न्यूजीलैंड सरकार ने पैरालंपिक दीपा को ''सर एडमंड हिलेरी फैलोशिप'' के लिए चुना
रियो ओलंपिक 2016 में गोला फेंक की एफ53 स्पर्धा में रजत पदक जीतने वाली 48 वर्षीय दीपा भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेल, सांस्कृतिक और लोगों के बीच आपसी संबंध प्रगाढ़ करने के लिये काम करेगी।
नयी दिल्ली।रियो ओलंपिक की रजत पदक विजेता दीपा मलिक को गुरुवार को उनकी ‘प्रेरणादायी उपलब्धि’ के लिये गुरुवार को न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री की तरफ से सर एडमंड हिलेरी फैलोशिप 2019के लिये चुना गया।रियो ओलंपिक 2016 में गोला फेंक की एफ53 स्पर्धा में रजत पदक जीतने वाली 48 वर्षीय दीपा भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेल, सांस्कृतिक और लोगों के बीच आपसी संबंध प्रगाढ़ करने के लिये काम करेगी।
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न्यूजीलैंड उच्चायोग ने विज्ञप्ति में कहा, ‘‘हमें यह घोषणा करते हुए अपार खुशी हो रही है कि 2019 के लिये न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री की तरफ से सर एडमंड हिलेरी फेलोशिप से भारतीय पैरालंपिक एथलीट दीपा मलिक को सम्मानित किया गया है। प्रधानमंत्री जेसिंडा आर्डर्न द्वारा दी गयी इस फैलोशिप का उद्देश्य भारत और न्यूजीलैंड के बीच संबंधों को मजबूत करना है।’’
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इस फैलोशिप के तहत दीपा न्यूजीलैंड दौरे पर जाकर प्रधानमंत्री जेसिंडा आर्डर्न से मिलेंगी। पैरालंपिक खेल संगठनों के दौरे करेगी तथा न्यूजीलैंड के एथलीटों, विद्यार्थियों और मीडिया के अलावा भारतीय समुदाय के लोगों से भी मिलेगी।दीपा 2016 में पैरालंपिक खेलों में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनी थी। वह लगातार तीन एशियाई पैरा खेलों 2010, 2014 और 2018 में पदक जीतने वाली एकमात्र भारतीय खिलाड़ी है। वह पदमश्री और अर्जुन पुरस्कार विजेता भी हैं।
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