फ्री वाई-फाई से फोन को खतरा ! जानें बचने के उपाय

आपको यह मालूम होना चाहिए कि सार्वजनिक वाई-फाई के इस्तेमाल से, आपके स्मार्टफोन से कई संवेदनशील जानकारियां चुराई जा सकती हैं। इससे बचने के लिए हम आपको विस्तार से बताएंगे।

इसमें कोई दो राय नहीं है कि स्मार्टफोन हमारी ज़िंदगी में बहुत महत्व रखते हैं। मोबाइल फोन के बिना हम कहीं एक कदम नहीं जा सकते और हो भी क्यों ना, फोन ने हमारी ज़िंदगी को इतना सरल जो बना दिया है। नए-नए फीचर्स और अपडेट्स के बदौलत हम इंटरनेट के ज़रिये हमेशा कनेक्टेड रहना चाहते हैं। और यही वजह है कि हम इंटरनेट के इतने आदी हो गए हैं कि हम जहां जाते हैं वहीं नेट ढूंढते हैं। और यही वजह है कि हम रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट, मॉल, बस अड्डे, होटल या अन्य जगहों पर फ्री वाई-फाई का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन आप को सावधान होने की ज़रूरत है क्योंकि इंटरनेट से कनेक्ट होने की जल्दी में हम यह भूल जाते हैं कि हम सार्वजनिक वाई-फाई का इस्तेमाल कर रहे हैं और ये अनसेफ हो सकते हैं। इसलिए आप बाद में फ्री इंटरनेट इस्तेमाल कर पछताएं, इससे तो बेहतर है कि पहले ही कुछ बातों का ध्यान रख लिया जाए। यदि सावधानी ना बरती गई तो आपको कई मुसीबतों का सामना करना पड़ सकता है। आपको यह मालूम होना चाहिए कि सार्वजनिक वाई-फाई के इस्तेमाल से, आपके स्मार्टफोन से कई संवेदनशील जानकारियां चुराई जा सकती हैं। इससे बचने के लिए हम आपको विस्तार से बताएंगे ऐसी ही कुछ ज़रूरी बातें जिनको जानकर आप इस रिस्क से बच सकते हैं। तो आइये जानते हैं- 

1. फोन के ऑपरेटिंग सिस्टम को अपडेटेड रखें- 

सबसे पहले तो यह है कि आपको हमेशा अपने स्मार्टफोन के सॉफ्टवेयर को अप-टु-डेट रखना चाहिए। क्योंकि ऑपरेटिंग सिस्टम्स सिर्फ़ स्मार्टफोन्स के लिए ज़रूरी इंटरफेस ही नहीं मुहैया करवाते बल्कि खतरों से भी बचाते हैं। इसके लिए समय-समय पर फोन कंपनियां सिक्यॉरिटी अपडेट्स जारी करती ही रहती हैं, जो खामियों को दूर करते हैं और अन्य खतरों से भी स्मार्टफोन्स को बचाते हैं। इसलिए सिर्फ पब्लिक वाई-फाई ऐक्सेस करने के लिहाज से नहीं, आपको वैसे भी अपने फोन का ऑपरेटिंग सिस्टम अपडेटेड रखना चाहिए।

2. बैंकिंग और शॉपिंग करने से बचें- 

सबसे ध्यान रखने वाली बात ये है कि पब्लिक वाई-फाई कनेक्शन के ज़रिये ऑनलाइन बैंकिंग या शॉपिंग बिल्कुल ना करें, ये करना असुरक्षित है। हैकर चाहें तो आपके अकाउंट्स की डीटेल्स को हैक कर सकते हैं। यदि कोई ज़रूरी ट्रांज़ैक्शन करनी हो तो कोशिश करें कि मोबाइल डेटा इस्तेमाल करें या फिर वीपीएन इस्तेमाल करें। नहीं तो, ब्राउज़र पर नेट बैंकिंग करने के बजाय बैंक के ऑफिशियल एप्प का इस्तेमाल करें क्योंकि उसमें एनक्रिप्शन होता है। और अगर ज़रूरी है तो इसी तरह से स्थापित कंपनियों के एप्स के ज़रिये ही शॉपिंग करें।

3. मोबाइल ऐंटी-वायरस टूल्स का करें इस्तेमाल-

सार्वजनिक वाई-फाई यूज़ करने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि फोन में सिक्यॉरिटी सॉफ्टवेयर इंस्टॉल्ड है। आईओएस स्मार्टफोन्स के लिए दिक्कत नहीं है मगर ऐंड्रॉयड पर मैलवेयर आ सकते हैं। इससे बचने के लिए आप कोई ऐसा ऐंटीवायरस डालें जिसमें फायरवॉल, मैलवेयर स्कैनिंग और रिमूवल जैसे फीचर्स हों। दरअसल, पब्लिक वाई-फाई कनेक्ट करने से संभावना है कि अन्य डिवाइसेज के मैलवेयर आपके फोन पर आ सकते हैं। यह गलती से हो सकता है और तभी हो सकता है, जब हैकर्स जानबूझकर ऐसा कर रहें हों। ऐसे में आपके लिए ऐंटी-मैलवयेर एप्स काफी मददगार साबित हो सकते हैं।

4. स्लो पब्लिक वाई-फाई हो सकते हैं खतरनाक-

अगर आप सार्वजनिक जगह पर वाई-फाई नेटवर्क का इस्तेमाल कर रहे हैं और लग रहा है कि कनेक्शन स्लो है तो तुरंत उसे डिस्कनेक्ट कर दें। और अगर साइन-इन पेज पर भी जाने में दिक्कत हो रही है, तब भी डिस्कनेक्ट करें। क्योंकि स्पीड इसलिए कम हो सकती है, अगर राउटर वायरस की चपेट में हो। ऐसा भी हो सकता है कि आप मेन राउटर के बजाय किसी और राउटर से कनेक्ट हो गए हों और कोई और आपका डेटा अन्य डिवाइस के ज़रिये ऐक्सेस कर रहा हो। दरअसल, साइबर क्रिमिनल आसपास वाई-फाई सिग्नल ट्रैक करते रहते हैं और मिलते ही वे तुरंत अपने पीसी को फेक राउटर में तब्दील कर देते हैं। जैसे ही कोई यूज़र मेन राउटर के बजाय उनके डिवाइस से कनेक्ट करता है, वे उसके ज़रिये भेजे जाने वाले सारा डेटा कॉपी कर लेते हैं।

5. अपनाएं टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन-

अगर आप अक्सर फ्री वाई-फाई यूज़ करते हैं तो अपने सभी ऑनलाइन अकाउंट्स, खासकर पर्सनल मेल और बैंक अकाउंट्स पर टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन ऑन कर रखें। दरअसल, टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन में सामान्य पासवर्ड के अलावा आपको ओटीपी भी डालना होता है, जिसके बिना आप लॉगइन नहीं कर पाएंगे। यह बेहद ज़रूरी है क्योंकि अगर किसी ने पब्लिक वाई-फाई के ज़रिये आपके पासवर्ड का पता लगा लिया होगा, तब भी वह कुछ नहीं कर पाएगा।

6. वीपीएन के बिना पब्लिक वाई-फाई से कनेक्ट न करें-

वीपीएन के इस्तेमाल से पब्लिक वाई-फाई इस्तेमाल से होने वाले खतरों को कम किया जा सकता है। पहले डेस्कटॉप और लैपटॉप पर ही वीपीएन (वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क) को इस्तेमाल किया जा सकता था मगर अब एप्स भी मौजूद हैं। ये एप्स सुरक्षित वीपीएन सर्वर से कनेक्ट कर, आपके डेटा को एनक्रिप्ट करते हैं। वीपीएन के कई फायदे हैं, जैसे आपके देश में कोई वेबसाइट ब्लॉक हो तो उसे भी देखा जा सकता है।

7. काम होते ही वाई-फाई से डिस्कनेक्ट करें-

अगर आप वाई-फाई पर काम पूरा कर चुकें हैं तो स्मार्टफोन या टैब का वाई-फाई स्विच ऑफ कर दें। ज्यादातर लोग इस बात पर ध्यान नहीं देते हैं। यदि आप इसे डिसेबल नहीं करेंगे तो चुपके से कोई आपके फोन में वायरस डाल सकता है।

- शैव्या शुक्ला

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