टिंटू, ललिता, सुधा कर सकती हैं ओलंपिक में उम्दा प्रदर्शन: उषा
भारत की महान फर्राटा धाविका पीटी उषा रियो ओलंपिक में भारत को एथलेटिक्स में पहला पदक मिलने को लेकर कोई कयास नहीं लगाना चाहतीं।
बेंगलूरू। भारत की महान फर्राटा धाविका पीटी उषा रियो ओलंपिक में भारत को एथलेटिक्स में पहला पदक मिलने को लेकर कोई कयास नहीं लगाना चाहतीं लेकिन उनका मानना है कि टिंटू लुका, ललिता बाबर और सुधा सिंह अपने अपने वर्ग में फाइनल्स में पहुंच सकती हैं। उषा ने कहा, ''एथलेटिक्स में हम नहीं कह सकते कि पदक कौन जीतेगा। भागीदारी भी अहम है। टिंटू लुका, ललिता बाबर और सुधा सिंह फाइनल्स के लिये क्वालीफाई कर सकते हैं लेकिन उन्हें अपना प्रदर्शन बेहतर करना होगा।’’
उषा यहां श्रीराम प्रापर्टीज ग्रां प्री एथलेटिक्स मीट के लिये आई हैं। टिंटू, सुधा और ललिता ने रियो ओलंपिक में क्रमश: 100 मीटर दौड़ और 3000 मीटर स्टीपलचेस के लिये क्वालीफाई किया है। लास एंजीलिस ओलंपिक 1984 में 400 मीटर बाधा दौड़ में चौथे स्थान पर रहीं उषा एक सेकेंड के सौवें हिस्से से कांस्य पदक से चूक गई थीं। उन्होंने उम्मीद जताई कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगातार खेलने से टिंटू ओलंपिक में अच्छा प्रदर्शन कर सकेगी। उन्होंने कहा कि पुरूष और महिला वर्ग में चार गुणा 400 मीटर रिले टीमें भी फाइनल्स में पहुंच सकती हैं।
उषा ने कहा, ''त्रिकूद में भी प्रदर्शन अच्छा रहा है। मैं नहीं कह सकती कि कौन पदक जीतेगा। यह किस्मत पर निर्भर करता है।’’ उन्होंने रियो के लिये क्वालीफाई करने पर दुती चंद को बधाई दी। उन्होंने कहा, ''यदि दुती 100 मीटर डैश में 11.21 सेकंड का समय निकालती है तो सेमीफाइनल के लिये क्वालीफाई कर सकती है। उसका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 11.26 सेकंड रहा है।’’ उषा ने कहा, ''मैं उस पर दबाव नहीं डालना चाहती। सबसे पहले तो 100 मीटर में क्वालीफाई करना ही बड़ी उपलब्धि है। यदि वह 11.21 सेकंड का समय निकाल ले तो सेमीफाइनल में पहुंच जायेगी।’’ रफ्तार बरकरार रखने को लेकर क्या दुती ने उनसे सलाह मांगी है, यह पूछने पर उषा ने कहा कि वह उससे बात कर चुकी है। उन्होंने कहा, ''वह ज्यादा लोगों से बात नहीं कर रही है। वह कम बोलती है लेकिन यूरोप सर्किट पर जाने से पहले मैंने उससे कहा था कि यूरोप सर्किट पर जाकर तुम क्वालीफाई कर सकती है। जब उसने क्वालीफाई किया तो मैंने बधाई दी।’’
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