आक्रामकता त्यागने से ऑस्ट्रेलिया को नहीं होगा कोई फायदा: क्लार्क

walking-away-from-aggression-will-not-lead-australia-anywhere-says-michael-clarke
[email protected] । Nov 28 2018 10:41AM

पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क ने वर्तमान टीम को भारत के खिलाफ घरेलू टेस्ट श्रृंखला में ‘आस्ट्रेलियाई शैली की कड़ी क्रिकेट खेलने’ की सलाह देते हुए कहा कि मैदान पर अच्छा इंसान बने रहने पर बहुत अधिक जोर देने से कुछ भी हासिल नहीं होगा।

सिडनी। पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क ने वर्तमान टीम को भारत के खिलाफ घरेलू टेस्ट श्रृंखला में ‘आस्ट्रेलियाई शैली की कड़ी क्रिकेट खेलने’ की सलाह देते हुए कहा कि मैदान पर अच्छा इंसान बने रहने पर बहुत अधिक जोर देने से कुछ भी हासिल नहीं होगा। आस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों को निर्मम क्रिकेट खेलने के लिये जाना जाता रहा है लेकिन गेंद से छेड़छाड़ मामले के बाद उन्होंने मैदान पर अपनी आक्रामकता को कम किया है। उनके इस रवैये की विश्व कप विजेता कप्तान क्लार्क ने आलोचना की है।

इसे भी पढ़ें: ईशांत शर्मा ने कहा- ऑस्ट्रेलिया दौरा हमारे लिए शानदार मौका

क्लार्क ने मैक्वरी स्पोर्ट्स रेडियो से कहा, ‘मुझे लगता है कि आस्ट्रेलियाई क्रिकेट को पसंदीदा बनने की चिंता छोड़ देनी चाहिए। आस्ट्रेलियाई शैली की कड़ी क्रिकेट खेलो चाहे कोई पसंद करे या नहीं, यह हमारे खून में है।’ उन्होंने कहा, ‘अगर आप अपनी इस शैली को छोड़ने की कोशिश करते हो तो हो सकता है कि हम दुनिया की सबसे पसंदीदा टीम बन जाएं लेकिन हम मैच नहीं जीत पाएंगे। खिलाड़ी जीतना चाहते हैं।’

इसे भी पढ़ें: टेस्ट सीरीज जीतने के लिए बल्लेबाजों को देना पड़ेगा कोहली का साथ

क्लार्क ने इस संदर्भ में निलंबित डेविड वार्नर का उदाहरण दिया जो आक्रामक होने पर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हैं। उन्होंने कहा, ‘यह उसकी शैली है। वह आप से आंख से आंख मिलाकर बात करेगा। आपकी सबसे बड़ी ताकत आपकी सबसे बड़ी कमजोरी बन सकती है। मैं हमेशा उसे अपनी टीम में रखना पसंद करूंगा, क्योंकि उसमें वह आक्रामकता है जो मैं चाहता हूं।’ क्लार्क ने कहा, ‘इसके साथ ही मैं यह कहना चाहूंगा कि एक सीमा भी है और वह इसे समझता है। हमारी इस सीमा को लेकर कई बार आपस में बातचीत हुई है और वह उसे नहीं लांघ सकता।’

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़