क्या आप दिल्ली के आसपास कोई पयर्टक स्थल तलाश रहे हैं?
तपती गर्मी हो या कड़ाके की ठंड, झमाझम बारिश हो या बसंत माह की तेज हवाएं, हर मौसम में ये हिल स्टेशन अपने नये रंग में नज़र आते हैं.. ज्यादातर लोग रोजमर्रा की जिंदगी से आराम पाने के लिए अपने वीकेंड पर घूमना पसंद करते हैं।
तपती गर्मी हो या कड़ाके की ठंड, झमाझम बारिश हो या बसंत माह की तेज हवाएं, हर मौसम में ये हिल स्टेशन अपने नये रंग में नज़र आते हैं.. ज्यादातर लोग रोजमर्रा की जिंदगी से आराम पाने के लिए अपने वीकेंड पर घूमना पसंद करते हैं अगर आपका प्लान भी ऐसा है और आप वहीं कुछ गिने-चुने हिल स्टेशन्स पर जाकर बोर हो गए हैं तो इन डेस्टिनेशन्स पर जा कर वहां के नजारों का लुत्फ उठा सकते हैं। दिल्ली के पास होने की वजह से यहां तक आना आपके लिए आसान रहेगा लेकिन खूबसूरत नजारों और सुकून भरे इन पलों को छोड़ना आसान नहीं होगा।
कसौनी (उत्तराखंड)
भारत के उत्तराखण्ड राज्य के अन्तर्गत कुमाऊं मण्डल के बागेश्वर जिले का एक गाँव है कसौनी। दिल्ली से इस खूबसूरत जगह की दूरी बस 417 किलोमीटर की है और एक बार यहां आने के बाद आपका मन जल्दी जाने को नहीं करेगा। यहां के नजारे जल्द वापसी का आपसे वादा भी ले लेंगे।
पनगोट (उत्तराखंड)
यह खूबसूरत हिल स्टेशन नैनीताल जिले में स्थित है। जहां आपको लगेगा, आप किसी जन्नत में आ गए हैं।
फागू (शिमला)
फागू शिमला का छोटा हिल स्टेशन है। यह सिर्फ दिल्ली से 380 किलोमीटर की दूरी पर है।
कनातल (उत्तराखंड)
कनातल उत्तराखंड में मसूरी और चंबा के बीच में पड़ता है। यह बिलकुल शांत जगह है। यहां आप एडवेंचर कैम्प का भी लुत्फ उठा सकते हैं। कनातल बर्फ और हरियाली भरी पहाड़ियों से घिरा हुआ है। यहां का नजारा मनमोहक होता है।
बिनसर (उत्तराखंड)
रोज की भागदौड़ से दूर जाना चाहते हैं तो दौड़ कर प्लान बना लें बिनसर जाने का। इस छोटे-से हिल स्टेशन के बारे में लोग कम ही जानते हैं। लिहाजा सुकून भरी छुट्टी के लिए यह जगह बेस्ट रहेगी।
लैंसडाउन (उत्तराखंड)
प्रकृति की गोद में कुछ समय बिताना चाहते हैं तो एक बार यहां जरूर जाएं। दिल्ली से इस हसीन वादियों वाली जगह की दूरी मात्र 279 किलोमीटर है।
मुनस्यारी (उत्तराखंड)
राज्य के पिथौरागढ़ जिले की छोटी सी जगह है मुनस्यारी जहां पर चारों तरफ बर्फ की चादर देखने को मिल जाएगी। कैम्पिंग और ट्रैकिंग के लिए जगह बेहतरीन है।
शहोगी (हिमाचल प्रदेश)
यह जगह हनीमून कपल्स के बीच काफी मशहूर है और इसी के साथ फैमिली के साथ समय बिताने के लिए आने वालों को भी इस जगह की सादगी खूब रास आती है। अगर लंबा वीकेंड है तो यहां का प्लान बनाने में देर न करें।
कंगोजोड़ी गांव (हिमाचल प्रदेश)
अगर आप नेचर की खूबसूरती को पास से देखना चाहते हैं तो हिमाचल प्रदेश के कंगोजोड़ी गांव पहुंचे। सिरमौर जिले के इस गांव तक पहुंचने के लिए आपको दिल्ली से करीब 275 किलोमीटर की यात्रा करनी होगी। लेकिन यहां के नजारे कुछ ही देर में सारी थकान भगा देंगे।
रानीखेत (उत्तराखंड)
यह दिल्ली से 279 किमी दूर व समुद्र तल से 1,869 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। रानीखेत आसपास के घने जंगलों, वन्य जीवों, झूला देवी मन्दिर, राम मन्दिर के लिए अत्यधिक प्रसिद्ध है। रानीखेत का वातावरण गर्मियों में सामान्य रहता है।
मसूरी (उत्तराखंड)
इसे लोग पर्वतों की रानी के नाम से भी जानते हैं, इसका प्राकृतिक सौन्दर्य व मनोरम जलवायु लोगों के आकर्षण का केन्द्र है। शिवालिक पर्वतमाला व दून घाटी इसे और भी सुन्दर व आकर्षक बनाती है। लोग यहां पर ट्रैकिंग, नौका विहार, रोपवे सवारी करने के लिए आते हैं।
कुफरी (हिमाचल प्रदेश)
हिमाचल प्रदेश का एक और जीवंत और मनोरम कुफरी शहर शिमला से केवल 13 किमी की दूरी पर स्थित है। वन्य जीव प्रेमियों के लिए और अपनी इच्छाओं को पूरा करने के लिए सबसे अच्छी जगह है। यहां के साहसिक खेल, याक सफारी व चिड़ियाघर लोगों को अत्यधिक आकर्षित करते हैं।
डलहौजी (हिमाचल प्रदेश)
ढलान और फूलों की तलहटी पर व बर्फ की पहाड़ियों से ढका हआ एक मनोरम शहर है, यहां की प्राकृतिक सुन्दरता व सुखदायक वातावरण लोगों को अपनी ओर अत्यधिक आकर्षित करता है। यहां पर पांच विभिन्न प्रकार की पहाड़ियां शामिल हैं। यह सुन्दर चंबा घाटी का प्रवेश द्वार है।
कसौली (हिमाचल प्रदेश)
बर्फ से ढका, साफ नीले आसमान को पहने हुए हिमालय की बहुत खूबसूरत जगह है, पार्वती घाटी की गोद में बसी यह जगह ट्रेकर और बैकपेपर के लिए वरदान है। लोग यहां पर शहर के शोरशराबे से दूर आराम करने के लिए आते हैं। यहां पर घूमने के लिए कई पुराने चर्च हैं।
हरिद्वार (उत्तराखंड)
हरिद्वार गंगा माँ और अपने घाटों व मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है, यह शहर अध्यात्म व धार्मिक महत्व के कारण त्योहारों में लोगों को बड़ी संख्या में आकर्षित करता है। शहर आयुर्वेदिक उपचार व योग के लिए भी प्रसिद्ध है। यह शहर अपने शाकाहारी भोजन के लिए भी जाना जाता है।
नैनीताल (उत्तराखंड)
उत्तराखंड का नैनीताल क्षेत्र भी पर्यटकों द्वारा काफी पसंद किया जाता है। यहां की नैना झील खासतौर पर आकर्षण का केंद्र है। नैनीताल से लगभग 13 किलोमीटर की दूरी पर स्थित पनगोट क्षेत्र भी बर्फबारी के कारण काफी पसंद किया जाता है। इसके अलावा यहां आकर्षण का केंद्र यहां पाई जाने वाली लगभग 150 प्रकार की पक्षियों की प्रजातियां भी हैं।
कुल्लू (हिमाचल प्रदेश)
कुल्लू-मनाली पर्यटकों को खास तौर पर पसंद आता है। यहां होने वाली बर्फबारी के बाद यहां की प्राकृतिक सुंदरता और ज्यादा बढ़ जाती है। अगर आप हनीमून पर जाने की प्लानिंग कर रहे हैं तो आप कुल्लू जरूर जायें। यहां पर आप ट्रेकिंग, रिवर राफ्टिंग, पैराग्लाइडिंग और हाइकिंग के लिए जाएं।
गुलमर्ग (जम्मू-कश्मीर)
गुलमर्ग जम्मू-कश्मीर के बारामुला जिले में है। इसे धरती का स्वर्ग और फूलों का प्रदेश भी कहा जाता है। इससे इस स्थान की खूबसूरती का अंदाजा लगाया जा सकता है। यहां पर गोल्फ कोर्स और स्की रिजॉर्ट भी है। इस शहर को 1927 में अंग्रेजों ने बनाया था।
औली (उत्तराखंड)
औली उत्तराखण्ड का एक खूससूरत क्षेत्र है। औली 5 से 7 किलोमीटर की रेंज में फैला एक स्की रिसोर्ट है। यहां का आकर्षण भी बर्फ से भरी चोटियां हैं। इसके अलावा यहां आपको बांज बुरांस और देवदार के पेड़ भी मिलेंगे। इससे आप हवा में बेहद ताजगी महसूस करेंगे।
धर्मशाला (हिमाचल प्रदेश)
हिमाचल प्रदेश में धर्मशाला शिमला जितना प्रसिद्ध तो नहीं है लेकिन इसकी प्राकृतिक सुंदरता भी आपको जरूर मोह लेगी। बर्फ से ढकी धौलाधार पर्वत चोटियां इसकी सुंदरता को कई गुना बढ़ा देती हैं।
- रेनू तिवारी
अन्य न्यूज़