपिक क्वालीफिकेशन की उम्मीद बनाये रखीं।
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दीपा ने मेलबर्न में 21 से 24 फरवरी तक हुए विश्व कप में नहीं खेलने का फैसला किया था और अब उनकी निगाहें बाकू में 14 से 17 मार्च और दोहा में 20 से 23 मार्च तक होने वाले विश्व कप में अच्छे प्रदर्शन पर लगी हैं। उन्होंने कहा, ‘‘इस बार ओलंपिक क्वालीफिकेशन कई दौर से होगा जिसमें विश्व कप भी शामिल हैं। मैं 2020 ओलंपिक क्वालीफिकेशन के लिये अपने मौके बढ़ाने के लिये सभी संभव दौर में भाग लेना चाहती हूं और पिछले साल जर्मनी में विश्व कप में पदक जीतकर मेरे आत्मविश्वास में बढ़ोतरी हुई है। ’’दीपा ने कहा, ‘‘मैं अच्छे प्रदर्शन करके ओलंपिक की ओर प्रगति करने की उम्मीद लगाये हूं।’’
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