कप्तान को यह नहीं सोचना चाहिए कि सबमें आम समझ होगी: धोनी

MS Dhoni opens up about challenges of captaincy
[email protected] । Jul 9 2018 2:00PM

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा कि क्रिकेट में ‘‘आम समझ जैसा कुछ नहीं होता’’ और बताया कि कप्तान के रूप में वह किस तरह से टीम के खिलाड़ियों के साथ घुलते मिलते थे।

नयी दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा कि क्रिकेट में ‘‘आम समझ जैसा कुछ नहीं होता’’ और बताया कि कप्तान के रूप में वह किस तरह से टीम के खिलाड़ियों के साथ घुलते मिलते थे। अपने 37 वें जन्मदिन पर धोनी ने भारतीय टीम के कप्तान के रूप में अपने अनुभव, उनसे मिले सबक आदि के बारे में बात की। भारत के सबसे सफल कप्तान के लिए कप्तानी के दौरान सबसे बड़ी चुनौती थी कि वह किस तरह खिलाड़ियों के अहं को चोट पहुंचाए बिना उनमें ‘‘ आम समझ ’’ भरे। धोनी ने अपने जन्मदिन पर स्टार स्पोर्ट्स को साक्षात्कार दिया , जिसका आज प्रसारण किया गया।

धोनी ने कहा, ‘‘कप्तान के रूप में अपने कार्यकाल में मैंने सबसे बड़ी बात यह सीखी कि कई बार मैं सोचता था कि यह आम समझ है। लेकिन नहीं , आम समझ जैसी कोई चीज नहीं होती। आपको लगता है, ‘ये बताने की चीज नहीं है ’ लेकिन टीम के माहौल में आपको बात कहने की जरूरत है। ’’ उन्होंने बताया कि मैच की स्थितियों में किस तरह अलग अलग खिलाड़ी अलग अलग तरीके से प्रतिक्रिया देते थे और कब कप्तान को पहल करने की जरूरत होती है। धोनी ने कहा , ‘‘ कुछ लोग ऐसे होंगे जो बुद्धिमान होंगे और वे कहेंगे ‘ अरे ये क्या बोल रहा है , ये जरूरत नहीं है ’ । लेकिन ये उनके लिए नहीं होता। वे चीजें समझ सकते हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘यह सब उस इंसान के लिए होता है जो समझता नहीं है। लेकिन साथ ही एक इंसान को संबोधित करना बहुत गलत होता है क्योंकि उसे पता होगा कि ‘ अच्छा ये तो मुझे ही बोल रहा है’।’’ पूर्व कप्तान ने कहा, ‘‘हम एक ऐसे माहौल में समय बिताने की कोशिश करते हैं जहां आपको काफी सहजता का अनुभव हो। आपको पहल करने की जरूरत होती है , जब तक वह मुझे प्रतिक्रिया नहीं देगा , मुझसे बात नहीं करेगा , मुझे पता नहीं चलेगा कि उसके मन में क्या चल रहा है।’’ 

उन्होंने कहा, ‘‘उस इंसान को समझने के लिए मुझे उसके साथ समय बिताना चाहिए। जब तक आप उसे जानेंगे नहीं , उसे यह सलाह देना काफी मुश्किल होगा कि उसे क्या करना चाहिए। साथ ही आपको उसके मन में घुसना होगा क्योंकि हर इंसान अलग होता है।’’ धोनी ने कहा, ‘‘मुझे व्यक्तिगत रूप से महसूस हुआ कि टीम माहौल में सबसे बड़ी समस्या इस तरह के सवालों के जवाब देना है कि ‘ धोनी मैं किस कारण से मैच नहीं खेल रहा हूं।’ वे फिर पूछेंगे कि ‘मैं आपसे सवाल पूछ रहा हूं और मुझे जवाब नहीं चाहिए।’’ 

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