भारतीय कुश्ती महासंघ ने खेल रत्न के लिये बजरंग और विनेश के नाम की सिफारिश की

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डब्ल्यूएफआई ने सोमवार को बजरंग और विनेश के नाम पिछले दो वर्षों में उनके शानदार प्रदर्शन को देखते हुए इस पुरस्कार के लिये भेजे। डब्ल्यूएफआई के अधिकारी ने कहा की इन दोनों ने अपने आवेदन किये थे जिसके बाद डब्ल्यूएफआई ने उनको खेल रत्न देने की सिफारिश की है।

नयी दिल्ली। भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) ने हाल में एशियाई चैंपियन बने बजरंग पूनिया और पिछले साल एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता विनेश फोगाट को देश के सर्वोच्च खेल पुरस्कार राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार देने की सिफारिश की है। डब्ल्यूएफआई ने सोमवार को बजरंग और विनेश के नाम पिछले दो वर्षों में उनके शानदार प्रदर्शन को देखते हुए इस पुरस्कार के लिये भेजे। डब्ल्यूएफआई के अधिकारी ने कहा की इन दोनों (बजरंग और विनेश) ने अपने आवेदन किये थे जिसके बाद डब्ल्यूएफआई ने उनको खेल रत्न देने की सिफारिश की है। 

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विश्व में नंबर एक बजरंग ने हाल में शियान में एशियाई चैंपियनशिप में पुरूषों के 65 किग्रा भार वर्ग में स्वर्ण पदक जीता था। इस 25 वर्षीय पहलवान ने पिछले साल जकार्ता एशियाई खेलों में भी सोने का तमगा जीता था। विनेश एशियाई चैंपियनशिप में केवल कांस्य पदक ही जीत पायी थी लेकिन वह नये भार वर्ग 53 किग्रा में लड़ रही थी और इसलिए इसे अच्छी उपलब्धि माना जा रहा है। वह 2018 में एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनी थी। बजरंग और विनेश के अलावा डब्ल्यूएफआई ने राहुल अवारे, हरप्रीत सिंह, दिव्या काकरान और पूजा ढांडा के नाम अर्जुन पुरस्कार के लिये भेजे हैं। 

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पच्चीस वर्षीय पूजा ने पिछले साल विश्व चैंपियनशिप में कांस्य और राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक जीता था। इक्कीस वर्षीय दिव्या ने एशियाई चैंपियनशिप में कांस्य पदक हासिल किया था। राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों में भी वह तीसरे स्थान पर रही थी। अवारे राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता जबकि हरप्रीत एशियाई चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता हैं। पिछले साल बजरंग ने खेल रत्न न मिलने पर नाराजगी जतायी थी और अदालत जाने की धमकी दी थी। तब क्रिकेटर विराट कोहली और भारोत्तोलक मीराबाई चानू को यह पुरस्कार मिला था। डब्ल्यूएफआई ने प्रशिक्षकों को दिये जाने वाले द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिये वीरेंदर कुमार, सुजीत मान, नरेंद्र कुमार और विक्रम कुमार के नामों की सिफारिश की है। भीम सिंह और जय प्रकाश का नाम ध्यानचंद जीवनपर्यंत उपलब्धि पुरस्कार के लिये भेजा गया है। 

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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