सुपर ओवर में छक्का जड़ते ही नीशाम के कोच को आया हार्ट अटैक
न्यूजीलैंड के हरफनमौला जिम्मी नीशाम जब इंग्लैंड के खिलाफ विश्व कप फाइनल के सुपर ओवर में छक्का लगाकर टीम को जिताने की कोशिश कर रहे थे , तब उनके हाई स्कूल के शिक्षक और शुरूआती कोच डेविड गोर्डन ने आखिरी सांसें ले रहे थे। सुपर ओवर में न्यूजीलैंड को जीत के लिये 16 रन चाहिये थे। स्कोर बराबर रहने के बाद चौकों छक्कों की गिनती के आधार पर टीम हार गई।
आकलैंड। न्यूजीलैंड के हरफनमौला जिम्मी नीशाम जब इंग्लैंड के खिलाफ विश्व कप फाइनल के सुपर ओवर में छक्का लगाकर टीम को जिताने की कोशिश कर रहे थे , तब उनके हाई स्कूल के शिक्षक और शुरूआती कोच डेविड गोर्डन ने आखिरी सांसें ले रहे थे। सुपर ओवर में न्यूजीलैंड को जीत के लिये 16 रन चाहिये थे। स्कोर बराबर रहने के बाद चौकों छक्कों की गिनती के आधार पर टीम हार गई।
Dave Gordon, my High School teacher, coach and friend. Your love of this game was infectious, especially for those of us lucky enough to play under you. How appropriate you held on until just after such a match. Hope you were proud. Thanks for everything. RIP
— Jimmy Neesham (@JimmyNeesh) July 17, 2019
गोर्डन की बेटी लियोनी ने कहा कि उनके पिता उस समय अस्पताल में थे। उन्होंने स्टफ डाट काम डाट न्यूजीलैंड से कहा कि आखिरी ओवर में और सुपर ओवर में एक नर्स भीतर आई तो उसने बताया कि उनकी सांस की गति बदल रही है। मुझे लगता है कि जब नीशाम ने वह छक्का जड़ा, तब उन्होंने आखिरी सांस ली।
Thanks Jimmy, my sister and I were with Dad at the end, cheering for you and the team. He was so proud of you!
— Leonie Gordon (@Leonie_Gordon) July 17, 2019
नीशाम ने गुरूवार को ट्वीट किया कि डेव गार्डन, मेरे हाई स्कूल शिक्षक, कोच और दोस्त। खेल के प्रति आपका प्यार अनुकरणीय था खासकर उन खुशकिस्मत लोगों के लिये जो आपके मार्गदर्शन में खेले । उम्मीद है कि उस मैच में हमारे प्रदर्शन पर आपको गर्व हुआ होगा। धन्यवाद। ईश्वर आपकी आत्मा को शांति दे।
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