दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ स्मिथ और वॉर्नर पर नहीं होगा कोई दबाव

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गत चैम्पियन आस्ट्रेलिया पहले ही सेमीफाइनल में पहुंच चुकी है लेकिन शनिवार को होने वाला यह मैच निर्धारित करेगा कि वे तालिका में शीर्ष पर पहुंचते हैं या नहीं ताकि अंतिम चार में मेजबान इंग्लैंड से भिड़ंत से बच सकें।

मैनचेस्टर। ऑस्ट्रेलियाई कोच जस्टिन लैंगर का मानना है कि जब टीम विश्व कप के मैच में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैदान पर उतरेगी तो गेंद से छेड़छाड़ के लिये 12 महीने का प्रतिबंध झेल चुके स्टीव स्मिथ और डेविड वार्नर पर कोई अतिरिक्त दबाव नहीं होगा। गत चैम्पियन आस्ट्रेलिया पहले ही सेमीफाइनल में पहुंच चुकी है लेकिन शनिवार को होने वाला यह मैच निर्धारित करेगा कि वे तालिका में शीर्ष पर पहुंचते हैं या नहीं ताकि अंतिम चार में मेजबान इंग्लैंड से भिड़ंत से बच सकें। 

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आस्ट्रेलियाई टीम के ये दोनों खिलाड़ी दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ केप टाउन टेस्ट में गेंद से छेड़छाड़ के कारण प्रतिबंधित हुए थे जिसमें उनके अलावा साथी कैमरन बैनक्रोफ्ट पर भी प्रतिबंध लगाया गया था। ये दोनों प्रतिबंध से वापसी के बाद पहली बार दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेलेंगे। इंग्लैंड में दर्शकों ने विश्व कप के मैचों के दौरान स्मिथ और वार्नर की काफी हूटिंग की, जिनका यह प्रतिबंध समाप्त होने के बाद पहला अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट है। 

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लैंगर ने गुरूवार को ओल्ड ट्रैफर्ड पर पत्रकारों से कहा कि इंग्लैंड में आने के बाद उन्हें जिस चीज की उम्मीद थी, वह उसे झेल चुके हैं। यह मैच हमारे कई खिलाड़ियों के लिये अहम है लेकिन हमें भावनाओं को इससे दूर रखना होगा। उन्होंने कहा कि हमें यहां से दो अंक लेने होंगे और जीत की लय जारी रखनी होगी और खिलाड़ियों के लिये यह विश्व कप का एक और रोमांचक मेच होगा। विश्व कप के शीर्ष स्कोरर में शामिल वार्नर फिर से पिता बने हैं। लैंगर अपने दोनों स्टार बल्लेबाजों की फार्म से खुश हैं। उन्होंने कहा कि वे आस्ट्रेलिया के लिये फिर से बेहतरीन क्रिकेट खेल रहे हैं। 

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रिकार्ड पांच विश्व कप जीत चुकी आस्ट्रेलियाई टीम इस चरण में प्रबल दावेदारों में शुमार नहीं थी और गेंद से छेड़छाड़ के प्रकरण के बाद बिखरी हुई दिख रही थी। लेकिन वह सेमीफाइनल के लिये क्वालीफाई करने वाली पहली टीम बनी। लैंगर ने कहा कि केपटाउन के प्रकरण के बाद यहां तक पहुंने के लिये काफी कड़ी मेहनत की जरूरत होती है। यह आस्ट्रेलियाई क्रिेकट में बड़ा संकट था। दक्षिण अफ्रीका की टीम हालांकि अपने अभियान का अंत जीत से करने की कोशिश करेगी लेकिन उसके खिलाड़ियों के आत्मविश्वास को देखकर नहीं लगता कि ऐसा हो पायेगा जिससे इस बार भी टीम निराशाजनक तरीके से टूर्नामेंट खत्म करेगी। 

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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