थामस और उबेर कप में भारत के समक्ष कड़ी चुनौती

Uphill task for Indian shuttlers at Thomas and Uber Cup Finals
[email protected] । May 19 2018 5:25PM

बड़े खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी में साइना नेहवाल और एचएस प्रणय के नेतृ्त्व में भारत की युवा टीम को शुरू हो रहे थामस और उबेर कप के फाइनल्स में कड़ी चुनौती से पार पाना होगा।

बैंकाक (थाईलैंड)। बड़े खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी में साइना नेहवाल और एचएस प्रणय के नेतृ्त्व में भारत की युवा टीम को शुरू हो रहे थामस और उबेर कप के फाइनल्स में कड़ी चुनौती से पार पाना होगा। विश्व रैंकिंग में तीसरे स्थान पर काबिज पीवी सिंधू और चौथे स्थान पर काबिज किदांबी श्रीकांत जैसे सीनियर खिलाड़ियों की गैर मैजूदगी में इस विश्व टीम चैम्पियनशिप में भारत का दारोमदार साइना और प्रणय के कंधों पर होगा। भारतीय महिला टीम पिछले दो सत्र में उबेर कप में कांस्य पदक जीतने में कामयाब रही है जबकि पुरूषों की टीम पिछले आठ साल से थामस कप के क्वार्टरफाइनल में जगह नहीं बना पायी। पुरूष टीम में विश्व रैंकिंग में नौवें स्थान पर काबिज प्रणय के साथ एकल में सिंगापुर ओपन के विजेता बी साई प्रणीत, स्विस ओपन विजेता समीर वर्मा और विश्व जूनियर रैंकिंग में 10 वें स्थान पर काबिज लक्ष्य सेन है। युगल की बागडोर राष्ट्रीय चैम्पियन जोड़ी मनु अत्री एवं बी सुमीत रेड्डी के अलावा युवा अर्जुन एमआर एवं श्लोक रामचंद्रन के हाथों में होगी। भारत को ग्रुप ए में रखा गया है जिसमें ऑस्ट्रेलिया और फ्रांस के अलावा मजबूत मानी जाने वाली चीन की टीम भी है। प्रणय की टीम शुरूआती मुकाबले में फ्रांस के खिलाफ शानदार प्रदर्शन करना चाहेगी। प्रणीत ने कहा, ‘‘मुकाबला कठिन है, हमारी टीम युवा है और हम पदक के साथ स्वदेश आ सकते हैं लेकिन हमारा ध्यान पहले फ्रांस को हराने और नाकआउट दौर में जगह पक्की करने पर है।’’ 

उन्होंने कहा, ‘‘फ्रांस की टीम से मुकाबला आसान नहीं होगा। ब्राइस लेवरडेज और लुकास कोरवी अच्छे खिलाड़ी हैं और हम उन्हें हल्के में नहीं ले सकते। अगर हम फ्रांस को हराते है तो क्वार्टरफाइनल में जगह पक्की कर लेंगे और फिर आगे की योजना पर काम कर सकते है। अगर क्वार्टरफाइनल में हमारा सामना कोरिया या इंडोनेशिया जैसी टीम से हुआ तो फिर एकल में हमारे पास अच्छा मौका होगा।’’ भारत का अभियान काफी हद तक एकल मुकाबलों पर निर्भर करेगा क्योंकि राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक जीतने वाली सात्विक रंकी रेड्डी और चिराग सेठी की जोड़ी इसमें भाग नहीं ले रही। भारतीय महिला टीम ग्रुप ए में कनाड़ा ऑस्ट्रेलिया और मजबूत जापान के साथ है और क्वार्टरफाइनल में पहुंचने के लिए उन्हें शीर्ष दो टीमों में रहना होगा। महिला टीम को सिंधू के अलावा राष्ट्रमंडल खेलों की कांस्य पदक विजेता अश्विनी पोनप्पा और एन सिक्की रेड्डी की जोड़ी की कमी खलेगी। सिक्की को पिछले दिनों टायफाइड हुआ था। साइना से उम्मीदें होगी कि वह अपना मैच जीते लेकिन 16 साल की वेश्नवी रेड्डी, विश्व रैंकिंग में 64 वें स्थान पर काबिज साई कष्ण प्रिया, अनुरा प्रभु देसाई और वैश्नवी भाले को एकल में कड़ी चुनौती का समाना करना पड़ेगा, खास कर जापान और कनाड़ा के खिलाफ। युगल में प्राजक्ता सावंत एवं संयोगिता घोरपड़े और पूर्विशा एस राम एवं मेघना जे को भी भारतीय उम्मीदों पर खरा उतरने के लिस कुछ खास करना होगा।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़