मैरीकाम और लवलीना की निगाहें फाइनल में पहुंचने पर

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[email protected] । Nov 22 2018 2:21PM

पांच बार की विश्व चैम्पियन एम सी मैरीकाम (48 किग्रा) और लवलीना बोरगोहेन (69 किग्रा) केडी जाधव हाल में अपने अपने वर्ग से दसवीं महिला विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप के फाइनल में पहुंचने के इरादे से रिंग में उतरेंगी।

नयी दिल्ली। पांच बार की विश्व चैम्पियन एम सी मैरीकाम (48 किग्रा) और लवलीना बोरगोहेन (69 किग्रा) केडी जाधव हाल में अपने अपने वर्ग से दसवीं महिला विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप के फाइनल में पहुंचने के इरादे से रिंग में उतरेंगी। भारत की चार मुक्केबाजों ने पदक दौर में प्रवेश कर लिया है। लेकिन अपने छठे स्वर्ण और चैम्पियनशिप में सातवें पदक की कोशिश में जुटी मैरीकाम घरेलू हालात और अपने अपार अनुभव का फायदा उठाकर सेमीफाइनल में उत्तर कोरिया की किम हयांग मि को पस्त कर 24 नवंबर को होने वाले फाइनल में जगह सुनिश्चित करना चाहेंगी। पांच वजन वर्गों 48 किग्रा, 54 किग्रा, 60 किग्रा, 69 किग्रा और 81 किग्रा के सेमीफाइनल मुकाबले होंगे जबकि बाकी पांच अन्य के अंतिम चार के मुकाबले शुक्रवार को कराये जायेंगे। पैंतीस वर्षीय मैरीकाम ने यहां आई जी स्टेडियम में आज अभ्यास के बाद कहा, ‘‘मैं आत्मविश्वास से भरी हूं। मैंने अपने कोचों के साथ मिलकर प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ रणनीति बनायी है।’’

मैरीकाम ने पिछले साल एशियाई चैम्पियनशिप के फाइनल में इस उत्तर कोरियाई मुक्केबाज को पराजित किया था जो काफी फुर्तीली और आक्रामक खेलती है। उसने क्वार्टरफाइनल में दावेदारों में शुमार दक्षिण कोरियाई प्रतिद्वंद्वी चोरोंग बाक को शिकस्त दी थी। इस मणिपुरी खिलाड़ी ने कहा, ‘‘मैं जानती हूं कि कब मुझे गार्ड नीचे रखना है और कब पंच मारना है। मैंने इस पर काफी काम किया है।’’ वहीं 21 साल की लवलीना वेल्टरवेट के सेमीफाइनल में चीनी ताइपे की चेन निएन चिन के खिलाफ जीत दर्ज करके इस मुक्केबाज से मिली हार का बदला चुकता करना चाहेंगी। हालांकि पिछली बार जब वह इस मुक्कबाज से भिड़ीं थीं तो काफी नयी थी जिसे वह स्वीकार भी करती हैं लेकिन मानती हैं कि अब वह मुक्केबाज के तौर पर काफी परिपक्व हो गयी हैं। लवलीना ने अभ्यास के बाद कहा, ‘‘मैंने उसके वीडियो देखकर योजना तैयार की है, उम्मीद है कि इससे मदद मिलेगी।’’ लवलीना को अपनी पहली विश्व चैम्पियनशिप में पदक दौर में पहुंचने की खुशी है लेकिन वह इसका रंग बदलकर ओलंपिक क्वालीफायर की तैयारियों को पुख्ता करना चाहती हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं स्वर्ण पदक जीतना चाहती हूं ताकि यहां के अनुभव से मुझे ओलंपिक क्वालीफायर में मदद मिले। यहां जीत से आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होगी और अनुभव काफी काम आयेगा।’’ दो और अन्य भारतीयों सोनिया (57 किग्रा) और सिमरनजीत कौर (64 किग्रा) ने सेमीफाइनल में प्रवेश किया है जो शुक्रवार को रिंग में भाग्य आजमायेंगी लेकिन दोनों अपनी बाउट की तैयारियों में जुटी हैं। सोनिया ने कहा, ‘‘मैं उत्तर कोरिया की जो सोन ह्वा को पहले भी हरा चुकी हूं। हम दोनों एक दूसरे की खेलने की शैली से वाकिफ हैं लेकिन मैंने अपने कोचों के साथ मिलकर रणनीति तैयार की है जिससे मैं आत्मविश्वास से भरी हूं।’’ सिमरनजीत ने अभ्यास करने से पहले कहा, ‘‘मैंने कड़ी मेहनत की है और मुकाबले के लिये तैयार हूं।’’

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