अदिति चौहान ने कहा, कोटिफ कप खुद को परखने का बेहतरीन मौका
भारतीय महिला फुटबाल टीम की गोलकीपर अदिति चौहान ने कोटिफ टूर्नामेंट को एशिया से बाहर खुद को परखने का शानदार मौका करार देते हुए कहा कि टीम में कई युवा खिलाड़ी है जो शारीरिक रूप से मजबूत प्रतिद्वंद्वी टीमों के खिलाफ खेलने की चुनौती से निपटेंगे।
नयी दिल्ली। भारतीय महिला फुटबाल टीम की गोलकीपर अदिति चौहान ने कोटिफ टूर्नामेंट को एशिया से बाहर खुद को परखने का शानदार मौका करार देते हुए कहा कि टीम में कई युवा खिलाड़ी है जो शारीरिक रूप से मजबूत प्रतिद्वंद्वी टीमों के खिलाफ खेलने की चुनौती से निपटेंगे। भारतीय टीम स्पेन में होने वाले इस टूर्नामेंट में एक से छह अगस्त तक अलग अलग टीमों से चार मैच खेलेगी।
अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ (एआईएफएफ) की वेबसाइट के अनुसार अदिति ने कहा कि एशिया से बाहर टीम के तौर पर खुद को परखने का यह शानदार मौका होगा। दक्षिण एशियाई फुटबाल में हमने हाल के वर्षों में अपना प्रभुत्व बनाया है। इस (कोटिफ) टूर्नामेंट से हमें यह पता चलेगा कि विश्व स्तरीय यूरोपीय फुटाबल टीमों के खिलाफ हम कहा ठहरते हैं।
यूरोपीय क्लब वेस्ट हैम यूनाइटेड टीम का हिस्सा रही अदिति ने कहा, ‘इस टूर्नामेंट से हमें टीम में पेशेवर रवैये का पता चलेगा। हम टीम में पेशेवर रवैया चाहते हैं। मैं भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) और एआईएफएफ का दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीमों के खिलाफ खेलने का मौका देने के लिए शुक्रिया अदा करना चाहती हूं।’
अदिति से जब टूर्नामेंट की चुनौतियों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘इंग्लैंड में खेलने के अपने अनुभव से मैं जानती हूं कि यह मुश्किल चुनौती है, क्योंकि ज्यादातर यूरोपीय टीमें शारीरिक खेल खेलना पसंद करती हैं और हमें ऐसी टीमों के खिलाफ खेलने का अनुभव नहीं है। वे शारीरिक तौर पर हम से मजबूत टीम है लेकिन मुझे लगता है कि यह हमारे लिए सही चुनौती होगी और हमे अपने मजबूत पक्ष के साथ खेलने के अलावा सामांजस्य भी बैठाना होगा।’
यह पहली बार है जब भारतीय महिला सीनियर टीम किसी टूर्नामेंट में हिस्सा लेने यूरोप जा रही है। एआईएफएफ ने नवंबर में होने वाले ओलंपिक क्वालीफायर को ध्यान में रखते हुए टीम को स्पेन दौरे पर भेजा है।
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