किसी भी क्षेत्र में सफलता के लिए अनुशासन बेहद जरूरी: योगेश्वर
लंदन ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता ने युवा पहलवानों को सफलता के कुछ गुर भी दिये। योगेश्वर ने कहा, ‘‘अगर आप कुश्ती में कोई मुकाम हासिल करना चाहते हैं तो उसके लिए अनुशासित होना पहली शर्त है।
मथुरा। ओलंपिक पदक विजेता एवं राजीव गांधी खेलरत्न पुरस्कार से सम्मानित पहलवान योगेश्वर दत्त ने कहा कि किसी भी खेल में सफलता पाने के लिए अनुशासन का पालन करना उसकी पहली सीढ़ी के समान है। योगेश्वर ने नौहवारी-नरवारी कुश्ती-कबड्डी अकादमी में किशोर पहलवानों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘पहले कुश्ती को कम तवज्जो दी जाती थी लेकिन अब समय बदल गया है। आज देश में कुश्ती को सम्मान की दृष्टि से देखा जा रहा है। यहां तक कि लड़कियां भी इस खेल में भाग ले रही हैं और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपना व देश का नाम रोशन कर रही हैं।’’
लंदन ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता ने युवा पहलवानों को सफलता के कुछ गुर भी दिये। योगेश्वर ने कहा, ‘‘अगर आप कुश्ती में कोई मुकाम हासिल करना चाहते हैं तो उसके लिए अनुशासित होना पहली शर्त है। इस खेल में अपेक्षित सफलता पाने के लिए अनुशासन में रहकर कोच के निर्देशों का पालन करने से आपकी जीत सुनिश्चित है।’’
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