10 साल पहले नक्सलियों का गढ़ था त्रिपुरा का बंश ग्राम, आज है पर्यटकों का पसंदीदा स्थल
त्रिपुरा भारत के सभी पूर्वोत्तर राज्यों में एक सांस्कृतिक रूप से समृद्ध राज्य है। विरासत और ऐतिहासिक स्थल, सैकड़ों साल पुराने मंदिर, वन्यजीव स्थल और एक संपन्न कला और शिल्प उद्योग, त्रिपुरा का आकर्षण हैं।
त्रिपुरा भारत के सभी पूर्वोत्तर राज्यों में एक सांस्कृतिक रूप से समृद्ध राज्य है। विरासत और ऐतिहासिक स्थल, सैकड़ों साल पुराने मंदिर, वन्यजीव स्थल और एक संपन्न कला और शिल्प उद्योग, त्रिपुरा का आकर्षण हैं। एक समय में त्रिपुरा में कुछ ऐसी घटनाएं हुई जिसकी वजह से इस राज्य की छवि पर असर पड़ा लेकिन अब हालत पूरी तरह से बदल चुके हैं। त्रिपुरा पर्यटकों के लिए एक बेहतरीन पसंद बनता जा रहा है। पिछले कुछ सालों में पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी हुई हैं। त्रिपुरा भारत के उन यात्रा स्थलों में से एक है जो परिवारों, दोस्तों, कपल और सोलो यात्रियों को आकर्षित करता हैं। वैसे तो त्रिपुरा में घूमने के लिए कई बेहतरीन हॉटस्पॉट है लेकिन आजकल एक खास स्थल की लोकप्रियता काफी बढ़ गयी है। इस खूबसूरत जगह का नाम है बंश ग्राम।
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त्रिपुरा के कटमारा गांव की सीमा के तहत अगरतला से लगभग 35 किलोमीटर दूर स्थित, बंश ग्राम त्रिपुरा में सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। यहां पर आप देख सकते हैं कि भारी संख्या में पर्यटकों का जमावड़ा है। इस जगह के बारे में अभी ज्यादा जानकारी गूगल पर उपलब्ध नहीं है लेकिन जो लोग वहां जा चुके हैं उन्होंने इस जगह की काफी तरीफें की है। बंश ग्राम में आप नैचुरल खूबसूरती देख सकते है। घनें जंगल, शुद्ध हवा, झीलों से घिरे बंश ग्राम में पर्यटकों के लिए काफी अच्छी व्यवस्था है।
आज से दस साल पहले बंश ग्राम में एक ऐसा हादसा हुआ था जिसके बाद इस जगह को यहां के निवासी छोड़कर भाग गये थे। एक दशक से भी कम समय पहले, बंश ग्राम इलाका अपनी उग्रवादी गतिविधियों के लिए जाना जाता था। 1999 में पंचबती हत्याकांड के बाद विशेष रूप से प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन ऑल त्रिपुरा टाइगर फोर्स (ATTF) द्वारा बंश ग्राम में 18 लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी गयी थी। हत्या के बाद बड़ी संख्या में लोग यहां से भाग गए थे।
बंश ग्राम नाम के इस इलाके में एक बहुत की शानदार रेस्टोरेंट भी है जहां पर्यटक खाने पीने के लिए आते हैं। इस जगह का नाम बंश ग्राम है। बंश ग्राम के संस्थापक मन्ना रे ने कहा कि उन्होंने इसे बनाया था। स्थानीय संसाधनों के उपयोग से इको-टूरिज्म डेस्टिनेशन को बढ़ावा देने के लिए सुंदर बांस का सहारा लेकर इस जगह को बनाया है। प्रकृतिक चीजों से बना बंश ग्राम लोगों के बीच काफी मशहूर हो रहा है। बांस की झोपड़ियों से लेकर कुर्सियां, मेज, पुल, वॉचटावर यहां सब कुछ बांस से बना है।
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