गांगुली के पत्र के बाद दलीप ट्राफी की वापसी की सीओए ने
सीओए ने बीसीसीआई को दलीप ट्राफी को घरेलू कैलेंडर से नहीं हटाने के निर्देश दिये हैं। पहले इस टूर्नामेंट को इस सत्र के कैलेंडर में जगह नहीं दी गयी थी तथा पूर्व कप्तान एवं क्रिकेट बोर्ड के तकनीकी समिति के अध्यक्ष सौरव गांगुली को भी इसकी जानकारी नहीं दी गयी थी।
नयी दिल्ली-मुंबई। प्रशासकों की समिति (सीओए) ने बीसीसीआई को दलीप ट्राफी को घरेलू कैलेंडर से नहीं हटाने के निर्देश दिये हैं। पहले इस टूर्नामेंट को इस सत्र के कैलेंडर में जगह नहीं दी गयी थी तथा पूर्व कप्तान एवं क्रिकेट बोर्ड के तकनीकी समिति के अध्यक्ष सौरव गांगुली को भी इसकी जानकारी नहीं दी गयी थी। सीओए की सदस्या डायना एडुल्जी ने पत्रकारों से कहा, ‘‘दलीप ट्राफी को बहाल कर दिया गया है। इसका आयोजन होगा और इसके कार्यक्रम पर काम किया जाएगा। हमने बीसीसीआई से इसे नहीं हटाने के लिये कहा है। यह बेहद प्रतिष्ठित टूर्नामेंट है और इसका आयोजन होना चाहिए। यह इस सत्र में होगा।’’ जुलाई महीने में कोलकाता में बोर्ड की तकनीकी समिति की बैठक में यह फैसला किया गया था कि इस सत्र में भी पिछले सत्र की तरह गुलाबी गेंद से दलीप ट्रॉफी के मैच कराये जायेंगे। हालांकि, हाल ही में बीसीसीआई की ओर से जारी घरेलू कार्यक्रम में दलीप ट्रॉफी को जगह नहीं दी गयी। घरेलू क्रिकेट कार्यक्रम के जारी होने के बाद गांगुली ने बोर्ड के महाप्रबंधक एम–वी– श्रीधर से दलीप ट्रॉफी को घरेलू कार्यक्रम से हटाने का कारण पूछा है। गांगुली ने इस सिलसिले में हैदराबाद के इस पूर्व कप्तान को पत्र लिखा जिसकी प्रति पीटीआई के पास है। श्रीधर को भेजे ई-मेल में गांगुली ने कहा, ''मीडिया से मुझे जानकारी मिली कि इस वर्ष शायद दलीप ट्रॉफी का आयोजन नहीं होगा। मुझे यह नहीं पता कि यह सही है या नहीं लेकिन अगर आपको याद हो तो तकनीकी समिति की पिछली बैठक में गुलाबी गेंद से दलीप ट्रॉफी कराने की सहमति बनीं थी जिसके तहत पिछले वर्ष की तर्ज पर इस साल भी उसका आयोजन करना था।’’ यह भी पता चला है कि गांगुली ने उत्तर भारत में बरसात की मौसम को देखते हुये टूर्नामेंट को हैदराबाद या दक्षिण भारत के किसी शहर में कराने का सुझाव दिया था।
बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा, ''दलीप ट्रॉफी का आयोजन पहले मोहाली या धर्मशाला में कराने का सुझाव मिला था लेकिन बरसात के कारण मैचों पर पानी ना फिरे इस लिये गांगुली ने सुझाव दिया था कि इसका आयोजन दक्षिण भारत में किया जाये। उनके प्रस्ताव पर विचार किया जा रहा है।’’ आईपीएल के चेयरमैन राजीव शुक्ला चाहते थे कि इन मैचों का आयोजन यूपीसीए की मेजबानी में लखनऊ में निर्मित नये क्रिकेट स्टेडियम में हो। हालांकि, पहले से काफी व्यस्त कार्यक्रम के कारण बीसीसीआई के लिये दलीप ट्रॉफी का अब आयोजन करना काफी चुनौतीपूर्ण होगा लेकिन रसूकदार लोगों के दबाव के कारण बोर्ड को इसके लिये सितंबर में दो सप्ताह निकालना पड़ सकता है। सितंबर के आखिर में न्यूजीलैंड की ए टीम चार सप्ताह के भारत दौरे पर आर रही है जहां वह भारत ए के साथ दो चार दिवसीय मैच के अलावा पांच मैचों की एकदिवसीय मैच की श्रृंखला भी खेलेगी। चार दिवसीय मैच विजयवाड़ा में 23 से 26 सितंबर और 30 सितंबर से तीन अक्तूबर के बीच होंगे जबकि एक दिवसीय मैच 6, 8, 10, 12 और 14 अक्तूबर को विशाखापट्नम में खेले जायेंगे। बीसीसीआई अधिकारी ने बताया कि सितंबर-अक्तूबर में भारतीय टीम के शीर्ष खिलाड़ी दलीप ट्रॉफी में चयन के लिये मौजूद नहीं रहेंगे। उन्होंने कहा कि इस दौरान शीर्ष खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया के साथ एक दिवसीय श्रृंखला की तैयारी में होंगे तो वही दूसरे दर्जे के खिलाड़ी न्यूजीलैंड की ए टीम के साथ मुकाबले में शामिल होंगे। इसलिये दलीप ट्रॉफी में देश के शीर्ष 30-32 खिलाड़ी हिस्सा नहीं ले पायेंगे। जो खिलाड़ी मौजूद है वे इनके बाद के 30 खिलाड़ी होंगे जोकि राष्ट्रीय टीम में जगह बनने की जद्दोजहद में अभी शामिल नहीं है।
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