कबड्डी खिलाड़ियों को महिलाओं की लीग होने की उम्मीद

[email protected] । Jul 25 2016 4:33PM

महिला कबड्डी चैलेंज के पहले सत्र में शामिल तीनों टीमों की कप्तानों ने कहा कि इस प्रतियोगिता को जिस तरह से सराहा जा रहा है, उससे ये उम्मीद बढ़ गयी है कि जल्द ही पुरूषों के प्रो कबड्डी लीग की तरह महिलाओं के लिए भी लीग की शुरुआत होगी।

नयी दिल्ली। महिला कबड्डी चैलेंज के पहले सत्र में शामिल तीनों टीमों की कप्तानों ने कहा कि इस प्रतियोगिता को जिस तरह से सराहा जा रहा है, उससे ये उम्मीद बढ़ गयी है कि जल्द ही पुरूषों के प्रो कबड्डी लीग की तरह महिलाओं के लिए भी लीग की शुरुआत होगी। इस प्रतियोगिता के फाइनल में पहुंच चुकी स्टॉर्म क्वीन्स टीम की कप्तान तेजस्विनी बाई ने आज कहा कि इस प्रतियोगिता के शुरू होने से महिला कबड्डी खिलाड़ियों को देश और दुनिया में पहचान मिली है। फाइनल की तैयारियों के बारे में वर्ष 2011 में अर्जुन अवार्ड से सम्मानित तेजस्विनी ने भाषा से कहा, ‘‘बहुत खुशी की बात है कि हम लोग फाइनल में पहुंच गये हैं। इस पूरी प्रतियोगिता हमारी टीम ने अच्छी तालमेल का प्रदर्शन किया। हम फाइनल के लिए पूरी तैयारी कर रहे हैं है और हम अच्छा प्रदर्शन करेंगे।’’ उनकी टीम चार लीग मैचों में 13 अंक अर्जित कर पहले ही महिला कबड्डी चैलेंज के फाइनल में पहुंच चुकी है और 31 जुलाई को हैदराबाद में होने वाले फाइनल में उसकी भिड़ंत आईस दिवाज और फायर बर्डस के बीच खेले जाने वाले अंतिम क्वालिफायर की विजेता टीम से होगी। तेजस्विनी ने कहा, ‘‘मैंने नहीं सोचा था कि इतना जल्दी महिला कबड्डी इस मुकाम पर पहुंच जायेगी लेकिन जिस तरह लोगों ने सराहा है, निश्चित तौर पर इससे उत्साहित होकर देशभर में लड़कियां इसे करियर के बेहतर विकल्प के रूप में देखेंगी।’’

भारतीय महिला कबड्डी टीम की पूर्व कप्तान और प्रतियोगिता में अभी तक आखिरी स्थान पर काबिज फायर बर्डस की कप्तान ममता पुजारी ने भी पुरूषों के प्रो कबड्डी लीग की तर्ज पर जल्द ही महिलाओं की लीग शुरू होने की उम्मीद जतायी। वर्ष 2014 में अर्जुन अवार्ड से सम्मानित ममता ने बताया, ‘‘हमारे लिए बहुत खुशी की बात है कि हमें ये चैलेंज मिला और हम अच्छा खेल रहे हैं और बड़ी संख्या में लोग इसे देख रहे हैं। जिस तरह लड़कों का लीग सफल रहा, उसी तरह अगर लड़कियों का लीग शुरू होता है तो मुझे आशा है कि वह भी सफल रहेगा।’’ आने वाले अंतरराष्ट्रीय कबड्डी टूर्नामेंटों में भारत की संभावना के बारे में पूछे जाने पर ममता ने कहा, ‘‘कोरिया, ईरान और थाईलैंड लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, वे भारतीय कोच को रख रहे हैं और लगातार सुधार कर रहे हैं, फिर भी हमें उम्मीद है कि हम अपनी बादशाहत कायम रखेंगे।’’ प्रतियोगिता की तीसरी टीम आईस दिवाज की कप्तान और पिछले वर्ष अर्जुन अवार्ड से सम्मानित अभिलाषा म्हात्रे ने आज के मुकाबले के बारे में कहा कि उनकी टीम करो या मरो के जज्बे के साथ उतरेगी और उन्हें उम्मीद की फाइनल में स्टॉर्म क्वीन्स का सामना उन्हीं की टीम से होगा।''

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