सर्वोत्तम तैयारी के बाद स्थगन और फिर नयी तिथि, तोक्यो ओलंपिक की कठिन डगर
आयोजकों ने तैयारियों से सबका दिल जीता लेकिन वायरस के प्रकोप का खतरा पैदा होने से पहले कई बार इस पर संकट के बादल छाये। इस दौरान भ्रष्टाचार और बजट की गड़बड़ी के आरोपों का साया खेलों पर पड़ा।
तोक्यो। ओलंपिक अधिकारियों ने तोक्यो की सराहना अब तब के सबसे अच्छे मेजबान शहर के रूप में की थी लेकिन कोई भी कोरोना वायरस महामारी से निपटने की योजना नहीं बना सका, जिससे 2020 खेलों के अभूतपूर्व स्थगन के लिए मजबूर होना पड़ा। अब इस ओलंपिक का आयोजन अब 23 जुलाई 2021 से होगा। आयोजकों ने तैयारियों से सबका दिल जीता लेकिन वायरस के प्रकोप का खतरा पैदा होने से पहले कई बार इस पर संकट के बादल छाये। इस दौरान भ्रष्टाचार और बजट की गड़बड़ी के आरोपों का साया खेलों पर पड़ा।
ओलंपिक घटनाक्रम 2013: खुशी के आंसू सितंबर 2013 में तोक्यो को आईओसी ने ओलंपिक की मेजबानी सौपी जिसके बाद जापान केहजारों लोग खुशी से झूम उठे। प्रधान मंत्री शिंजो आबे ने वादा किया कि तोक्यो सुरक्षित हाथों में है।
2015: स्टेडियम की योजना रद्द ओलंपिक के लिए सबसे महंगे स्टेडियम के कारण आलोचना झेलने के बाद आबे को राष्ट्रीय स्टेडियम के खाके को रद्द करना पड़ा जिससे उन्हें शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने फैसला किया है कि हमें फिर से इसका खाका तैयार करना होगा।Tokyo Olympics 2020 to be held from 23rd July 2021 to 8th August 2021. Paralympic Games to be held from 24th August 2021 till 5th September 2021. #COVID19 pic.twitter.com/2lktxB0Nd0
— ANI (@ANI) March 30, 2020
2015: प्रतीक चिन्ह को रद्द किया गया सितंबर 2015 में चोरी का आरोप लगने के बाद इसके प्रतीक चिन्ह को रद्द कर दिया गया। डिजायनर ओलिवियर डेबी ने आरोप लगाया कि इसका लोगो बेल्जियम के थिएटर से चुराया गया है। उन्होंने कानूनी कार्रवाई की धमकी दी जिसके बाद आयोजन समिति ने यह कहते हुए प्रतीक चिन्ह को वापस ले लिया ,‘‘ जनता को इसका समर्थन हासिल नहीं है।’’
इसे भी पढ़ें: रवि शास्त्री ने बताया, विराट कोहली आखिर क्यों हैं भारतीय क्रिकेट टीम के 'बॉस'
2018: प्यारा शुभंकर प्रतीक चिन्ह में हुई चूक के बाद स्कूली बच्चों द्वारा चुने गए ओलंपिक और पैरालम्पिक्स केओलंपिक शुभंकर ‘‘मिराटोवा’’ के सही तरीके से जारी होने से आयोजन समिति ने राहत की सांस ली।
इसे भी पढ़ें: मेरी कॉम भी आई मदद को आगे, करेंगी प्रधानमंत्री राहत कोष में इतनी रकम दान
2018: मुक्केबाजी विवाद एक अभूतपूर्व कदम के तहत अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने विभिन्न आरोपों के साथ खेलों में मुक्केबाजी प्रतियोगिता के संचालन का अधिकार एआईबीए से वापस ले लिया। बाद में हालांकि आईओसी ने खुद ही मुक्केबाजी टूर्नामेंट का आयोजन करने की बात कही।
2019: रूस पर प्रतिबंध खेलों में रूस की भागीदारी पर दिसंबर में उस समय सवाल उठा जब डोपिंग रोधी एजेंसी वाडा ने ओलंपिक डोपिंग डेटा को लेकर ओलंपिक सहित वैश्विक आयोजनों से चार साल तक देश के एथलीटों पर प्रतिबंध लगाया। रूस ने अपील करने की लेकिन मार्च 2020 में नए कोरोना वायरस विश्व स्तर पर फैलने के कारण सुनवाई स्थगित कर दी गई।
इसे भी पढ़ें: जानिए साल 2021 में कब खेले जाएंगे टोक्यो ओलंपिक
2020: रद्द करना ‘अकल्पनीय’ मार्च के तीसरे सप्ताह में कोरोना वायरस के चपेट में 325,000 से अधिक लोग आ गये जबकि 14,400 से अधिक की मौत हो गयी। इसके बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसेमहामारी घोषित किया गया है। आयोजकों पर इसके टालने का दबाव बना लेकिन उन्होंने इसे ‘‘अकल्पनीय’’ करार दिया। 24 मार्च 2020 आईओसी और जापान ने अंततः एक ऐतिहासिक फैसले में ओलंपिक को स्थगित कर दिया। 30 मार्च 2020 ओलंपिक स्थगन के एक सप्ताह केअंदर आयोजन समिति ने नये तारीख की घोषण की। ओलंपिक का उद्घाटन समारोह 23 जुलाई 2021 से होगा।
अन्य न्यूज़